मधुबनी (आर्यावर्त संवददाता) जयनगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 14 थाना टोल निवासी इंजन मिस्री मो ईशा का 11 वर्षीय पुत्र मो लाल बाबू आज से लगभग 13 साल पहले घर से निकलने के बाद पुनः घर नहीं लौटा।जानकारी के अनुसार गुम हुए युवक अपने पिता मो ईशा व माता आसमा खातून का एक ही पुत्र होने पर बहुत ही अरमान से 11 साल तक पालने का काम किया। लेकिन एकाएक मो लाल बाबू घर से बाहर निकलने के बाद गुम हो गया। लाल बाबू की माता आशमा खातून ने बताया कि अपने पुत्र के गुम होने के बाद पिता मो ईशा ने रिश्तेदारों के साथ कई जगहों पर तलाश किया। लेकिन कई वर्षों तक उसे निराशा हाथ लगी। बेटा के गुम होने की जुदाई के कारण मो ईशा अपने दर्द को भगवान् से ही सुनाते थे। एक ही पुत्र वो भी मात्र 11 साल की उम्र में ही घर अपने परिवार से बिछड़ने के कारण पिता ने प्रति दिन जयनगर के रेलवे स्टेशन का चक्कर लगाते रहते की कोई उनके पुत्र का पता बता दें या उसके पुत्र को उनके पास लौटा दे। समय बीतता गया महिना गुजरते गये और साल बीतते गए। लेकिन गुम पुत्र मो लाल बाबू का कोई पता नही लगा। लेकिन लाख समय बीत जाए मुकद्दर के लिखावट को कोई बदल नही सकता। रविवार को गुम युवक मो लाल बाबू 24 साल की उम्र में अपने के नजदीक पहुंच गया। मो लाल बाबू की माता ने बतायी कि वे मानसिक रूप से बीमार चल रहा है।ऐसा लगता है कि मो लाल बाबू को काफी दिनों तक किसी ने कैद में रख कर काम करवा रहा था। मो लाल बाबू भाई में अकेला है चार बहन हैं सभी बहनों की शादी हो चुकी है। माता पिता के आंखों का तारा 13 वर्षो बाद लौटने पर गांव के लोगों ने बताया कि मो ईशा के बुढापे का सलारा लौट आया है। जिसका लंबे समय से इंतजार था। वो समाप्त हो गई है।
सोमवार, 29 अप्रैल 2019
मधुबनी : वर्षो पूर्व अपनों से बिछड़ने के बाद 13 साल बाद लौटा अपनों के पास।
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