झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जून - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 29 जून 2019

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जून

झाबुआ से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का शहर के गणमान्यजनों ने किया भव्य स्वागत, देष की खुषहाली के साथ अच्छी बारिष के लिए भी करेंगे प्रार्थना

jhabua news
झाबुआ। शहर से बाबा बर्फानी (अमरनाथ) की यात्रा करने के लिए 28 जून, शुक्रवार को दोपहर करीब 32 यात्रियों का एक दल रवाना हुआ। इन यात्रियों का स्थानीय सज्जन रोड़ पर पुष्पमाला पहनाकर सकल व्यापारी संघ, जिला टेंट एवं लाईट एसोसिएषन, उर्स कमेटी, राठौड़़ समाज द्वारा भव्य स्वागत कर सभी यात्रियों को सफल यात्रा हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की गई। यात्रा करने वालों में गोविन्दसिंह पंवार, मनोज वर्मा, प्रकाष राठौर, सुरेष राठौर, घनष्याम पटेल, कोमल पटेल, नरेन्द्र सोनी, दिनेष राठौर, कुलदीप वर्मा, दीपक गुप्ता, गणेष यादव, लालु वसुनिया, प्रकाष मिश्रा, नरसिंह माल, सुजान राठौर, लक्ष्मी राठौर, नितेष कमलेष राठौर, अषोक गेहलोद, सुरेष कमरू राठौर, कनीराम गोयल, कमला गोयल, पूनीबाई राठौर, नानीबाई चंगोड़, सविता कटारा, बदिया कटारा, हजरी चैहान, बसंती सिसौदिया, श्रीमती चंदा, ललिता, प्रीती, अनिता शामिल है। समस्त यात्री झाबुआ से मेघनगर पहुंचेंगे। जहां मेघनगर रेल्वे स्टेषन से ट्रेन द्वारा अमरनाथ के लिए रवाना होंगे। अमरनाथ पहुंचने पर उनके द्वारा बाबा अमरनाथ से अपने परिवार की खुषहाली एवं समृद्धि के साथ देष की खुषहाली और समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की जाएगी। साथ ही झाबुआ में सुख-षांति बनी रहे और अच्छी बारिष हो, इसकी भी भगवान से कामना की जाएगी।

किया गया भव्य स्वागत
सभी यात्रियांे का झाबुआ से प्रस्थान पूर्व सज्जन रोड़ पर सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, जिला टेट एवं लाईट एसोसिएषन से अजय पंवार, श्री राम रोटी से बहादुर भाटी, उर्स कमेटी से अब्दुल रहीम अब्दु दादा, राठौर समाज से कैलाष राठौर, रेखा राठौर सहित अन्यजनों द्वारा पुष्पामाला पहनाकर स्वागत कर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। साथ ही सफल यात्रा कर लौटने हेतु अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की। इस दौरान सभी ने ‘‘बाबा बर्फानी की जय, भोले शंभु-भोलेनाथ हर-हर महादेव के जमकर जयघोष भी लगाए। बाद यात्रियों ने यात्रा के लिए प्रस्थान किया।

अखिल भारतीय मालवांचल आॅन लाईन कवि सम्मेलन में झाबुआ से काव्य पाठ करेंगे भेरूसिंह चैहान ‘तरंग’

jhabua news
झाबुअ। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के बेनर तले 30 जून, रविवार को शाम 5 बजे से मालवांचल आॅनलाईन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। आयोजन स्थल मालवा प्रांत सूचना-पटल होगा। यह जानकारी देते हुए मालवा प्रांत अध्यक्ष त्रिपुरालाल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम अध्यक्ष ़ऋषिकुमार मिश्रा कंेंद्रीय महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक डाॅ. दीपक दषोरे ‘दीप’ खरगोन रहेंगे। विषिष्ट अतिथि के रूप में विनय राजाराम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोपाल, मिथिला प्रसाद त्रिपाठी प्रदेष अध्यक्ष, जगदीष गुप्त रहेंगे। उक्त राष्ट्रीय अखिल भारतीय मालवांचल आॅनलाईन कवि सम्मेलन में देष के ख्यात कविगण षिरकत करेंगे। झाबुआ जिले से साहित्यकार-कवि भेरूसिंह चैहान ‘तरंग’ अपना काव्य पाठ करेंगे।

शहर के वार्ड क्र. 5 में टेड़े विद्युत पोल एवं बिजली गुल की समस्या से पार्षद ने विद्युत मंडल को करवाया अवगत, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

झाबुआ। शहर के वार्ड क्र. 5 के जागरूक पार्षद नरेन्द्र संघवी ने अपने वार्ड के रहवासियांे को वर्षाकाल मंें आने वाली समस्याओं को देखते हुए विद्युत मंडल झाबुआ के सहायक यंत्री उमाशंकर पाटीदार को वार्ड में स्थित विद्युत पोल टेड़े एवं झुके होने से आगामी समय में होने की दुर्घटना को संभावना देते हुए विद्युत पोल बदले जाने एवं राधाकृष्ण मार्ग तथा लक्ष्मीबाई मार्ग में बार-बार बिजली गुल होने संबंधी समस्या हेतु  जानकारी देकर ट्रांसफार्मर बदले जाने की मांग की है।
शहर के वार्ड क्र. 5 जिसमें तेलीवाड़ा मौहल्ला, लक्ष्मीबाई मार्ग, राधाकृष्ण मार्ग, रूनवाल बाजार, सरदारभगतसिंह मार्ग, थांदला गेट एवं बोहरा गली का कुछ हिस्सा आदि आते है, यह पूरा वार्ड पाॅष वार्ड होकर रहवासियों की दिक्कतों एवं समस्याओं को लेकर वार्ड पार्षद नरेन्द्र संघवी भी पूरी तरह से तत्पर हे। उनके द्वारा पिछले दिनों सरदारभगतसिंह मार्ग में स्थित मूत्रालय जो जीर्ण-षीर्ण होकर खराब हालत में था, उसे नया बनवाया गया, जिससे राह चलते लोगांे को काफी सुविधा हो रहंी है। इसी क्रम में आगामी वर्षाकाल में तेज बारिष और तेज हवाआंें के कारण लक्ष्मीबाई मार्ग में कई पोल ऐसे है, जो वर्षों पुराने होकर लोहे के पतरे के होने से नीचे से जंग खाकर कभी भी गिरने जैसे हो रहे है। साथ ही पोल पर मेन लाईन के तार के साथ अन्य तरह-तरह के तारों एवं वायरों के वजन से वह काफी झुक भी गए है। बड़े हादसे को न्यौता दे रहे है। इस तरह के विद्युत पोल लक्ष्मीबाई मार्ग में 2-3 है, जो कभी भी गिरने से रहवासी क्षेत्र में सड़क के दोनो ओर रहवासियांे के मकान होने से बडी दुर्घटना घटित होने की संभावना है, उन्हें बदलने हेतु वार्ड पार्षद श्री संघवी द्वारा विद्युत मंडल के सहायक यंत्री श्री पाटीदार को अवगत करवाया गया है। पार्षद ने बताया कि जिस तरह से विद्युत मंडल ने राधाकृष्ण मार्ग में पुराने पोल बदल नए पोल लगाने का कार्य किया है, उसी तरह लक्ष्मीबाई मार्ग में भी क्षतिग्रस्त एवं टेड़े हो रहे पोल को सुरक्षा की दृष्टि से बदले जाए।

थांदला गेट पर खबे का ट्रांसफार्मर बदलने की मांग
इसके साथ ही पार्षद श्री संघवी ने जानकारी देते हुए बताया कि थांदला गेट पर होटल के समीप एक विद्युत पोल पर लगा ट्रांसफार्मर काफी पुराना है। इस ट्रांसफार्मर में अक्सर तकनीकी खराब आ जाने से अक्सर राधाकृष्ण मार्ग, लक्ष्मीबाई मार्ग एवं आसपास के क्षेत्रों की बिजली घंटों गुल हो जाती है। विद्युत मंडल में षिकायत करने पर ट्रांसफार्मर में सुधार कार्य होने के बाद पुनः सप्लाय प्रारंभ हो जाता है, समस्या अक्सर निर्मित होने से रहवासी बेहद परेषान है, इस हेतु खंबे पर लगे ट्रांसफार्मर को बदल जाने हेतु उनके द्वारा विद्युत मंडल के सहायक यंत्री से कहा गया है। यह दोनो मुख्य मांग उनके द्वारा पिछले करीब 7-8 दिनांे पूर्व विद्युत मंडल को की गई है।

1 जुलाई तक दोनो कार्य करवा दिए जाएंगे
- वार्ड पार्षद नरेन्द्र संघवी द्वारा मुझे उनके वार्ड की उक्त दोनो समस्याओं से अवगत करवाया गया है। यह दोनो कार्य प्रस्ताव में है। 1 जुलाई तक लक्ष्मीबाई मार्ग में पुराने विद्युत पोलों को बदलने के कार्य के साथ ही थांदला गेट का ट्रांसफार्मर भी आसपास के क्षेत्रांे में कुछ समय के लिए विद्युत प्रदाय बंद कर बदल दिया जाएगा।
उमाषंकर पाटीदार, सहायक यंत्री, विद्युत मंडल झाबुआ

नारियांें को भारतीय संस्कृति के अनुरूप अपने जीवन में होना होगा सु-संस्कारित, दीप यज्ञ एवं नारी जागरण षिविर का हुआ आयोजन

jhabua news
झाबुआ। नारी आज विष्व की सबसे बड़ी शक्ति है। नारी को जगत जननी के रूप में पूजनीय माना गया है। भारत देष में महिलाओं को भारतीय संस्कृति के अनुरूप अपने जीवन को संस्कारित करना चाहिए। नारी का सोलह श्रंृंगार एवं उनकी सादगी ही उनका गहना होती है। नारी को अपने कर्म पर ध्यान देने के साथ धर्म पर भी समान रूप से ध्यान देना चाहिए। अखिल विष्व गायत्री परिवार से जुड़कर धर्म के मार्ग पर भी प्रषस्त होना चाहिए। उक्त प्रेरदाणीय उद्गार गायत्री शक्तिपीठ पेटलावद पर 27 जून, गुरूवार को आयोजित दीप यज्ञ एवं नारी जागरण षिविर को संबोधित करते हुए नारी जागरण अभियान की जिला संयोजिका श्रीमती नलिनी बैरागी ने कहीं। इस अवसर पर गायत्री परिवार की प्रेमलता शुक्ला ने भी नारी शक्ति की महत्वता को विस्तृत रूप से प्रतिपादित किया। प्रारंभ में वेद माता गायत्रीजी एवं पं. श्री राम शर्मा आचार्य और मां भगवती देवी शर्मा की पूजन की गई। बाद दीप यज्ञ में मंदिर को करीब 300 दीपकों से सुज्जित किया गया। दीप यज्ञ श्रीमती बैरागीी एवं श्रीमती शुक्ला ने संपन्न करवाया।

नशा मुक्ति पर दिया गया जोर
बाद उपस्थित महिलाओं को गभोत्सव संस्कार, जन्मोत्सव संस्कार की विधि की जानकारी देने के साथ ही अखिल विष्व गायत्री परिवार के नषा मुक्ति अभियान के बारे में भी जानकारी देकर लोगों को नषा मुक्त बनाने हेतु जोर दिया। इस अवसर पर विषेष रूप से गायत्री परिवार के जिला समन्वयक पं. घनष्याम बैरागी के साथ झाबुआ से महिलाओं में नम्रता शेखावत, रीना शर्मा, किरण निगम, राजकुमारी खंगारोत आदि उपस्थित थी।

भजन-किर्तन किए गए
इस अवसर पर सभी ने मिलकर भजन-किर्तन भी किए। कार्यक्रम में गायत्री शक्तिपीठ पेटलावद के परिव्राजक नीरज पटेल, प्रमुख ट्रस्टी कृष्णपाल राठौर के साथ पेटलावद महिला मंडल की अध्यक्ष मनीषा दुबे, महिला मंडल प्रमुख एवं ट्रस्टी ज्योति भटेवरा, लता असोलिया, ललिता भट्ट, मंजु पालिवाल, अनिता चैहान, धापू राठौर, लक्ष्मी राठौर, जीवन भट्ट, हेमंत शुक्ला आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

नीमा समाज ने सामूहिक हरतालिका व्रत उद्यापन महारुद्र यज्ञ का किया आयोजन
मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक अनुष्ठान हुआ संपन्न
jhabua news
झाबुआ । स्थानीय दशा नीमा समाज द्वारा सामूहिक हरतालिका व्रत उद्यापन के अन्तर्गत शिव पार्वती के महापूजन का कार्यक्रम चारभूजानाथ मंदिर में किया गया । गुरूवार सें प्रारंभ हुए इस व्रत अनुष्ठान का समापन शुक्रवार को दो कुण्डीय रूद्र यज्ञ में पूर्णाहूति के साथ संपन्न हुआ । श्री चारभुजानाथ मंदिर के पण्डित विश्वनाथ शुक्ल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान के तहत शतधारा से भगवान शिवजी का अभिषेक कार्य संपन्न हुआ तत्पश्चात पंचवक्त्र पूजन में शरीर के पांचों तत्वों से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिवजी का पूजन हुआ तथा शिवजी का 5 हजार बिल्वपत्रों तथा 500 कमल पुष्प से विधिव विधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजन अनुष्ठान किया गया । इस अवसर पर भगवान शिवजी का त्रिशांस पूजन भी मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ । शुक्रवार को  सामुहिक हरतालिका व्रत उद्यापन पूजन के  तहत रूद्र हवन के साथ ही हरिहरात्मक द्वादश लिंगोत्र भद्र मंडल आकर्षक स्वरूप  में बनाया गया तथा विधि विधान से पूजन किया गया । इस धार्मिक अनुष्ठान में हवन यज्ञ पूरी तरह वैदिक पद्धति से पण्डित विश्वनाथ शुक्ला के नेतृत्व में पण्डित हिमांशु शुक्ला, तािा सहयोगी किशोर पाठक, आशुतोष दवे, नरेन्द्र शर्मा, तरूण व्यास, व्यंकटेश त्रिवेदी, आनन्द त्रिवेदी, भागवत शुक्ला एवं मनमीत शुक्ला द्वारा करवाया गया । हवन के दौरान मंत्रोच्चार के साथ वास्त्रु हवन, गृह यज्ञ, योगिनी पूजन, रूद्र पूजन, हवन में बैठे 10 जोडो   कांतिलाल नानावटी, शांतिलाल शाह, प्रदीप शाह, कृष्ण्कांत शाह, शशिकांत वरदिया, कांतिलाल नीमा, गोवर्धनलाल शाह, मंगला कन्हैयालाल नीमा, मनीष कोठारी एवं विपिन शाह ने हरतालिका व्रत उद्यापन में तहत रूद्र यज्ञ में आहूतिया देकर व्रत पूजन  किया । हवन की पूर्णाहूति  के अवसर पर महा मंगल आरती  की गई तथा प्रसादी का वितरण किया गया । दो दिवसीय आयोजन में बडी संख्या में नीमा समाज के लोगों ने भागीदारी की तथा इस अनुठे व्रत उद्यापन में धर्म लाभ उठाया ।

तकनीकी प्रशिक्षण एवं ऋण पाकर संजय बने सफल व्यवसायी
अपने साथ 2 अन्य युवाओं को भीे उपलब्ध करवाया रोजगार

jhabua news
झाबुआ 28 जून 2019/हुनर रखने वाले व्यक्ति को यदि सही तकनिकी ज्ञान एवं आवष्यकता अनुसार धन राषि भी मिल जाये, तो उसकी कार्यक्षमता में कई गुना वृद्धि हो जाती है। इसीलिए शासन द्वारा बेरोजगार युवाओ को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओ में ऋण उपलब्ध करवा कर तकनीकी प्रषिक्षण भी दिया जाता है।झाबुआ जिले के संजय पिता मनोज निवासी झाबुआ को शुद्ध पेयजल उपलब्धता के बाजार में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए शासन द्वारा ऋण उपलब्ध करवा कर आर्थिक मदद की गई।  संजय नंे चर्चा के दौरान बताया कि वे जीव-विज्ञान विषय से स्नात्तकोत्तर तक पढाई करने के बाद रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे थे, उन्होने शुद्ध पेयजल उपलब्धता के बाजार में अपना व्यवसाय स्थापित करने के बारे में सोचा, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से उनके पास धन राषि नही थी। तभी उन्होने मुख्यमंत्री स्वरोजगार के बारे में अपने दोस्तो से सुना और फिर इसके लिए उन्होने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में ऋण लेने के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग कार्यालय झाबुआ में संपर्क किया। योजना अन्र्तगत 5 लाख रूपये लोन केनरा बैंक से स्वीकृत करवाया। प्राप्त लोन से आर.ओ.प्लाट के लिए आवश्यक मशीन, उपकरण गाडी, केन एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएॅ की। फिर व्यवसाय को अच्छे से संचालित करने के लिए झाबुआ शहर के लोगो से संपर्क कर अपने ग्राहक बनाये। संजय ने बताया कि वे आर.ओ के व्यावसाय से 20-30 हजार रूपये तक मासिक शुद्ध लाभ कमा रहे है। अपने साथ 2 अन्य युवाओं को भी अपने व्यावसाय के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाया है। संजय नंे चर्चा के दौरान बताया कि षासन की यह योजना बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार उपलब्ध कराने में मददगार साबित हो रही ।

जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान
         
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा के निर्देशन में बाल मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से दस्तक अभियान जिले में निरंतर संचालित किया जा रहा है। यह अभियान 20 जुलाई 2019 तक संचालित किया जावेगा। सीएमएचओ डाॅ. बारिया ने बताया कि दस्तक अभियान के अंर्तगत एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता का संयुक्त दल अपनी कार्यवाईयों को निरंतर संपादित कर रहा है। साथ ही आवंटित क्षेत्रों के सभी ग्रामों में घर-घर जा कर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण, गंभीर एनीमिया, निमोनिया, दस्त रोग की पहचान, एस.एन.सी.यू. एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों का फालोअप कर, बच्चों में जन्मजात विकृति की पहचान तथा सभी बच्चों में विटामिन ए का अनुपूरण करने की कार्यवाही जारी है।  इस अभियान के अंतर्गत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान द्वारा त्वरित प्रबंधन ताकि बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान जारी है। सीएमएचओ डाॅ. बारिया ने जिले के आम जन से अपील की है कि एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संयुक्त दल को सहयोग प्रदान करें, ताकि दस्तक अभियान को सफल बनाया जा सके। आज जिला अस्पताल में दस्तक अभियान में चिन्हांकित बच्चो को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम डाॅ. दीपेष टेलर डाॅ. निर्मला अजनार डाॅ. अनिल भाबोर डाॅ. अलकेष मालवी ने बच्चो के माता-पिता को समझाईस देकर जिला अस्पताल लेकर आये। जन्म से ही टेडे मेढे पैर अथवा क्लब फुट के बच्चो को प्लास्टर चढाया गया। हडी रोग विषेषग्य डा.ॅ संदीप ठाकुर द्वारा प्लास्टर चढा कर उनके पैर को सीधा किया जाएगा और बाद में जुते प्रदान किये जाएगें। उपचार पूर्णतः निःषुल्क किया जा रहा है। बच्चो को विकलांगता से बचाने के लिये प्लास्टर चडाया जाता है।

स्नातक प्रथम वर्ष के पहले चरण के प्रवेश आवंटन-पत्र जारी
   
झाबुआ । शैक्षणिक सत्र 2019-20 के स्नातक प्रथम वर्ष के पहले चरण के प्रवेश आवंटन-पत्र जारी कर दिये गये हैं। विद्यार्थी ई-प्रवेश पोर्टल मचतंअमेी.उचवदसपदम.हवअ.पद पर स्वयं की लॉगइन आई.डी. से अपना आवंटन-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। विद्यार्थी आवंटित महाविद्यालय में उपस्थित होकर रिपोर्टिंग करने के बाद निर्धारित प्रवेश शुल्क ऑनलाइन 28 जून से एक जुलाई तक जमा कर प्रवेश सुनिश्चित कर सकते हैं।  प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रथम चरण में स्नातक पाठ्यक्रमों में कुल एक लाख 85 हजार 18 छात्र-छात्राओं का आवंटन हुआ, जिनमें छात्राओं की संख्या एक लाख एक हजार 543 तथा छात्रों की संख्या 83 हजार 475 है। इनमें सामान्य वर्ग के 44 हजार 10, अनुसूचित-जाति के 33 हजार 95, अनुसूचित-जनजाति के 25 हजार 502 तथा अन्य पिछडा वर्ग के 82 हजार 412 विद्यार्थी शामिल हैं।

जनसंख्या नियंत्रण के लिये विकासखंडों में लगाये जाएंगे परिवार विकास मेले
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से 11 अगस्त तक मनायेंगें जनसंख्या स्थिरता माह
झाबुआ । विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से 11 अगस्त तक प्रदेश में जनसंख्या स्थिरता के उद्देश्य से सभी विकासखंड मुख्यालय पर परिवार विकास मेले लगाए जाएंगे। मेले में जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सुश्री छवि भारद्वाज ने जिला कलेक्टरों से कहा कि मेले के सफल आयोजन के लिये अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करें। जनसंख्या नियंत्रण के लिये कारगर प्रयास करें। उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा जिला स्तर पर परिवार विकास मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सेवाप्रदाता और प्रेंरकों को स्वतंत्रता दिवस पर प्रशस्ति-पत्र दिये जायेंगे।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जनसंख्या दिवस की गतिविधियों को दो हिस्सों में क्रियान्वित किया जाएगा। पहले हिस्से में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसमें एएनएम, आशा कार्यकर्ता और अन्य मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर सम्पर्क स्थापित कर लक्ष्य दम्पत्ति सर्वे करेंगे। इसमें हितग्राहियों को चिन्हित कर उन्हें स्थाई एवं अस्थायी परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिये प्रेरित करेंगे। आरोग्य केन्द्र में लक्ष्य दम्पत्तियों की सूची प्रदर्शित की जाएगी। गतिविधियों के दूसरे हिस्से में 11 जुलाई से 11 अगस्त जनसंख्या स्थिरता माह के दौरान चिन्हित हितग्राहियों को परिवार नियोजन की सेवाएँ दी जाएंगी।मिशन संचालक ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में स्थायी साधनों को बढ़ावा देने के लिये प्रेरक और हितग्राही, दोनों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। परिवार विकास वाले जिलों में मिशन द्वारा पुरूष नसबंदी पर हितग्राही को तीन हजार और प्रेरक को चार सौ रुपये, सामान्य महिला नसबंदी पर हितग्राही को दो हजार और प्रेरक को तीन सौ रुपये तथा प्रसव के बाद सात दिन के अन्दर महिला नसबंदी पर हितग्राही को तीन हजार और प्रेरक को चार सौ रुपये दिये जायेंगे। नान मिशन परिवार विकास वाले जिलों में पुरूष नसबंदी में हितग्राही को दो हजार, प्रेरक को तीन सौ, सामान्य महिला नसबंदी में हितग्राही को एक हजार चार सौ, प्रेरक को दो सौ और प्रसव के बाद सात दिन के अन्दर महिला नसबंदी पर हितग्राही को दो हजार दो सौ, प्रेरक को तीन सौ रुपये दिये जायेंगे। आशा कार्यकर्ता को विवाह के बाद दो वर्ष तक दम्पत्तियों को जन्म में अन्तर, पहली एवं दूसरी संतान के जन्म में तीन वर्ष का अन्तर रखवाने पर पाँच-पाँच सौ रुपये और एक या दो बच्चों वाले हितग्राहियों को स्थायी साधन अपनाने के लिये प्रेरित करने पर एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।

घर बैठे मिलेगी उपलब्ध पौधों की जानकारी
           
झाबुआ । वन विभाग ने प्रदेश के किसानों और नागरिकों को घर बैठे पौधे विभिन्न पौधों की उपलब्धता की जानकारी देने के लिये ऑनलाइन आवेदन सुविधा आरंभ की है। अब लोग एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल ढीजजचरूध्ध्उचवितमेजण्उचवदसपदमण्हवअण्पदझ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की सुविधा एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क पर भी उपलब्ध है। इसमें वन विभाग की 170 नर्सरी से पौधे मिल सकेंगे। आवेदन मिलने पर वन विभाग उनकी माँग के अनुसार अनुमोदन करेगा। आवेदकों और संबंधित नर्सरी के अधिकारियों को एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी दी जायेगी। इसके बाद आवेदक संबंधित नर्सरी को नगद भुगतान कर पौधे प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया से किसानों और आवेदकों को प्रदेश की रोपणियों में उपलब्ध विभिन्न प्रजाति के पौधे और उनकी संख्या के बारे में घर बैठे ही आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर पौधे और जानकारी मिल जायेगी। इससे उन्हें पौधा प्राप्त करने के लिये भटकना नहीं पड़ेगा। विस्तृत जानकारी के लिये एम.पी. ऑनलाइन के कस्टमर केयर दूरभाष क्रमांक 0755-6720200 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के लिए ऑनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून

झाबुआ । शिक्षा का अधिकार कानून के तहत संचालित प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के लिए आवेदन 30 जून तक ऑनलाईन प्राप्त किये जाएंगे।  राज्य शिक्षा केन्द्र के प्रस्ताव पर एनआईसी ूूूण्मकनबंजपवदचवतजंसण् उचण्हवअण्पद/तजम पर निजी विद्यालयों के लिए यह सुविधा प्रारंभ की गई है।संबंधित बीआरसीसी के द्वारा आवेदन तिथि के 15 दिन में स्कूलों का भौतिक सत्यापन किया जाकर ऑनलाईन निरीक्षण रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को प्रेषित की जायेगी। जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्राप्त मान्यता आवेदनों का 30 दिन में निराकरण किया जायेगा। प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण की यह ऑनलाईन प्रक्रिया एजुकेशन पोर्टल ण्मकनबंजपवदचवतजंसण्उचण्हवअण्पद के आरटीई प्रभाग से संचालित होगी।

अस्पताल¨ं में आंतरिक मरीज¨ं के भ¨जन व्यय में वृद्धि
              
झाबुआ । राज्य शासन द्वारा चिकित्सा/दंत महाविद्यालय तथा चिकित्सालय¨ं के आंतरिक र¨गिय¨ं के लिये निर्धारित भ¨जन व्यय में 4 रुपये प्रतिदिन की वृद्धि की गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार भ¨जन व्यय 44 रुपये से बढ़ाकर 48 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। स्वीकृत आहार में चावल/दलिया/आटा 400 ग्राम, दाल 85 ग्राम, हरी सब्जी 114 ग्राम, सलाद, सब्जी मसाला एवं फल 85 ग्राम, दूध 241 ग्राम, शक्कर/गुड़ अ©र घी/तेल 57 ग्राम हैं।

आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण को मंजूरी
          
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) को 10 प्रतिशत आरक्षण की मंजूरी दी गई। आरक्षण का लाभ उन व्यक्तियों को मिलेगा जिनकी सभी स्रोतों से आय आठ लाख रूपये वार्षिक से अधिक नहीं है। यदि किसी व्यक्ति के पास पांच एकड से कम कृषि भूमि है तथा नगर निगम क्षेत्र में 12 सौ वर्ग फिट से कम क्षेत्र में मकान अथवा फ्लैट है तो उसे भी इसका लाभ दिया जायेगा। नगर पंचायत क्षेत्र में 18 सौ वर्ग फिट से कम क्षेत्र में मकान तथा फ्लैट होने पर ही हितग्राही को आरक्षण का लाभ मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मकान की सीमा निर्धारित नहीं की गई है। इससे प्रदेश के लाखों कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवार लाभान्वित होंगे।

नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 जुलाई को
           
झाबुआ । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के मार्गदर्शन में 13 जुलाई 2019 को जिला न्यायालय, झाबुआ एवं सभी तहसील न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाना है।  इस नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण, सिविल प्रकरण, बैंक रिकवरी, एन.आई.एक्ट की धारा 138, क्लेम प्रकरण, लेबर डिस्प्यूट, विद्युत एवं जलकर, पारिवारिक विवाद, भूमि अधिग्रहण, राजस्व प्रकरण (जिला न्यायालय में लंबित) के साथ-साथ विभिन्न विभागों के प्रीलिटिगेशन प्रकरणों में एन.आई.एक्ट की धारा, 138, क्लेम प्रकरण, लेबर डिस्प्यूट, विद्युत एवं जलकर तथा अन्य राजीनामा योग्य पारिवारिक प्रकरण, आपराधिक प्रकरण एवं सिविल प्रकरणों का निराकरण किया जावेगा।

अब 5वी, 8वी पास करने पर ही जा पाएगें अगली कक्षा में
            
झाबुआ । एमपी बोर्ड से संबंधित सभी निजी व सरकारी स्कूलो में 5वीं और 8वीं कक्षा में बोर्ड पद्वति लागू होगी। इसमें सीबीएसई स्कूल बोर्ड के दायरे से बाहर होगे। पांचवी-आठवी की परीक्षा को लेकर गजट नोटिफिकेषन जारी होने के बाद राज्य षिक्षा केन्द्र ने  दिषा-निर्देष जारी कर दिए है। वही सीबीएसई स्कूलो में पांचवी-आठवी बोर्ड को लेकर सीबीएसई की गाइडलाइन का इंतजार करना होगा। केन्द्र सरकार ने निःषुल्क एवं अनिवार्य षिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) कानून वर्ष 2010 मे देष में लागू किया है। कानून की धारा 30 में पहली से आठवी तक बच्चो की परीक्षा लेने और उन्हे फेल करने पर प्रतिबंध है। इसके तहत बच्चो का सिर्फ मूल्यांकन किया जा सकता है। यही कारण है कि राज्य सरकार वर्ष 2009 से परीक्षा के बजाय मूल्यांकन कर रही थी। म.प्र. सहित 27 राज्यो ने केन्द्र सरकार से कानून में संषोधन कर परीक्षा कराने के अधिकार मागंे। हाल ही में केन्द्र सरकार ने आरटीई कानून की धारा-30 मंे संषोधन कर दिया है। अब राज्य सरकारे चाहे, तो पाचवी-आठवी परीक्षा में विद्यार्थियो को पास या फेल कर सकती है।

कक्षा 7वी, 8वी, 11वी में प्रवेष के लिए आवेदन आमंत्रित
       
झाबुआ । जिले में संचालित एकलव्य आदर्ष आवसीय विद्यालय, मोरडुण्डिया (राणापुर) कें हिन्दी व अंग्रजी माध्यम में सीबीएससी पाठ्क्रम आधिारित अध्ययन हेतु केवल अनूसूचित जनजातीय (एटी) के विद्यार्थीयो के लिए कक्षा 7वी, 8वी, 11वी में रिक्त सीटो पर छात्र/छात्राओ के आवेदन आमत्रित किये गये है। आवेदित विद्यार्थियो को पूर्व कक्षा मे कम से कम 60 प्रतिषत अंको के साथ किसी भी सीबीएससी मान्यता प्राप्त विद्यालय से उत्र्तीण होना आवष्यक है।

राज्य एवं जिला स्तर पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हेतु आन लाईन समय सारणी जारी

 झाबुआ । राज्य एवं जिला स्तर पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हेतु आन लाईन समय सारणी जारी की गई है। जिसमें शैक्षणिक अमले का स्वैच्छिक स्थानांतरण के लिए आवेदको द्वारा एजुकेशन पोर्टल के माध्यम से 5 जुलाई  तक पोर्टल के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर सकते है।  शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक अमले का स्वैच्छिक एवं प्रशासकीय स्थानांतरण आदेश पोर्टल के माध्यम से 15 जुलाई तक जनरेट कर जारी किया जायेगा। स्थानांतरित कर्मचारियों को स्थानांतरित स्थल पर 22 जुलाई तक पदभार ग्रहण करना आवश्यक होगा।

रोजगार युवाओं को रोजगार स्थापित करने हेतु ऋण की सुविधा 
        
झाबुआ।  मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त एवं विकास निगम द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना तथा मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है।  महाप्रबधक उद्योग श्री इष्किया ने बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग (आदिवासी) के बेरोजगार युवक-युवतियों को मार्जिन मनी सहायता राशि पर बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए इच्छुक युवक-युवतियां एमपी आॅनलाईन के माध्यम से ीजजचरूध्ध्उेउमण्उचवदसपदम ण्हवअण्पद पर आवेदन कर सकते हैं।   इसी प्रकार अनुसूचित जनजाति वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के अंतर्गत बैंकों के माध्यम से 10 लाख रूपए से दो करोड़ रूपए तक की परियोजना लागत पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आवेदक को 50 हजार रूपए से 10 लाख रूपए तक की परियोजना लागत के नवीन उद्यमों की स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत समाज के सबसे गरीब वर्ग को कम लागत पर उपकरण तथा कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना में आवेदक को अधिकतम 50 हजार रूपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के तहत केवल नवीन उद्यमों की स्थापना के लिए ऋण प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत 50 हजार रूपए से दो करोड़ रूपए की परियोजना के लिए ऋण प्रदान किया जाता है।

सरकार ने वाहनो से प्रतिबंध हटाया मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं युवा उद्यमी योजना मे
बस,कार,टेंक्सी,ट्रेक्टर,ट्रक,जेसीबी,पोकलेन पर भी मिलेगा लोन
झाबुआ ।  महाप्रबंधक उद्योग भी इष्किया ने बताया कि जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना में वाहनो पर लोन देने पर लगा प्रतिबंध सरकार द्वारा हटा लिया गया है। योजनाओ में अब षासन द्वारा सभी प्रकार के वाहन जैसे बस, कार, टेक्सी, ट्रेक्टर, ट्रक, गुड्स केरियर मषीन/इक्यूपमंेट, वाहन (जेसीबी, पोकलेन हार्वेस्टर) इत्यादि पर षासन द्वारा ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। इच्छुक आवेदक एमपी आनलाईन के माध्यम से आवेदन करे अथवा संबंधित विभाग में संपर्क कर सकते है।

मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नीट नियम-2018 में संशोधन
            
झाबुआ । राज्य शासन ने मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नियम में समुचित संशोधन किये हैं। संशोधन के फलस्वरूप नीट की परीक्षा से चयनित अभ्यर्थियों का राज्य स्तरीय काउंसिलिंग में सीट आवंटन प्रक्रिया में किसी प्रकार का मेरिट हनन नहीं होगा और सीट ब्लॉकिंग की प्रवृत्ति पर अंकुश लग सकेगा। आयुक्त चिकित्सा शिक्षा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नियम-2018 में किये गये महत्वपूर्ण संशोधन के अनुसार प्रथम व द्वितीय चरण की काउंसिलिंग से प्रवेशित अभ्यर्थी को द्वितीय चरण और मॉपअप चरण में अपग्रेडेशन का अवसर उपलब्ध रहेगा। इससे इन चरणों में अभ्यर्थियों को उनकी पसंद एवं मेरिट के आधार पर आवंटन मिल सकेगा। अभ्यर्थियों द्वारा सीट ब्लॉकिंग की प्रवृत्ति रोकने के लिये प्रथम चरण की काउंसिलिंग से प्रवेश के बाद प्रवेशित सीट से त्याग-पत्र देने की सुविधा द्वितीय चरण की काउंसिलिंग शुरू होने की घोषित तिथि से 2 दिन पूर्व रखी गई है। अभ्यर्थी द्वारा इसके बाद किसी भी चरण में प्रवेश के उपरांत त्याग-पत्र दिये जाने पर सीट लीविंग बॉण्ड के रूप में भारी आर्थिक दण्ड का प्रावधान किया गया है। इस नियम के चलते त्याग-पत्र दिये जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा। इसी तरह मॉप अप चरण में आवंटन के बाद प्रवेश न लिये जाने या प्रवेश बाद सीट से त्याग-पत्र दिये जाने की वजह से ये रिक्त सीटें संस्था स्तर पर कराये जाने वाले चरण की काउंसिलिंग सीएलसी राउण्ड में शामिल नहीं की जायेंगी। ऐसे अभ्यर्थियों की सूची चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की वेबसाइट और एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल पर प्रदर्शित की जायेगी और अन्य राज्यों के संचालनालय चिकित्सा शिक्षा, एमसीआई, डीसीआई, डीजीएचएस भारत सरकार को और अन्य चिकित्सा, दंत चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश न दिये जाने के लिये भेजी जायेगी। मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश 2019-20 में अधिक से अधिक सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने के लिये अभ्यर्थियों द्वारा पंजीकरण किये जाने की प्रक्रिया काउंसिलिंग प्रारंभ होने के पहले और द्वितीय चरण की काउंसिलिंग के बाद मॉप अप चरण से पहले की जायेगी।

अस्पतालों में रहें मौसमी बीमारियों के उपचार और बचाव के बेहतर इंतजाम संचालक, स्वास्थ्य डाॅ. चैहान ने दिये निर्देश

झाबुआ । संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. बी.एन. चैहान ने प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों को मौसमी बीमारियों जैसे लू, जल-जनित रोग, उल्टी-दस्त, आंत्रशोथ, फुड पाइजनिंग, वाहक जनित रोग, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के उपचार और रोकथाम के बेहतर इंतजाम रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि जिला-स्तर पर रेपिड रिस्पांस टीम गठित की गई हैं। जल-जनित रोगों की रोकथाम के लिये शुद्ध पेयजल के उपयोग और ग्राम में ओआरएस डिपो होल्डर की स्थापना की गई है। मच्छर से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये मच्छर निरोधक गतिविधियाँ की जा रही हैं। संचालक डॉ. चैहान ने बताया कि मस्तिष्क ज्वर, दिमागी बुखार (एक्यूट इंसेफ डिसीज सिण्ड्रोम) किसी भी उम्र में होने वाली बीमारी है। यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है, जिसमें वायरस, वेक्टीरिया, परजीवी, हाइपोग्लाइसीमिया, टॉक्सिस आदि प्रमुख हैं। मस्तिष्क ज्वर होने पर रोगी को तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टियाँ, झटके आना, मानसिक विचलन और बेहोशी जैसे प्रमुख लक्षण होते हैं। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य में एक्यूट इंसेफ डिसीज सिण्ड्रोम से मृत्यु का संभावित कारण बच्चों का खाली पेट अधिक मात्रा में लीची फल खाने के चलते होना पाया गया है। डॉ. चैहान ने कहा कि लीची फल में मिथाईलीन, साइक्लो प्रोपाइल ग्लाईसिन अधिक मात्रा में होता है, जो लीवर में होने वाली ग्लूको न्यूजेनेसिस प्रक्रिया को ब्लॉक कर देता है। इसके कारण रोगी को हाईपोग्लाईसीमिया हो जाता है। इसके फलस्वरूप रोगी को सेरीब्रल इन्फ्लेमेशन हो जाती है। डॉ. चैहान ने बताया कि प्रदेश में इस प्रकार की कोई भी स्थिति नहीं है और ऐसा कोई भी प्रकरण अब तक प्रकाश में नहीं आया।

प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क¨ प्राथमिकता दी जाए-मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
ऊर्जा विकास निगम क¨ 2 लाख स¨लर पंप लगाने का लक्ष्य
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क¨ प्राथमिकता दी जाए।  विकेन्द्रीकृत स©र परिय¨जनाअ¨ं क¨ प्र¨त्साहन देने के साथ उत्पादित ऊर्जा की प्रदेश में ही खपत सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएँ। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा ऊर्जा विभाग के अधिकारिय¨ं के साथ उच्च-स्तरीय चर्चा में यह निर्देश दिए। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव एवं ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह भी चर्चा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने स©र ऊर्जा से कृषि कार्य में पूरी बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश में संभावना वाले 20 विकासखंड¨ं का चयन करने क¨ कहा। उन्ह¨ंने कहा कि चयनित विकासखण्ड¨ं में स©र परिय¨जनायें स्थापित की जाएँ। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम क¨ प्रदेश में 2 लाख स¨लर पंप लगाने का लक्ष्य दिया। उन्ह¨ंने कहा कि ये स¨लर पंप वहाँ लगाए जाएँ, जहाँ मुख्यमंत्री स्थायी पंप य¨जना में लाइन विस्तार किया जाएगा। उन्ह¨ंने कहा कि स¨लर पंप लगाने से लाइन विस्तार में ह¨ने वाले व्यय से बचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने उद्य¨ग¨ं में भी स©र ऊर्जा उत्पादन का उपय¨ग करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि विकेन्द्रीकृत स©र परिय¨जनाअ¨ं क¨ स्थापित करने के लिए विभिन्न श्रेणिय¨ं के उपभ¨क्ताअ¨ं क¨ प्र¨त्साहित किया जाए। उपभ¨क्ताअ¨ं की ऊर्जा की मांग विकेन्द्रीकृत स©र ऊर्जा से पूरी करने के प्रयास किये जाएँ। मुख्यमंत्री ने आम उपभ¨क्ताअ¨ं द्वारा रूफटाॅप पर लगाये जाने वाले स©र सेटअप की नेट मीटरिंग में डिस्क¨म से सहय¨ग देने क¨ कहा। इससे ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन लाॅस क¨ कम किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग से कहा कि प्रदेश में उत्पादित स©र ऊर्जा खरीदें। प्रदेश के अन्य संस्थान¨ं क¨ भी स©र ऊर्जा  की खरीद क¨ प्राथमिकता देने के लिये कहा जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स©र परिय¨जनाअ¨ं की स्थापना से प्रभावित ह¨ने वाले ल¨ग¨ं के लिये परिय¨जना में र¨जगार सुनिश्चित करने क¨ कहा। चर्चा में बताया गया कि नवीन अ©र नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा आगर-नीमच अ©र शाजापुर में 1500 मेगावाॅट की स©र परिय¨जना स्थापित की जा रही हैं। परिय¨जना क¨ स्थापित करने के लिए शासकीय भूमि आवंटित की गई है। विश्व बैंक ने परिय¨जना के लिए ऋण देने पर  सहमति व्यक्त की।

जन-समस्याओं के निराकरण और योजनाओं के सुव्यवस्थित
संचालन के लिये जिलों में प्रभारी सचिव व्यवस्था लागूप्रभारी सचिवों को न्यूनतम 2 माह में एक बार जिले का भ्रमण करने के निर्देश
 झाबुआ । प्रदेश में जन-समस्याओं के निराकरण एवं शासन की योजनाओं सुव्यवस्थित संचालन के लिये जिलों में प्रभारी सचिव व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव एवं सक्षम अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि प्रभार वाले जिले का कम से कम 2 माह में एक बार अवश्य भ्रमण करें। उन्होंने कहा है कि भ्रमण के दौरान आम जनता को प्रभावित करने वाले विषयों पर सर्वाधिक ध्यान दिया जाये तथा जन-समस्याओं का निराकरण पहली प्राथमिकता होना चाहिये। मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा है कि जिले में भ्रमण के दौरान शासन की उच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करें। उन्होंने बताया कि ये प्रमुख योजनाएँ किसान ऋण माफी, रबी/खरीफ फसलों का उपार्जन एवं किसानों को राशि भुगतान, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत और खाद-बीज की उपलब्धता तथा वितरण, वनाधिकार पट्टों का वितरण, तेन्दूपत्ता एवं अन्य वनोपज का संग्रहण एवं भुगतान, स्कूल शिक्षा का प्रबंधन तथा रिक्त/भरे पदों की स्थिति और साइकिल वितरण, गरीबों के लिये आवास निर्माण की प्रगति, जिलों में चल रही विशिष्ट बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा, आँगनवाड़ी कार्यक्रम का क्रियान्वयन तथा पोषण-आहार वितरण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राशन की उपलब्धता और वितरण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना का क्रियान्वयन, ग्रामीण क्षेत्रों में औषधियों की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति, चिकित्सालयों का समुचित प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, जिले में सड़कों, लोक सेवा प्रबंधन में लंबित शिकायतों के निराकरण, मनरेगा, गौ-शाला निर्माण की समीक्षा, खनिज नीति, खुले में शौचमुक्त योजना/जिला सरकार योजना का क्रियान्वयन तथा जिले की स्थानीय आवश्यकताओं संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन है। मुख्य सचिव ने कहा कि जिले में विभिन्न विभागों के समन्वय से संचालित योजनाओं की समीक्षा करते समय आवंटित राशि के अनुकूलतम उपयोग की समीक्षा करें। मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा है कि जिले के प्रभारी सचिव द्वारा प्राकृतिक एवं अन्य आपदाओं के समय किये जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों की सावधानीपूर्वक समीक्षा की जाये। आकस्मिक घटनाओं एवं संवेदनशील परिस्थितियाँ निर्मित होने पर प्रभारी सचिव जिले के सतत सम्पर्क में रहें तथा आवश्यकता होने पर तत्काल जिले का भ्रमण करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रभारी सचिव भ्रमण के दौरान यथासंभव यह प्रयास करें कि जन-समस्याओं का निराकरण मौके पर ही सुनिश्चित हो सके। यदि किसी विषय पर शासन स्तर से मार्गदर्शन अथवा निराकरण की आवश्यकता महसूस हो, तो संबंधित वरिष्ठ अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत करायें। साथ ही, यह भी कोशिश करें कि चर्चा द्वारा शिकायतों और समस्याओं का शीघ्र निराकरण संभव हो। मुख्य सचिव ने कहा कि जिले के भ्रमण के समय पिछले भ्रमण के दौरान की गई कार्यवाहियों की समीक्षा अवश्य करें।

मार्च 2023 तक शत-प्रतिशत ग्राम¨ं का ह¨गा डामरीकरण - मंत्री श्री पटेल
    
झाबुआ । पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मार्च 2023 तक प्रदेश के शत-प्रतिशत ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत सड़क मार्ग से ज¨ड़ दिया जाएगा। उन्ह¨ंने बताया कि प्रदेश में अभी 3174 ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ने का कार्य प्रारम्भ ह¨ गया है। मंत्री श्री पटेल ने कहा प्रदेश में कुल एक लाख 27 हजार 869 किल¨मीटर सड़क मार्ग है। इसमें से सर्वाधिक 61 प्रतिशत अर्थात 77,269 किल¨मीटर सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क य¨जना में बनाई गई हैं। उन्ह¨ंने बताया कि राज्य शासन द्वारा 2023 तक ऐसे सभी ग्राम, मजरे-ट¨ल¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ा जाएगा, जहाँ न्यूनतम 50 परिवार निवासर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क अभिकरण द्वारा लक्ष्य पूर्ति के लिये चरणबद्ध तरीके से प्रयास किया जा रहा है। उन्ह¨ंने बताया कि मार्च 2020 तक सामान्य वर्ग की 500 अ©र जनजाति वर्ग की 250 जनसंख्या वाले ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ने का लक्ष्य है। सामान्य वर्ग जनसंख्या वाले 350 ग्राम¨ं क¨ दिसम्बर 2020 तक, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क य¨जना में सामान्य वर्ग 500 तथा जनजाति वर्ग की 250 जनसंख्या वाले 622 ग्राम¨ं क¨ दिसम्बर 2020 तथा शेष 1870 ग्राम¨ं क¨ मार्च 2023 तक डामरीकृत मागर्¨ं से ज¨ड़ने का लक्ष्य है।

लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने में पषुपालन की महत्वपूर्ण भूमिका
    
झाबआ । पषुपालन लोगों के जीवन स्तर में व्यापक रूप से सकारात्मक बदलाव लाकर अतिरिक्त आय का जरिया बनने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह वक्तव्य पषु चिकित्सा एवं पषुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव पषुपालन विभाग म.प्र. शासन भोपाल श्री मनोज श्रीवास्तव ने दिए।  उन्होंने निर्देष दिए कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता गौषालाओं के निर्माण में है इसकी वास्तविक स्थिति की जानकारी लेकर आवष्यक निर्देष दिए। टोल-फ्री नंबर 1962 पषुधन संजीवनी काॅल सेंटर के माध्यम से पषुओं का उपचार कराने के लिए चिकित्सक उपलब्ध रहते है। इसका प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लाभ पषु मालिकों को मिले ऐसा हमारा प्रयास हो। उन्होंने सभी कलेक्टर्स को निर्देष दिए कि पषुपालन के उन्नयन के लिए प्रत्येक जिले के लिए एक रोड-मैप तैयार कर प्रस्तुत करें। साथ ही कहा कि 31 मार्च 2020 तक क्या कार्य कर सकते है इस पर भी योजना बनाएं।  जिलों में दरिद्रता दूर करने के लिए पषुपालन को शमिल किया जाना। डेयरी फार्मिंग को फार्मूलेट करने की आवष्यकता है, कुपोषण दूर करने में दुग्ध उत्पादन एवं प्रतिव्यक्ति दुग्ध उपलब्धता को बढ़ाना, पषु स्वास्थ्य पर विषेष ध्यान, पषुपालन, बकरीपालन एवं मुर्गीपालन की सहवर्तिता, कृत्रिम गर्भाधान का स्वमूल्यांकन कर विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत कार्य योजना   तैयार करना, देषी नष्लों का संरक्षण, पषु चिकित्सालयों का निरीक्षण, पषु उपचार दरों मंें विसंगति न हो इसका विषेष ध्यान रखा जाए, पषुपालन समिति का गठन जिले के साथ-साथ विकासखंड स्तर पर भी हो, यह सुनिष्चित किया जाए।

जनजातीय कार्य विभाग में स्थानांतरण हेतु आनलाइन आवेदन 10 जुलाई तक करें
        
झाबुआ ।जनजातीय कार्य विभाग अन्तर्गत स्थानान्तर नीति वर्ष 2019-20 अनुसार शिक्षक संवर्ग/कर्मचारियों के स्थानान्तर संबंधी दिशा निर्देश प्राप्त हुये है। तद्नुसार शिक्षक संवर्ग/कर्मचारियों के जिले के अन्दर स्थानान्तर आवेदन डच्ज्।।ै के ट्रांसफर माॅड्यूल्स पर 10 जुलाई 2019 तक आॅनलाईन किये जाने के निर्देश है। विभागीय वेबसाईड ॅॅॅण्जतपइंसण्उचण्हवअण्पद पर यह सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। जिलें में पद वार रिक्त पदो की सूची जिले की वेबसाईड झाबुआ छप्ब् ;श्रींइनंण्दपबण्पदद्ध पर देखी जा सकती है। जिले के अन्दर स्थानान्तर हेतु आॅनलाईन आवेदन किया गया है, उन्हे आॅनलाईन आवेदन की प्रिंट, स्थानान्तर हेतु दर्शाये गये कारण के दस्तावेज एवं नवीन संवर्ग में संविलियन आदेश (उच्च माध्यमिक शिक्षक /माध्यमिक शिक्षक/प्राथमक शिक्षक) की प्रति प्राचार्य के अभिमत सहित जनजातीय कार्य विभाग झाबुआ को उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

कोई टिप्पणी नहीं: