मधुबनी : शकील अहमद ने मधुबनी से नामांकन पत्र किया दाखिल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 17 अप्रैल 2019

मधुबनी : शकील अहमद ने मधुबनी से नामांकन पत्र किया दाखिल


मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने बिहार की मधुबनी लोकसभा सीट से मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करते हुए अगले कुछ दिनों के भीतर पार्टी का चिह्न मिल जाने की आशा व्यक्त की. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह "निर्दलीय" उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.  कांग्रेस के प्रवक्ता के पद से सोमवार को इस्तीफा देने के बाद चुनावी मैदान में उतरे शकील ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद बताया कि उन्होंने अपना नामांकन पत्र दो सेटों में एक कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में और दूसरा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दाखिल किया है. उन्होंने कहा, 'मैं 18 अप्रैल तक इंतजार करूंगा. पार्टी नेतृत्व से अब तक मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया से मुझे भरोसा है कि मुझे पार्टी का चुनाव चिह्न आवंटित किया जायेगा. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो मैं पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जमा किये गये कागजात वापस ले लूंगा, लेकिन फिर भी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ूंगा.' शकील ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि मधुबनी के विषय पर उनके बयान को पार्टी की राय के तौर पर न लिया जाये. उन्होंने कहा कि पार्टी नहीं छोड़ी है और न ही छोड़ने का आगे विचार है. कांग्रेस बिहार में विपक्षी महागठबंधन में शामिल है और सीट बंटवारे के तहत मधुबनी सीट महागठबंधन में शामिल वीआइपी पार्टी के खाते में गयी है और उसने बद्रीनाथ पूर्वे को अपना उम्मीदवार बनाया है.  शकील ने कहा “मैंने निर्णय पार्टी और महागठबंधन के हितों में लिया है. महागठबंधन की ओर से मैदान में उतारे गये उम्मीदवार के पास जीतने की क्षमता नहीं है और ऐसे में यह भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को यह सीट दे देने जैसा होगा.' शकील के नामांकन के समय उनकी पार्टी से विधायक भावना झा और अमिता भूषण भी उपस्थित थे. शकील मधुबनी लोकसभा सीट से पहले दो सांसद चुने गये थे. 

कोई टिप्पणी नहीं: