मोदी हिटलर से भी खराब : कुमारस्वामी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

मोदी हिटलर से भी खराब : कुमारस्वामी

modi-worse-then-hitlar-kumarswami
बेंगलुरू, दस अप्रैल, अपनी पार्टी के लोगों पर हाल में आयकर विभाग की छापेमारी से नाराज कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘‘हिटलर से भी खराब’’ करार दिया है। जनता दल (एस) के नेता हाल में अपनी पार्टी के लोगों पर राज्यव्यापी आयकर विभाग की छापेमारी से नाराज हैं। साथ ही वह इस बात से नाराज हैं कि आयकर विभाग के आयुक्त ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आयकर विभाग के बाहर प्रदर्शन करने के लिए कुमारस्वामी और कांग्रेस तथा जद एस के पदाधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए कहा है। कुमारस्वामी ने मंगलवार की रात यहां कहा, ‘‘मोदी तानाशाह हैं - हिटलर से भी खराब व्यक्ति। वह सबसे खराब प्रधानमंत्री हैं जो लोगों की निजी संपत्तियों को जब्त करने के लिए विधेयक लेकर आए।’’  मुख्य आयकर आयुक्त (गोवा-कर्नाटक क्षेत्र) बी आर बालाकृष्णन ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर आयकर अधिकारियों को धमकाने तथा छापेमारी के दौरान उन्हें कर्तव्यपालन से रोकने के लिए कुमारस्वामी एवं अन्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने मांग की कि उन लोगों पर मामले दर्ज किए जाएं जो अवैध रूप से एकत्रित हुए, जानबूझकर अपमान किया, शांति भंग की, आपराधिक धमकी दी और सरकारी नौकरशाहों को धमकाया। कुमारस्वामी आयकर विभाग के इस पत्र पर भी नाराज थे जिसमें उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राज्य के मंत्री डी के शिवकुमार, राज्य कांग्रेस के प्रमुख दिनेश गुंडू राव और कांग्रेस तथा जद एस के अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने 28 मार्च के प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।

कोई टिप्पणी नहीं: