अरुण कुमार (आर्यावर्त) "मुक्तकथन" के संपादक सह ज़िले के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद स्व.जनार्दन प्रसाद सिंह जी न सिर्फ बेगूसराय के साहित्यिक धरोहर थे बल्कि देशस्तर पर भी उन्होंने साहित्यिक समृद्धि में ज़िले को गौरवान्वित किया।आज उनके प्रेरणा से ही ज़िले का साहित्य फल फूल रहा है।ये बातें बिहार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष सह बॉलीवुड एक्टर अमिय कश्यप ने शुक्रवार को शहर के सर्वोदयनगर स्थित शहीद सुखदेव सिंह सभागार में आयोजित साहित्यकार स्व.जनार्दन प्रसाद सिंह के तीसरे पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।कश्यप ने कहा कि वस्तुतः ज़िंदा कौमें ही इतिहास को सहेजकर रखती हैं और इस कड़ी में बेगूसराय के समाजसेवियों ने अपने बुजुर्गों को यादकर अपनी संस्कृति व संस्कार के प्रति अपनी श्रद्घा को दर्शाई है यह काबिले तारीफ है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शहीद सुखदेव समन्वय समिति के संयोजक सह शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की जनार्दन बाबू ने जो साहित्य की अलख जलाई आज बेगूसराय उसी रौशनी से जगमगा रहा है इसे और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।मौके पर उपस्थित चरित्र अभिनेता अरुण शांडिल्य ने स्व.जनार्दन बाबू से जुड़ी कई संस्मरणों को सुनाया।उक्त अवसर पर शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने उपस्थित लोगों के बीच "मुक्तकथन" पत्रिका का वितरण किया।मौके पर जे.पी.सेनानी के प्रदेश सचिव डॉ. शैलेंद्र कुमार सिंह, साहित्यकार प्रो.डॉ.चंद्रशेखर चौरसिया,चर्चित गीतकार प्रफुल्ल मिश्रा,पुष्कर प्रसाद सिंह,महिला सेल की सचिव सुनीता देवी, शिक्षक अजय सिंह, ज्ञानचंद्र पाठक,अभिषेक कुमार,अभिषेक पाठक,अनिकेत कुमार,अरविंद पासवान,उषा देवी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।
शुक्रवार, 17 मई 2019
बेगूसराय : जनार्दन बाबू की तीसरी पुण्यतिथि पर बाँटी गई पत्रिका "मुक्त-कथन"
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