बिहार : मजदूर नेता एवं पूर्व सांसद कामरेड ए.के. राय नहीं रहें । - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 21 जुलाई 2019

बिहार : मजदूर नेता एवं पूर्व सांसद कामरेड ए.के. राय नहीं रहें ।

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पटना, 21 जुलाई (आर्यावर्त संवाददाता)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बिहार के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने माक्र्सवादी समन्वय समिति के संस्थापक, धनवाद के पूर्व सांसद और सिन्द्री से तीन बार विधायक, कोयला मजदूरों के लोकप्रिय नेता कामरेड ए.के. राय का आज दिनांक 11.15 बजे पूर्वाह्न हुए निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। माक्र्सवादी समन्वय समिति (एमसीसी) के लोकप्रिय नेता का॰ ए.के. राय का जन्म पूर्वी बंगाल (आज का बांग्लादेष) के राजषाही जिलान्तर्गत सपुरा गांव में 15 जून, 1935 में हुआ था। वे केमिकल इंजीनियर बनकर धनबाद आए थे। किन्तु कोयला मजदूरों के शोषण, उत्पीड़न से व्यथित होकर कामरेड ए.के. राय आन्दोलनकारी बन गये और लाल झंडा थाम लिया। इलाके की गरीबी, भूखमरी, शोषण ने इन पर गहरा असर डाला और वे सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में जुट गये तथा जनता के बीच काफी लोकप्रिय बन गये। का॰ ए.के. राय, धनबाद संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद बने तथा सिन्द्री विधान सभा क्षेत्र से तीन बार विधायक बने। एमसीसी नेता कामरेड ए.के. राय ने हिन्दी व अंग्रेजी में कई पुस्तकें लिखी, जिनमें प्रमुख हैं - ‘‘योजना और क्रांति’’, ‘‘झारखंड और लालखण्ड’’, अंग्रेजी में ‘‘बिरसा से लेनिन’’, ‘‘नई दलित क्रांति’’। उन्होंने माक्र्सवादी और मजदूर आन्दोलन पर कई महत्वपूर्ण लेख लिखे जो देष-विदेष के पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाषित हुए।  माक्र्सवादी चिंतक, कोयलानगरी के चर्चित जन प्रतिनिधि मजदूर नेता कामरेड ए.के. राय (84 वर्ष) की तबियत बिगड़ने पर 8 जुलाई को सेन्ट्रल हैस्पिटल में भत्र्ती कराया गया। किन्तु हालत में सुधार नहीं हुआ। अंततः 21 जुलाई को 11.15 बजे पूर्वाह्न उनका निधन हो गया। जनता की भलाई के लिए चिंतित रहने वाले, क्षेत्र की आवाज संसद, विधान सभा में मजबूती से उठाने वाले, अलग झारखंड आन्दोलन में सक्रिय योगदान देने वाले, कोयला माफिया के खिलाफ संदैव मुखर रहने वाले जनप्रिय नेता कामरेड ए.के. राय को भाकपा, बिहार राज्य परिषद की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक में डूबे उनके परिजनों, मित्रों, शुभेच्छुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रेषित की है।

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