विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 25 मई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 25 मई 2019

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 25 मई

अटारीखेजड़ा की भागवत कथा में हुआ कृष्ण-रुक्मणी विवाह
कथावाचक अंकितकृष्ण तेनगुरिया के गाए भजनों पर झूमे श्रद्धालु
vidisha news
विदिशा -ग्राम अटारीखेजड़ा में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन पंडित अंकितकृष्ण तेनगुरिया (बटुकजी) ने अपने मुखारबिंद से उपस्थित श्रद्धालुओं पर अमृत वर्षा करते हुए श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह का बहुत ही सुन्दर चित्रण प्रस्तुत किया । संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर में चल रही संगीतमय कथा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बटुकजी ने कहा कि निष्काय प्रेम और भक्ति से ही भगवान की कृपा प्राप्त की जा सकती है जब रुक्मणीजी का विवाह होने वाला था किन्तु रुक्मणीजी केवल श्रीकृष्ण को अपना वर मान चुकी थीं,  उनके मन में तो श्याम बसे थे इसलिए उन्होंने कृष्ण को संदेश भेजा। भगवान ने भी रुक्मणी की पुकार सुनी और रुक्मणी के सार संकटों को हर लिया । सच्चे मन से की गई पुकार को भगवान कभी भी नजरअंदाज नहीं करते । इस अवसर पर बटुकजी ने द्वारा गाए भजनों पर पंडाल में मौजूद माताएं-बहनें खुद को थिरकने से नहीं रोक सकीं । इस अवसर पर कृष्ण और रुक्मणी की एक सुंदर झांकी भी सजाई गई और पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार से भगवान की झांकी की पूजा-अर्चना की गई।  झांकी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही । इस मौके पर कथावाचक पंडित अंकित महाराज ने कहा कि आज के समय में जरा-जरा सी बात पर रिश्तों में दरार पैदा हो जाती है, किसी से रिश्ता बनाओ तो उसे जीवनभर प्रेम से निभाओ । लेकिन आज के रिश्ते स्वार्थ से भरपूर हो चले हैं । महाराजश्री बटुकजी ने श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए रिश्तों को प्रेमपूर्वक निभाने की अपील की । भगवान के विवाह उत्सव में संकट मोचन हनुमान मंदिर के पुजारी महेश महाराज और मुख्य यजमान ने भगवान की झांकी भी आरती उतारी । आचार्य सतेंद्र महाराज ने बताया कि रविवार को कथा का विश्राम दिवस रहेगा, इस मौके पर पूर्णाहूति दी जाएगी और कथा में कृष्ण-सुदामा मिलने के प्रसंग पर प्रवचन किए जाएंगे । कथा आयोजक ने बताया कि सभी ग्रामवासियों के सहयोग से कल प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा, उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर प्रसाद ग्रहण कर धर्म का लाभ लें । 

प्याज विक्रय हेतु किसान ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन की अंतिम तिथि 31 मई 

जिले के ऐसे कृषक जो प्याज को अधिसूचित मंडियो में माॅडल दर पर विक्रय करना चाहते है वे ई-उपार्जन पोर्टल पर 31 मई तक पंजीयन करा सकते है। पंजीकृत किसानों के स्थान का भौतिक सत्यापन राजस्व एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।  उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना में संशोधन संबंधी आदेश 25 मई को जारी किया गया है जिसके अनुसार प्रदेश की प्याज हेतु अधिसूचित मंडियो में प्याज का माॅडल विक्रय दर रबी प्याज की फसल हेतु निर्धारित अवधि में आठ सौ रूपए प्रति क्ंिवटल से कम रहता है तब उक्त स्थिति में अधिसूचित मंडियों में किसान द्वारा प्याज विक्रय दर एवं समर्थन मूल्य (आठ सौ रूपए प्रति क्ंिव) के अंतर की राशि ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानो के द्वारा विक्रय करने पर बैंक खातो में सीधे अंतरित की जाएगी। सहायक संचालक श्री मिश्रा ने योजनांतर्गत प्रोत्साहन राशि के संबंध में हुए संशोधन की जानकारी देते हुए बताया कि एक से 30 जून तक पूरे प्रदेश की अधिसूचित मंडियो में आठ सौ रूपए प्रति क्ंिवटल से कम विक्रय मूल्य प्राप्त होने पर योजनातंर्गत प्रोत्साहन राशि निर्धारित की जाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना, किसान के नाम पर स्वंय की जमीन (बी-1, बी-2) में नाम होने एवं वन पटटाधारी भी मान्य होंगे। योजना का लाभ 250 क्ंिवटल प्रति हेक्टेयर की औसत उत्पादकता के आधार पर उत्पादन की सीमा तथा उत्पादन का रकबा अधिकतम दो हेक्टेयर अथवा जो भी कम हो तक प्रति कृषक ही अंतर की राशि देय होगी। 

समिति का गठन
मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में क्रियान्वयन समिति का गठन किया गया है। समिति का सदस्य सचिव उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के सहायक संचालक को दायित्व सौंपा गया है इसके अलावा समिति मंे नौ सदस्य भी शामिल किए गए है जिसमें जिला पंचायत सीईओ, अतिरिक्त कलेक्टर (राजस्व), उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला खाद्य अधिकारी, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक का सीईओ, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ का जिला प्रबंधक, जिला मुख्यालय की मंडी के सचिव को तथा लीड़ बैंक अधिकारी शामिल है। 

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