झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 04 जून - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 4 जून 2019

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 04 जून

धुमधाम से मनाया भगवान शनि देव का जन्म उत्सव  दिन भर चला पुजन अर्चन का दोर  विशाल भण्डारा

jhabua news
पारा --आज सोमवार को सोमवती अमवास्या के दिन कलयुग के न्यायाधीश भगवान शनिदेव का जन्म उत्सव नगर के शनि मंदिर मे धुमधाम से मनाया। श्रद्वालुओ ने सुबह से शाम तक शनि देव का पुजन अर्चन कर शनिदेव को उडद तिल तेल व काला कपडा आदि चढाया।  उक्त जानकारी देते हुए शनि मित्र मण्डल के अध्यक्ष अमृत राठोर ने बताया कि आज सोमवार अमावस्या के साथ साथ दिन भगवान शनिदेव का जन्म दिवस भी हे इस अवसर पर शनि मित्र मण्डल द्वारा नगर के बस स्टेण्ड स्थित शनिमंदिर मे प्रातः से विभिन्न धार्मिक आयोजन किये गये।  शनि मित्र मण्डल के सदस्यो ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पुर्व से ही सारी तेयारीया कर रखी थी। इस हेतु धर्म प्रेमी जनता से घर्म लाभ लेने के लिए आमंत्रण पत्र छपवा कर समुचे नगर मे घर घर बटवाए। वृहद स्तर पर किए गए इस कार्य क्रम मे महाप्रसादी के लिए महा भण्डारे का आयोजन भी रखा गया  जोकि संध्या 6 बजे से आरंभ होकर देर रात्री तक चला जिसमे बडी भारी संख्या मे धर्म प्रेमी जनता ने लाभ लिया। रात्री मे 8 बजे से रामायण मण्डल पारा द्वारा पण्डित संजय शर्मा के सानिध्य मे संगीतमयी सुन्दरकाण्ड की आकृषक भजनो के साथ प्रस्तुति दि गई । जिसका लाभ धर्मप्रेमी जनता ने लिया।

ये हुवे धार्मिक आयोजन-- शनिमित्र मण्डल के अध्यक्ष श्री राठोर ने बताया कि शनिदेव के जन्म उत्सव पर प्रातः 5 बजे भगवान शनिदेव का अभीषेक कर आरती कि गई। पश्चात नगर के प्रमुख मार्ग से भगवान शनिदेव कि विशाल शोभायात्रा बेन्ड बाजा के साथ निकाली गई जिसमे सेकडो श्रद्वालुओ ने भाग लिया शोभायात्रा मे सर्वधर्म समभाव अनुठा अदाहरण देखेने को मिला। यात्रा का जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा कि समापन के बाद नगर के गेदालाल प्रजापत ने 5 डिब्बा तेल भगवान  को चढाया  उसे बाद सामुहिक अभिषेक व यज्ञ हवन किया गया जिसकी बोली संजय मगनलाल राठोड ने ली । मंदिर स्थापना से लेकर सतत 11 वर्षो से विश्व शांति कि कामना से मदिर मे शनि जन्म उत्सव पर यह हवन पण्डित संजय शर्मा के सानिध्य मे किया जा रहा। हवन पुर्णाहुति के पश्चात दोपहर 2 बजे महाआरती का आयोजन किया गया जिसकी बोली राजमल नानालाल राठोड ने ली । वही शाम को 6 बजे से महाप्रसादी भण्डारे का आयोजन के साथ शाम को 7 बजे संध्या आरती  

सांसद गुमानसिंह डामोर को प्रधानमंत्री के नाम आभार पत्र किसानों की ओर से दिया गया ।
किसानों के हित में प्रधानमंत्री ने पहली केबिनेट में ही सकारात्मक निर्णय लेकर किसानों को सम्मान बढाया- सदैव सेवा के लिये रहेगे उपलब्ध- गुमानसिंह डामोर
jhabua news
झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों के लिये अपनी प्रथम मंत्रिमंडल समिति की बैठक में जो लाभार्जित करने वाली योजना एवं किसानों के हित में लागू की गई योजना , किसान सम्मान योजना,  किसान पेंशन योजना लागे की गई है इसे लेकर जिले के किसानों में भी व्यापक प्रसन्नता व्यक्त की गई है । भाजपा जिला किसान मोर्चे की अध्यक्ष छगनलाल जायसवाल एवं महामंत्री कलमसिंह भाबर के अगुवाई में  जिले भार से आये सैकडो की संख्या में किसानों की ओर से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर को किसान हितैषी कदम उठाने के लिये प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद पत्र  जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा की उपस्थिति में सैकडो की संख्या में  किसानों एवं पार्टी एवं मोर्चो के बडी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने करतल ध्वनि केश्री डामोर का पुष्पमालाओं से स्वागत किया तथा आभार पत्र सौपा । ज्ञापन का वाचन कलमसिंह भाबर ने किया । इस  अवसर पर सांसद गुमानसिंह डामोर ने खचाखच भरे सर्कीट हाउस परिसर में उपस्थित किसानों एवं भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी पहली केबिनेट बैठक में ही किसानों के हित को लेकर जो योजनायें लागू करके किसानों को लाभान्वित करने का काम किया है इससे भारत निश्चित ही सशक्त बनेगा । यदि किसान सशक्त होगा तो देश शक्तिशाली बनेगा । प्रधानमंत्री मोदी ने नये कार्यकाल की शुरूवात ही किसानों के मान सम्मान को लेकर की है । देश में किसन सम्मान योजना में 60 साल से अधिक आयु के किसानों के लिये किसान पेंशन योजना लागू करके हर किसान के हित का कदम उठाया है । ऐसे किसानों के लिये ये योजना संजीवनी का काम करेगी तथा उन्हे ताकत प्रदान करेगी । श्री डामोर ने आगे कहा कि विपक्ष इस योजना को लेकर इसंे उंट के मुह मे जीरा वाली कहावत बता रहा है जबकि वास्तविकता यह  है कि कांग्रेस के राज में किसानों के हित में कभी कोइ्र कल्याणकारी कदम नही उठासये बल्कि भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नही किया है । सांसद डामोर ने आगे कहा कि झाबुआ जैसे आदिवासी प्रधान जिले के किसानों के लिये 6 हजार की राशि बहुत कुछ मायने रखती है और जरूरत के वक्त बीज,खाद निंदाई गुढाई आदि में उन्हे पैसों का तकलिफ नही उठाना पडेगी । किसानों के लिये लागू की गई पेंशनउ योजना भी लाभ प्रद है ।उन्होने कहा कि प्रधान मंत्री की किसानों के लिये लागू की गई एक एक योजना को प्रत्येक किसान तक पहूंचाना उनका नैतिक दायित्व होगा ।किसानों के हर दुख सुख मे वे सदा उनके साथ रहेगें वे राज करने या राजनीति करने के लिये नही बल्की सेवा करने के लिये आये है ।उन्होने कहा कि अब हमेशा जन सामान्य एवं किसानों की समस्याओं के लिये वे झाबुआ के सर्कीट हाउस पर ही मिलेगें और प्रत्येक आवेदन पर कार्यवाही करवाने के लिये तत्पर रहेगें । श्री डामोर ने आभार पत्र को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहूंचाने का वादा किया । तथा कहा कि अब हमारा नारा होगा जय जवान- जय किसान जय प्रधानमंत्री । इसके पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने भी अपने  किसानों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की प्रथम केबिनेट बैठक में सबसे पहले किसानों के हित में ही निर्णय लिये गये है । यह यह सुशासन की शुरूवात है ।उन्होने श्री डामोर के कुशल नेतृत्व में जिले के सर्वागिण विकास की बात कहते हुए कहा कि आगामी पांच बरसों में इस अंचल की तकदीर एवं तस्वीर बदलने में वे सार्थक भूमिका निभायेगें ।

शनि जयंती पर शहर में बैंड-बाजों के साथ निकला चल समारोह, विषेष बग्गी में सवार रहा शनिदेवजी का चित्र, शनि मंदिर में अभिषेक, हवन एवं पूजन का दिनभर चलता रहा आयोजन

jhabua news
झाबुआ। श्री पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौर तेली समाज झाबुआ द्वारा शहर के सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित विष्व शांति नवगृह शनि मंदिर से शनि जयंती के उपलक्ष में 3 जून, सोमवार को सुबह 8 बजे से भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में बैंड-बाजों के साथ बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए। विषेष रथ (बग्गी) पर शनिदेवजी का चित्र विराजमान किया गया। शोभायात्रा में आगे बैंड-बाजों पर धाार्मिक गीतों की प्रस्तुति दी जा रहंी थी। इसके पीछे समाज का पुरूष वर्ग चल रहा था। बाद ढोल-ताषों के पीछे समाज के युवाजन एक वेषभूषा में सिर पर साफा पहनकर सम्मिलित हुए। महिलाएं एवं बालिकाएं एक जैसी ड्रेस कोड में चुनरी पहने हुए थी। सबसे पीछे विषेष रथ (बग्गी) में शनिदेवजी का चित्र विराजमान रहा। भगवान को चंवर पं. राधेष्याम जोषी द्वारा ढुलाया गया। भगवान के जगह-जगह श्रद्धालुआंे द्वारा दर्षन किए गए। जगह-जगह आतिष्बाजी के साथ चल समारोह में शामिल समाजजनों का पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया गया। यह शोभा यात्रा शहर के थांदला गेट, तेलीवाड़ा मौहल्ला, जैन मंदिर तिराहा, लक्ष्मीबाई मार्ग, राजवाड़ा, नेहरू मार्ग, श्री गौवर्धनानाथ मंदिर तिराहा, आजाद चैक, बाबेल चैराहा, थंादला गेट होते हुए पुनः मंदिर पर पहुंची।

विभिन्न आयोजनों हेतु समाजजनांे ने ली बोलियां
यहां मंदिर पर विभिन्न आयोजनों हेतु बोलियां लगाई गई। आरती की बोली रणछोड़लाल रतिलाल राठौर ने लेते हुए आरती करने का लाभ प्राप्त किया। बाद मंदिर के षिखर पर ध्वज चढ़ाने की बोली जितेन्द्र रणछोड़लाल राठौर कालीदेवी ने लगाकर सांयकाल मंदिर में षिखर पर ध्वज चढ़ाया। शाम की महाआरती की बोली का लाभ शंकरलाल टेकचंद राठौर एवं भगवान को भोग लगाने का लाभ रमेष रतिचंद राठौर ने प्राप्त किया। इसके साथ ही महाआरती के दौरान घंटी बजाने की भी बोली लगाई गई।

अभिषेक एवं हवन का हुआ आयोजन
दोपहर 12.30 बजे से शनिदेवजी की प्रतिमा का महाभिषेक आरंभ हुआ। वहीं मंदिर में हवन पं. हिमांषु शुक्ल एवं उनके साथ आए विद्वानों द्वारा संपन्न करवाया गया। हवन में यजमान के रूप में राकेष सोनावा, नितेष राठौर एवं पवन राठौर सम्मिलित हुए। पूर्णाहूति दोपहर करीब 3.30 बजे हुई। शाम को महाआरती का आयोजन हुआ। बाद समाजजनों के लिए भोजन (प्रसादी) का आयोजन रखा गया।

दिनभर चलता रहा दर्षन-पूजन का क्रम
शनि जयंती होने से मंदिर पर विषेष रूप से पुष्पामालाओं से श्रृंगार किया गया एवं रात्रि में आकर्षक विद्युत सज्जा से मंदिर जगगम हुआ। शनि जयंती होने से दिनभर मंदिर में शनिदेवजी के दर्षन-पूजन का क्रम चलता रहा। सभी आयोजनों में समाजजनों की बड़ी संख्या में सहभागिता रहंी।

दुर्घटनाग्रस्त पटवारी बबन रावत के उपचार के लिये पटवारी संघ के सदस्यों ने 1 लाख से अधिक की राषि एकत्रित करके आप्रेषन एवं उपचार करवा कर मानवीय सेवा का उदाहरण पेष किया ।
सोष्यल मीडिया पर की गई अपील का व्यापक असर हुआ अल्प समय में एकत्रित हुई राशि
jhabua news
झाबुआ । मध्यप्रदेश पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा के प्रयासों तथा पटवारी संघ के सदस्यों द्वारा मानवीय संवेदनाओं के तहत  सडक दुर्घटना में घायल दो पटवारियों बबन रावत तहसील रामा एवं सालम जमरा तेहसील मेघनगर के घायल हो जाने पर इन्हे आगामी उपचार के लिये झाबुआ से दोहद रेफर किया गया था । इन में से पटवारी बबन रावत को गंभीर चोट होने से सैफी हास्पीटल दोहद में इनकी दो बार सर्जरी हुई । उपचार के दौरान मानवीयता के तहत संदीप ढाक ने बबन पटवारी को रक्त दिया और आपरेशन सफल रहा । ज्ञातव्य है कि पटवारी बबन रावत के परिवार में विधवा माताजी है और आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर होने से हास्पीटल का बिल जो करीब 1.50 लाख रूपये हुआ था, चुका पाना इनके परिजनो के लिये संभव नही था। हालांकी कुछ नये पटवारी भाई बहनो ने राशि एकत्र भी की है किन्तु लगभग एक लाख रुपये की और आवश्यकता थी । इस स्थिति में सोश्यल मीडिया के माध्यम से पटवारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश मुलेवा ने पटवारी साथियों से यथा योग्य आर्थिक सहायता करने की अपील करते हुए स्वयं ने भी अपनी तरफ से आर्थिक मदद पहूंचाई । सोश्यल मीडिया पर की गई अपील का सार्थक प्रभाव दिखाई दिया और पटवारी साथियों द्वारा अल्प सूचना पर ही आर्थिक सहयोग प्रदान किया वह अविस्मरणीय है और लगभग रुपये 80,000 भाई रवि मंडलोई के खाते में जमा हों चुकी है । वही कुछ नगद राशि साथियों के पास है । इस तरह पटवारी संघ ने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अस्पताल का बिल चुकता करवा दिया और उपचाररत पटवारी बबन रावत को दाहोद हास्पीटल से डिस्चार्ज किया गया है। पटवारी रवि मंडलोई स्वयं पटवारी बबन रावत को उनके गृहग्राम मनावर तक छोड़ने भी गये । उल्लेखनीय है कि जिले भर के पटवारी साथियों ने 500 रुपये से लेकर 5 हजार तक की आर्थिक मदद देकर उपचार के लिये पर्याप्त एकत्रित करके एक मानवीय सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया है । इस पुनीत कार्य में तहसील अध्यक्ष रामसिंह रावत पेटलावद, नानूराम मेरावत झाबुआ, गोपाल जोशी राणापुर , मलसिह रावत रेखा बिलवाल, ऋषि जैसवाल , रवि मंडलोई, अखिलेश भाबर पूजा ओसरी संदीप ढाँक अजित चैहान गोविन्द नायक यश रामावत महेश गरवाल सहित सभी पटवारियों ने सराहनीय सहयोग प्रदान करके अपने साथी पटवारी की जान बचाने में नीजि तौर पर जो सहयोग प्रदान किया उसके लिये पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

हाईस्कूल में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विभिन्न स्कूलों के 17 विद्यार्थियों का किया गया सम्मान
जिले के वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ को ‘श्रेष्ठ साहित्य सृजक अलंकरण’ से नवाजा गया
jhabua news
झाबुआ। आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट झाबुआ द्वारा स्थानीय पैलेस गार्डन में 2 जून, रविवार देर शाम 7 बजे से प्रतिभा सम्मान समारोह एवं ‘श्रेष्ठ साहित्य सृजक अलंकरण’ समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें अतिथि के रूप में जिला आजाद साहित्य परिषद् के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केेके त्रिवेदी, रोटरी क्लब मेन से वरिष्ठ रोटेरियन एवं अभिभाषक उमंग सक्सेना, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संसथापक अध्यक्ष राजेष नागर, कंेद्रीय विद्यालय झाबुआ के प्राचार्य जेपी बोहरे एवं रोटरी क्लब मेन अध्यक्ष अमित यादव उपस्थित थे। शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वतीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस दौरान गायत्री महामंत्र का उच्चारण गायत्री परिवार के युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने किया। सरस्वती वंदना आसरा ट्रस्ट की वरिष्ठ सदस्या श्रीमती सुषीला भट्ट ने प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य अषोक शर्मा, सेवा प्रकल्प सचिव सुनिल चैहान, कोषाध्यक्ष पं. द्विजेन्द्र व्यास, इंदरसेन संघवी, जयेन्द्र बैरागी, युवा हिमांषु त्रिवेदी सुजाता जायसवाल आदि ने किया। स्वागत उद्बोधन एवं आसरा ट्रस्ट के आय-व्यय का ब्यौरा संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों को समर्पित गीत ‘निकल पड़ो रे, निकल पड़ो रे, उत्कृष्ट उमा विद्यालय झाबुआ के व्याख्याता एमके खुराना ने प्रस्तुत किया।

17 विद्यार्थियों का उनके अभिभावकांे के साथ किया भावभरा सम्मान
बाद शहर के कक्षा 10वीं में सर्वाधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं के सम्मान के क्रम में सभी विद्यार्थियों को दिए जाने वाले सम्मान-पत्र का वाचन मप्र उपभोक्ता हितैषी मंच के जिलाध्यक्ष जयेन्द्र बैरागी ने किया। बाद 17 विद्यार्थियों में कैथोलिक मिषन स्कूल झाबुआ हिन्दी एवं अंग्रजी माध्यम के 3 छात्र-छात्राओं में राहुल परमार, विमल कटकानी एवं भूमिका वर्मा, केंद्रीय विद्यालय गेल झाबुआ के 4 विद्यार्थियों में पुखराज कुषवाह, सोमिल खुराना, अनंष जैन एवं वृद्धि जैन, उत्कृष्ट उमा विद्यालय झाबुआ के 10 छात्र-छात्राओं में अनिल वसुनिया, रितिका बबेरिया, धीरेन्द्रसिंह भाल, धनसिंह सिंगार, शक्ति बुधवंत, विकास बारिया, अनिवाष मचार, सुधांषु चैहान एवं राहुल मेड़ा द्वारा 90 प्रतिषत से अधिक लाने पर उनका पुष्पामाला पहनाकर, पुष्प गुच्छ भेंटकर एवं अभिनंदन-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

श्री भंडारी को प्रदान किया गया श्रेष्ठ साहित्य सृजक अलंकरण
सम्मान के अगले क्रम में हीं जिले के वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी यषवंत भंडारी ‘यष’ को प्रदान किए जाने वाले ‘श्रेष्ठ साहित्य सृजक अलंकरण’ अभिनंदन-पत्र का वाचन भी जयेन्द्र बैरागी ने किया। सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने बताया कि यषवंत भंडारी ‘यष’ द्वारा साहित्य के क्षेत्र में नित-नए आयाम हासिल किए जा रहे है। जिसमें उनके अब तक तीन काव्य संग्रह आनंद अश्रु, पतझड़ की छाया एवं ना-जायज का दर्द’ प्रकाषित हुए है। जिन्हें पाठकों की निरंतर काफी सराहना मिल रहीं है। साथ ही पिछले दिनों उनके द्वारा अंतस के आरेख संस्था द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली साहित्यिक प्रतियोगिता में ‘शब्द’ पर लिखी सुंदर कविता हेतु प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। साहित्य के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए श्री भंडारी को आज ‘श्रेष्ठ साहित्य सृजक अलंकरण’ से नवाजा जा रहा है। साथ ही अलंकरण पत्र में कहा गया कि हम उन्हें यह सम्मान देकर काफी गौरव की अनुभूति कर रहे थे। बाद अतिथियों द्वारा उक्त ‘श्रेष्ठ अलंकरण’ अभिनंदन पत्र श्री भंडारी को स-सम्मान प्रदान किया गया।

विभिन्न संस्थाओं ने किया सम्मान
बाद यषवंत भंडारी का रोटरी क्लब ‘मेन’ की ओर से उमंग सक्सेना, अध्यक्ष अमित यादव, सचिव हिमांषु त्रिवेदी, राकेष पोतदार, रोटरेक्ट क्लब झाबुआ की ओर से संभापति नीरजसिंह राठौर एवं सचिव दौलत गोलानी, जिला आजाद साहित्य परिषद् से अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी, जय भीम जागृति समिति की ओर से अध्यक्ष एमएल फुलपगारे, कवि निसार पठान, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट की ओर से समस्त पदाधिकारी एवं महिला-सदस्यों, भारतीय जैन संगठन की ओर से सुनील संघवी, राजेन्द्र भंडारी, अंतिम पोरवाल एवं संजय जैन, गायत्री परिवार बसंत काॅलोनी की ओर से विनोदकुमार जायसवाल, श्रीमती सुजाता जायसवाल, देव संस्कृति विष्व विद्यालय हरिद्वार से पधारी समस्त युवा टीम एवं नेतृत्व कर रहीं गरिमा जायसवाल एवं पियूष जायसवाल आदि द्वारा पुष्पमाला पहनाकर शाल ओढ़ाकर एवं श्रीफल भेंटकर भावभरा सम्मान किया गया।

4 नवीन सदस्यों ने सदस्यता ग्रहण की
समारोह के मध्य ही आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट में 4 नवीन सदस्यों ने सदस्यता भी ग्रहण की। जिसमें श्रीमती राधा चैहान, संगीता शर्मा, देवकन्या सोनगरा एवं सत्यम भट्ट द्वारा ट्रस्ट की सदस्यता ग्रहण करने पर उनका पुष्पमाला पहनाकर आसरा ट्रस्ट के ही पदाधिकारियों में राजेष नागर, सेवा प्रकल्प सचिव सुनील चैहान, मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी के साथ महिलाओं में ट्रस्ट की आजीवन अध्यक्ष श्रीमती वंदना व्यास, पवित्रा भावसार सहित अन्य महिला सदस्यों द्वारा पुष्पामाला पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी
बाद विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त प्राचार्य डाॅ. केके त्रिवेदी ने अपने बाल्याकाल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनके समय षिक्षा के क्षेत्र में इनती सुविधाएं नहीं थी, जितनी आज सुविधाएं है, बर्षत विद्यार्थियों को एकाग्रचित होकर और मन लगाकर अध्ययन कार्य करने की आवष्यकता है। आज जिन छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया है, उन्होंने 90 प्रतिषत से अधिक लाकर यह साबित किया कि वह अब परिपक्व हो गए, लेकिन अभी भी उन्हें यही नहीं रूकना है। अगली कक्षाओं में शत-प्रतिषत अंक लाकर इस झाबुआ जिले का नाम रोषन करना है।

कैरियर काउंसिलिंग का आयोजन करने पर जोर दिया
वरिष्ठ रोटेरियन एवं अभिभाषक उमंग सक्सेना ने कहा कि आपको आगे बढ़ना है तो पढ़ना है, यहीं रूकना नहीं है। श्री सक्सेना ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं में उत्र्तीण होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए आगामी दिनों में कैरियर काउसिंलिग करवाएं जाने पर भी जोर दिया एवं कहा कि इसका व्यय वे स्वयं वहन करेंगे। कंेद्रीय विद्यालय झाबुआ के प्राचार्य जेपी बोहरे ने बताया कि उनकी संस्था में कैरियर काउंसिलिंग के लिए एक्सपर्ट काउंसलर उपलब्ध है एवं कहा कि जब भी कैरियर काउंसिलिंग का आयोजन करना हो तो, यह एक्सपर्ट अपनी सेवाएं देने के लिए तत्पर है। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके द्वारा संस्था में सेल्फी विथ ट्री प्रोग्राम भी संचालित किया जा रहा है। इसमें जो भी व्यक्ति पाॅैधो रोपेगा, वह उसके साथ सेल्फी लेगा और बाद उसे वृक्ष बनने तक की समस्त जवाबदारी उसकी ही होगी।

प्लास्टिक का उपयोग ना करने हेतु प्रेरित किया
इस अवसर पर श्री बोहरे द्वारा प्लास्टिक का उपयोग ना करने हेतु भी उपस्थितजनों को प्रेरित किया गया। समारोह का सफल संचालन सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष एवं आसरा ट्रस्ट के संस्थापक सचिव नीरजसिंह राठौर ने किया एवं अंत मंे आभार आसरा ट्रस्ट के युवा सदस्य अतिषय देषलहरा ने माना। समारोह में शहर की विभिन्न सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी-सदस्यगणों के अलावा मीडियाकर्मी एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

सोशल मीडिया के जरिए भी घरों में संपन्न हुए गायत्री यज्ञ, पं. श्री राम शर्मा आचार्यजी के महानिर्वाण दिवस पर जिलेभर में हुआ गायत्री यज्ञ का आयोजन

jhabua news
झाबुआ। नव सृजन, राष्ट्र कुंडलिनी जागरण, समूह चेतना जागरण, विष्व शांति, भारत को पुनः विष्व गुरू बनाने, देष को आंतकवाद एवं भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के उद्देष्य को लेकर युग ऋषि पं. श्री राम शर्मा आचार्यजी के महानिर्वाण दिवस पर 2 जून, रविवार को भारत देष सहित पूरे विष्व में 2 करोड़ से अधिक घरों में गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया। इसी क्रम में झाबुआ जिले में भी यज्ञ संपन्न हुआ। गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी झाबुआ से जुड़े युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने बताया कि पिछले वर्ष भी 2 जून को पूरे भारत में दीप यज्ञ का आयोजन हुआ था। गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी से जुड़े गायत्री परिजनों द्वारा भी घर-घर जाकर गायत्री यज्ञ संपन्न करवाया गया। अखिल विष्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से सोष्यल मीडिया पर यू ट्यूब, वीडियो के माध्यम से सोष्यल पंडितों ने भी सैकड़ों घरों में स्वयं ही यज्ञ संपन्न करवाया।

इनका रहा विषेष सहयोग
देव संस्कृति विष्वविद्यालय हरिद्वार की टीम ने, जिसमें गौरव शर्मा, रमेष साहू, अभिनंदन, नवकांत, भावना, सुष्मिता, गरिमा जायसवाल, पियूष जायसवाल ने भी झाबुआ में अनेकों घरों में यज्ञ विधिपूर्वक करवाया। घरों में गायत्री यज्ञ संपन्न करवाने में गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी से जुड़े गायत्री परिजन एसएस पुरोहित, दिनेष डांगी, अरूण अरोड़ा, दीपक त्रिवेदी, एनपी गुप्ता, अनिल, मदन काका, सरदार चैहान, गुणमाला डांगी, निलेष पुरोहित, श्याम त्रिवेदी आदि का विषेष सहयोग रहा।

देव संस्कृति विष्वविद्यालय हरिद्वार के युवाओं ने अभूतपूर्व योग का किया प्रदर्षन, दर्षकों का मोहा मन

jhabua news
झाबुआ। देव संस्कृति विष्वविद्यालय हरिद्वार के युवाओं की टीम 2 जून को गुरूदेव पं. श्री राम शर्मा आचार्यजी के महानिर्वाण दिवस पर झाबुआ जिले में गायत्री यज्ञ संपन्न करवाने हेतु यहां पहुंची। इस दौरान 2 जून को रात्रि में स्थानीय पैलेस गार्डन पर उनका योग कार्यक्रम भी रखा गया। जिसमें देव संस्कृति विष्वविद्यालय हरिद्वार से आई टीम में शामिल झाबुआ की ही बेटी एवं योग में अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल कर चुकी गरिमा जायसवाल एवं बेटे पियूष जायसवाल के साथ देष के अलग-अलग स्थानों से आए योग में ख्याति प्राप्त गौरव शर्मा, नवकांत जुमाल, भावना चैधरी, सुष्मिता वर्मा, रमेषकुमार, अभिनंदनसिंह आदि ने पैलेस गार्डन के मंच पर योग के मनोरमी गीत पर अभूतपूर्व योग के आसन एवं प्रणायाम कर उपस्थित दर्षकों का रोमांचित कर दिया। यह टीम आयोजन स्थल गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी से जुड़े गायत्री परिजन एवं युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल एवं श्रीमती सुजाता जायसवाल के साथ पहुंची और करीब 15 मिनिट की योग की रोमांच भरी प्रस्तुति देकर सभी का दिल जीत लिया।

अभूतपूर्व आयोजन के लिए आभार माना
अंत में उक्त अभूतपूर्व आयोजन करने के लिए सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ यषवंत भंडारी, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर एवं रोटरी क्लब ‘मेन’ के डिस्ट्रीक्ट पब्लिक इमेज चेयरमेन उमंग सक्सेना ने माना।

मेरा जीवन भी अति व्यस्त होने के बाद भी मेरे लिए सबसे पहली प्राथमिकता मेरा युवक महासंघ व मेरा समाज- सुनील सिंघी
हमारा समाज सक्षम है, इसलिए समाज के निर्धन परिवार को सहयोग कर ऊंचा उठाने की करे कोशिश - अनिल दसेड़़ाअखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ का मप्र. का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न
jhabua news
झाबुआ। आचार्य पद्म सागरजी मसा की पावन पे्ररणा से 17 वर्ष पूर्व गठित संगठन के अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ का प्रांतीय सम्मेलन जावरा में आयोजित हुआ। जिसमें मालवा के आलोट, ताल, रतलाम, सैलाना, बरमंडल, झकनावदा, झाबुआ, मेघनगर,  पारा, धार, इंदौर, उज्जैन सहित कई श्री संघो ने बढ-़चढ कर सहभागिता निभाई। आयोजन के पूर्व समस्त श्री संघो के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था रखी गई। जिसके पश्चात समस्त श्री संघो का आयोजक समिति के पदाधिकारीयो द्वारा मोगरा की पुष्पमाला पहनाकर कुमकुम तिलक लगाकर डायरी पेन देकर किया गया। आयोजन के श्री गणेश में पधारे मुख्य अतिथि सुनील सिंघी, अंतराष्ट्रीय चेयरमेन युवकर महासंघ (सदस्य-अल्पसंख्यक आयोग, भारत सरकार), प्रमुख अतिथी हरेष शाह (राष्ट्रीय अध्यक्ष युवक महासंघ), विशेष अतिथि विनोद बरबोटा (राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष), सुनील गांग (राष्ट्रीय महामंत्री), अभय जैन भैया (राष्ट्रीय प्रवक्ता), निलेश सकलेचा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अजेश कोठारी (राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने जैन ध्वज पहराकर, मंगलाचरण के साथ आदिनाथ भगवान की फोटो पर पुष्पमाला भेट कर दीप प्रज्जवलित कर विधिवत तरीके से किया। तत्पश्चात् आयोजक समिति द्वारा समस्त अतिथियांे का मोती की माला से तिलक लगाकर स्वागत-अभिनदंन किया गया।

इन्हाने दिया उद्बोधन
अभा श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपुजक युवक महासंघ मप्र ईकाई के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दसेड़ा ने अपने उद्बोधन में श्री संघो को संबोधित करते हुए बताया कि युवक महासंघ का मुख्य उद्देश्य है कि साधु-संतो की विहार सुविधा देखना, हमारे महावीर के वंशज साधु भगवंतो को पुलिस सुरक्षा प्रदान करवाना, उनकी वैयावच्च व्यवस्था देखना, हर घर में गुरू भगवंतो की फोटो तो अवश्य मिलेगी, लेकिन हर घर में गुरूभगवंतो के अलावा हमारे भगवान महावीर स्वामी की फोटो भी अवश्य होना चाहिए। आवासहीन परिवारो को मकान दिलवाने के समाजजन मिलकर मदद करे। साथ ही बताया कि इस युवक महासंघ के सिंघी ने अल्प संख्यक की अलख जगाई। साथ ही साथ 300 से अधिक शहरो व गांवो में स्वयं पहुंचकर लोगो को माईनोरिटी की जानकारीयां दी। इसके साथ ही कहा कि हमारे समाज के गरीब वर्ग के परिवारो को 0 प्रतिशत ब्याज पर रूपए देकर उन्हे आगे बढ़ाने के बारे में भी सोचना चाहिए। इस बात का अनिल दसेड़ा ने पारा नगर का उदाहरण देते हुए बताया कि उस नगर में हमारे जैन भाई वहां के गरीब परिवार को 0 प्रतिशत ब्याज पर राशी देकर उनकी मदद कर यह सराहनीय कार्य कर रहे है व साथ ही इस पर पारा श्री संघ की अनुमोदना भी की गई।

हमारे नाम के पीछे जैन होना चाहिए
अंतर्राष्ट्रीय चेयरमेन सुनिल सिंघी ने कहा कि हम जैन है तो हमें हमारे नाम के पीछे जैन अवश्य लिखना चाहिए, इसका उदाहरण देते हुए श्री सिंघी ने बताया की एक जमाने में हमारी संख्या 40 करोड़ हुआ करती थी, लेकिन हम लोगो ने अपने नाम के पीछे जैन न लिखते हुए अन्य गौत्र लिखना शुरू कर दिया, जिससे की हम सरकार की निगाह व रिकार्ड में आज घटकर 40 लाख हो गए है। साथ ही कहा कि मेने कई सालो पहले अवंतिका नगरी उज्जैन में भारत का प्रथम अधिवेशन आयोजित किया था, तब नवीन 40 युवक महासंघ शाखा एकत्रित हुई थी और वह सफल आयोजन के रूप में आप सभी सम्मानीय की मदद से संपन्न हुवा था। साथ ही प्रेरणा दी की व्यक्ति कभी भी बड़ा नही होता, यह दिमाग में रखना की संस्था हमेशा बड़ी होती है, इस लिए मुझ सिंघी को कभी बड़ा मत समझना और एक बात और की नाम, कभी बडा नही होता कर्म व कार्य ही हमेशा बड़ा होता है, इसलिण् कर्म किए जाओ और फल की आशा मत करो।  और इसी वजह से आज युवक महासंघ ने विश्व में रीड की हड्डी बनकर कार्य कर नाम कमाया है।

इनका हुआ बहुमान
आयोजन में पधारे सांसद सुधीर गुप्ता, नीमच नगरपालिका अध्यक्ष राजेश जैन आलोट, जावरा की टीम व प्रांतीय कार्यकारीणी के सदस्यो ने तिलक लगाकर माला पहनाकर बहुमान किया। इसके साथ ही बहुमान की अगली कडी में अंर्तराष्ट्रीय चेयरमेन सुनील सिंघी का संपूर्ण मप्र की ईकाई द्वारा संस्था का प्रतीक चिन्ह भेट कर साफा-तिलक लगाकर बहुमान किया गया। साथ ही संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरेश शाह का मप्र ईकाई द्वारा बहुमान किया गया। सभी अतिथीयो ने पधारे श्रीसंघो का परिचय लिया व उनसे उनके विचार जाने।

यह थे उपस्थित
मालवा प्रांतीय श्री संघो से प्रश्न जैन उज्जैन, प्रकाश गांधी, सपन जैन, राजेन्द्र दराडा, सुनील पटवा, विजय बोहरा, हिम्मत डांगी, रितेश खाबिया, हार्दिक मेहता, विनोद मेहता, नितेश जैन, मुकेश जैन ‘नाकोड़ा’ झाबुआ, रजत कावड़िया, संदीप जैन मेघनगर, सुनील झालोका रायपुरिया, मनीष कुमट झकनावदा, किर्तीश जैन बनी, मनीष बाफना बरमंडल, राजेश पटवा उज्जैन, विकास पगारिया उज्जैन, आकाश दसेड़ा जावरा, राहुल रांका आलोट सहित कई श्री संघो से समाजजन उपस्थित थे। युवा संगठन की टीम ने पधारे समस्त श्री संघो का आभार माना।

जहां विज्ञान की सीमायें समाप्त होती है वही से आध्यात्म का प्रारंभ होता है- ज्योति दीदी
महिला योग समिति द्वारा आयोजित राजयोग षिविर का लिया जारहा लाभ
jhabua news
झाबुआ । पंतजलि महिला योग समिति झाबुआ द्वारा स्थानीय नसीयाजी में आयोजित पांच दिवसीय राजयोग शिविर के तीसरे दिन सोमवार को उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की ज्योति दीदी ने राजयोग के बारे में बाते हुए कहा कि शरीर को चलाने वाली चैतन्यशक्ति का नाम ही परमधाम है । जहां विज्ञान की सीमायें समाप्त होती है वही से आध्यात्म का प्रारंभ होता है । उन्होने कहा कि आत्मा अति सुक्ष्म ज्योति बिन्दू होता है । आत्मा जन्म लेने के बाद कर्म शुरू करती है ।  संसार मे हजारों लोग प्रति दिन मरते है परन्तु जनसंख्या विस्फोट की समस्या खत्म नही हो रही है ।यही आत्माये जन्म मरण के चक्कर में फस जाती है । आत्मा जन्म लेते ही भुल जाती है कि किस प्रयोजन से उसका यहां आना हुआ है ।आत्मा जन्म लेने के बाद अपने आप को काया मान लेती है ।आज शाश्वत सत्य से परे हाु चुका है । मैं शान्त स्वरूप् आत्मा हूं यह बोध सकारात्म विचारों से ही आती है ।आम तौर पर सकारात्मकता की बजाया नकारात्मक को अधिक ग्रहण किया जाता हे ।हमारे मन में नकारात्मक का भरपुर स्टाक हो जाता है ।क्या हमने विश्लेषण किया है कि जबान वश में है क्या ? हमारे कान क्या सकारात्मक ही सुनते है । व्यर्थ की बाते दिमाग मे क्यो आती है ? इस संसार मे गंदगी का कारण दृष्टि ही होती हे । हमे दैहिक दृष्टि बदउल कर आत्मीक दृष्टि बनाना होगी । आत्मा एक राजा होती है जो मस्तिष्क के सिंहासन पर बैठती है । और कर्मेन्द्रियों से काम करवाती है । आज राजा गुलाम बन गया है वह सोया है और म नही राजा बन गया है जो आत्मा को जागने नही देता है । शांति ही आत्मा का प्रथम गुण होता है  शांति के लिये जीवन मे ज्ञान की आवश्यकता होती है । शुद्ध विचारों से शांति को जीवन में लाना है । परमात्मा से ही ज्ञान व शांति की रोशनी मिलती है । राजयोग करने वाली आत्मा ही होती है । परमात्मा से जोडने के लिये परिचय, संबंध स्नेह और प्राप्ति ही मुख्य है । जिस प्रकार भगवान एक हे उसी तरह सत्य भी एक ही जिसे सर्वधर्म ने मान्य किया है ।धर्म की रीढ ही परमपिता परमात्मा शिव है वही निराकार एवं साकार ब्रह्म होता है ।आत्मा पिता पिता अति सुक्ष्म ज्योति बिन्दु जो सर्वोपरी होकर परमधाम में रहने वाला है ै जीवन मे यदि सुख चाहिये तो मेडिटेशन जरूरी है । शास्त्रों में लिखा सत्य होता है किन्तु उसके बाद भी हम प्रतिदिन अनैतिक काम कर रहे है । आज का मानव दानव बन चुका है । राजयोग अन्तर जगत की ओर एक यात्रा है। यह स्वयं को जानने या यूँ कहें कि पुनः पहचानने की यात्रा है। राजयोग अर्थात् अपनी भागदौड़ भरी जिन्दगी से थोड़ा समय निकालकर शान्ति से बैठकर आत्म निरीक्षण करना। इस तरह के समय निकालने से हम अपने चेतना के मर्म की ओर लौट आते हैं। इस आधुनिक दुनिया में, हम अपनी जिन्दगी से इतने दूर निकल आये हैं कि हम अपनी सच्ची मन की शान्ति और शक्ति को भूल गये हैं। फिर जब हमारी जड़े कमजोर होने लगती हैं तो हम इधर-उधर के आकर्षणों में फँसने लग जाते हैं और यही से हम तनाव महसूस करने लग जाते हैं। आहिस्ते-आहिस्ते ये तनाव हमारी मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को असन्तुलित कर हमें बीमारियों में भी जकड़ सकता है।राजयोग एक ऐसा योग है जिसे हर कोई कर सकता  हैं। ये एक ऐसा योग है जिसमें कोई धार्मिक प्रक्रिया या मंत्र आदि नहीं है । इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है। राज योग को आँखे खोलकर किया जाता है इसलिए ये अभ्यास सरल और आसान है। ज्योति दीदी ने कहा कि राजयोग के नियमित अभ्यास में जीवन में आमुलचुल बदलाव लाया जासकता है और हमे पूर्ण मानव बन सकते है । प्ंातजलि महिला योग समिति की रूकमणी वर्मा एवं मधु जोशी ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः 5-30 बजे से 7-30 बजे तक जेन नसीया में राजयोग का शिविर आयोजित हो रहा है । तीसरे दिन के शिवर में ललीत शाह, हीना जोशी, भावना जेन, निता शाह, साधना चैहान, विनिता टेलर, भावना टेलर, ममता जेन, उर्वशी मालवीय, निलम जैन, साधना वास्कले, सोनल कटकानी, ज्योति जोशी पुष्पा भंडारी, चंदा भंडारी आदि ने राजयोग के बारे में जानकारी ली तथा ज्योति दीदी के सानिध्य में राजयोग का अभ्यास किया । सुश्री वर्मा ने नगरवासियों से इस राजयोग शिवर का लाभ उठाने की अपील की है ।

पेयजल से सम्बधित समस्याओं का तत्काल निराकरण करेेेेेेेेे- कलेक्टर

jhabua news
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में आज समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिडे, एसडीएम श्री हर्षल पंचोली, एसडीएम झाबुआ श्री के सी परते, श्री मालवीय डिप्टी कलेक्टर एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में निर्देष दिये गये कि स्वरोजगार योजनाओ के लक्ष्य अक्टूबर तक पूर्ण कर लेवे। 14 जून 2019 को डीएसएससी की बैठक आयोजित है। इस योजना अनुसार कार्यवाही सुनिष्चित करे। मनरेगा में जेसेबी से कार्य नहीं किया जावे। इस हेतु हर अनुभाग पर कन्ट्रोलरूम बनाया जावे जो नियमित संचालित किया जाये। वृक्षारोपण के लिये पौधो की पर्याप्त व्यवस्था की जावे समयावधि पत्रो की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने जिला अधिकारियो को निर्देष दिये कि पेयजल की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जावे। बन्द हेन्डपम्पों को तत्काल चालु करे एवं पानी की गुणवत्ता पर सतत निगरानी करे। जल परिवहन की यदि आवष्यकता हो तो तत्काल व्यवस्था की जावे। आपदा प्रबंधन के लिये बाढ नियंत्रण के लिये कन्ट्रोल रूम स्थापना कर संचालन सुनिष्चित किया जावे। सुरत में हुए हादसे को मददे नजर तीन मंजीलो के मकानों में फायर सेफटी की जांच एवं निर्देष प्रसारित करे। होमगार्ड विभाग ऐसे हादसो से निपटने के लिये जाल क्रम करे एवं पुराने जिर्णषिर्ण मकान जहां हादसे हो सकते है तत्काल हटाये। उचित मुल्य की दुकानो पर पर्याप्त राषन की व्यवस्था हो। नगरपालिका क्षेत्रो में नाली एवं बडे नालो की तत्काल साफ सफाई करवायी जावे। बैठक में सीएम हेल्पलाइन, पी.जी.कोड, टी एल प्रकरणो का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देष दिये गये। गोषाला के लंबित प्रकरणों का निराकरण तत्काल किया जावे। तालाबों का गहरीकरण का चिन्हाकन कर तत्काल प्रारंभ करे। माही परियोजना का सतत समीक्षा की जावे।

एफएम रेडियो के माध्यम से लैगिंक अपराधो के जिंगल्स हो रहे है प्रसारित

झाबुआ । एफ एम रेडियो के माध्यम से गत 31 मई से लैगिंक अपराधो से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 पाक्सो एक्ट के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। यह प्रचार-प्रसार 31 मई से सात दिवसों तक  एफएम रेडियो चैनल द्वारा  जिंगल्स के माध्यम से लैगिंक अपराधो से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 के संबंध में प्रसारण किया जा रहा है। अपर संचालक महिला एवं बाल विकास मध्यप्रदेश राजपाल कौर ने समस्त जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे विभाग से संबंधित समस्त इकाईयों एवं कर्मचारियों विशेष रूप से ऑगनबाड़ी, झूलाघर आदि में एफएम रेडियो के जिंगल्स का प्रसारण सुने और उक्त कार्यक्रम से सभी को अवगत कराएं। उक्त कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पॉक्सो एक्ट के प्रावधानो से जनसामान्य को अवगत कराना है।

’’शासन से चना उपार्जन की अंतिम तिथि 31.05.2019 को बड़ाकर 06.06.2019 तक की गई है

झाबुआ । भारत सरकार की प्राइस सपोर्ट स्कीम अंतर्गत षासन स्तर से वर्ष 2018-19 में चना उपार्जन की अवधि अंतिम नियत दिनांक 31.05.2019 के स्थान पर दिनांक 06.06.2019 नियत की गई है। जिले के जिन चना पंजीकृत किसानो ने चना उपज का विक्रय (उपार्जन) नहीं किया है, कृपया वे किसान संबधित उपार्जन केन्द्र पर सम्पर्क कर दिनांक 06.06.2019 तक चना उपज का उपार्जन करवा कर लाभ प्राप्त करे। जिले मे चना उपार्जन केन्द्र:- आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, सहकारी विपणन संस्था मर्या. पेटलावद एवं सहकारी विपणन संस्था मर्या. थांदला है।

मलेरिया बीमारी की रोकथाम के लिये प्रभावी नियंत्रण हेतु मलेरिया निरोधक माह मनाया जायेगा

झाबुआ । राज्य शासन के निर्देश अनुसार जून माह को मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जायेगा। इस दौरान आम जनता को मलेरिया से बचाव के तरीकों से अवगत कराया जायेगा। मलेरिया रोग कैसे होता है एवं इसके फैलने के क्या कारण हैं और इसके बचाव के तरीके के बारे में आमजन को अवगत कराया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया माह के आयोजन के दौरान मात्र मलेरिया बीमारी के नियंत्रण के उपाय के लिये ही नहीं, बल्कि मच्छरजनित अन्य बीमारियों जैसे- फाइलेरिया, डेंगू एवं चिकन गुनिया पर भी नियंत्रण करना है। मलेरिया ठण्ड लगकर बुखार आने वाली बीमारी है। यह बीमारी संक्रमित मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने से फैलती है। एनाफिलिज मच्छर मुख्य रूप से जल-जमाव वाले स्थानों जैसे- धान का खेत, तालाब, गड्ढे, पाइप, कृत्रिम जलाशय, छत पर रखी पानी की टंकी, जल इकट्ठा करने के लिये बनाई गई पानी की टंकी, हैण्डपम्प, नल के आसपास जमा पानी, पशुओं के पानी पीने के होद, नहरें व रूका हुआ पानी, कूलर, टूटे-फूटे टायरों आदि में उपस्थित जल में पैदा होते हैं।

मलेरिया कैसे फैलता है
जब मादा एनाफिलिज मच्छर किसी मलेरिया के रोगी को काटती है, तो उसके खून में उपस्थित परजीवी को अपने शरीर में खींच लेती है। यहां परजीवी का 10 से 14 दिन तक विकास होता है और इसके बाद जब यह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो अपने शरीर में पल रहे मलेरिया परजीवी को उसके शरीर में छोड़ देता है। मलेरिया परजीवी मनुष्य के खून में लाल रक्त कणों में वृद्धि करता है और मनुष्य बुखार से ग्रसित हो जाता है। मलेरिया के लक्षणों में प्रमुख रूप से तेज ठण्ड लगकर बुखार आना, बदन दर्द, उल्टी होना, बुखार 102 से 104 डिग्री फैरेनहाइट तक पहुंच जाना आदि शामिल हैं। मरीज का यदि जल्दी एवं समुचित उपचार नहीं किया गया तो मलेरिया रोगी की मृत्यु भी हो सकती है।

मलेरिया से बचाव के उपाय
किसी भी तरह का बुखार आने पर तुरन्त खून की जांच कराकर मलेरिया की पहचान करना चाहिये। मलेरिया पॉजिटिव होने पर समुचित उपचार करवाया जाये। मच्छरों को पैदा होने से रोकने के लिये पानी की टंकियों एवं बर्तनों को अच्छी तरह ढंककर रखें। जहां जल-जमाव है, वहां मिट्टी का तेल या जला हुआ ऑयल सप्ताह में एक बार अवश्य डाल दें। लार्वाभक्षी मछली गंबुशिया स्थायी जल-जमाव वाले कुए एवं तालाबों में छोड दें। कूलर-फ्रीज आदि से पानी निकालकर सूखा लें। घर में अन्दर एवं बाहर कीटनाशक का छिडकाव करवायें, मच्छरदानी के अन्दर सोयें। साथ ही उपचार के समय यह सावधानी रखी जाये कि मलेरिया की दवा खाली पेट न ली जाये।

कोई टिप्पणी नहीं: