दरभंगा : नल-जल के साथ-साथ गली-नाली योजना का भी क्रियान्वयन करायें : डी.एम. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 11 जुलाई 2019

दरभंगा : नल-जल के साथ-साथ गली-नाली योजना का भी क्रियान्वयन करायें : डी.एम.

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दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) : जिला पदाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को सरकार के सात निश्चय योजनाओं को तीव्र गति से क्रियान्वयन कराने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत वार्ड क्रियान्वयन समिति द्वारा नल-जल योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है, लेकिन गली-नाली योजना का क्रियान्वयन बिल्कुल छूटा हुआ है। उन्होंने जिन वार्डों में नल-जल योजना का क्रियान्वयन पूर्ण हो गया है, वहाँ तुरंत गली-नाली योजना का कार्य शुरू करने को कहा है।  जिलाधिकारी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए आज सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी के साथ सात निश्चय एवं बाढ़ पूर्व तैयारी की प्रगति की समीक्षा किया गया और निम्न निदेश दिया गया।  उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई समस्या उत्पन्न हो रही है, उन समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाये। उन्होंने इस कार्य को चार श्रेणियों में बाँट कर इसका समाधान करने का निदेश दिया है। 

01. सात निश्चय की वैसी योजनाएँ जहाँ वार्ड समिति को राशि स्थानांतरित नहीं हुआ है, उन वार्डों में राशि तुरंत स्थानांतरित कराना।
02. जिन योजना का राशि वार्ड समिति को दे दिया गया है, लेकिन योजना का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है उस योजना का कार्य तुरंत प्रारंभ कराना। 
03. ऐसी योजनाएँ जो पूर्ण हो गई है, लेकिन उसका भुगतान नहीं किया गया है, उसका भुगतान कराना एवं
04. पूर्ण योजना जिनका भुगतान भी हो गया है, उसका एम.बी. कराना। 
     
जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट किया गया कि जिस पंचायत में पी.एच.ई.डी. द्वारा किसी भी वार्ड में नल-जल योजना का कार्य किया गया है, उस पंचायत में पी.एच.ई.डी. द्वारा ही सारा कार्य किया जायेगा। इसके साथ ही बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों को क्षेत्र में बराबर चौकस रहने, पानी के दवाब की बराबर जानकारी जुटाने एवं वरीय पदाधिकारियों को तुरंत सूचना देने का निदेश दिया गया।  सभी अंचलाधिकारी को अचंल क्षेत्र का रूट चार्ट तैयार रखने को कहा गया है ताकि आपातकालीन स्थिति में वहाँ तुरंत पहुँचा जा सके। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा बताया गया कि नेपाल के कमला बेसिन में अत्यधिक वर्षा हुई है। इसलिए जिला के बाढ़ प्रवण अंचलों में पानी का दबाव बढ़ने की संभावना है। इसलिए सभी क्षेत्रीय अधिकारी पूरी चौकसी बरतेगें।  वहीं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत निर्मित शौचालयों के जियो टैगिंग की प्रगति कई प्रखण्डों में अत्यंत असंतोषजनक रहने के चलते सख्त नाराजगी व्यक्त किया गया। जियो टैगिंग की प्रगति खराब वाले प्रखण्डों में सिंहवाड़ा, मनीगाछी, हनुमाननगर, किरतपुर, केवटी, सदर दरभंगा, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी के नाम शामिल है। इन सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को 15 जुलाई 2019 तक सभी निर्मित शौचालयों का जियो टैगिंग कराने एवं लाभार्थियों का भुगतान करने का सख्त निदेश दिया गया। जिलाधिकारी के निदेशानुसार आज सभी वरीय प्रखण्ड प्रभारी पदाधिकारी द्वारा अपने-अपने आवंटित प्रखण्डों का भ्रमण कर सात निश्चय योजना एवं बाढ़ पूर्व तैयारी का निरीक्षण किया गया और संध्या में जिलाधिकारी को निरीक्षण प्रतिवेदन सौपा गया।  जिलाधिकारी द्वारा स्वयं बिरौल प्रखण्ड में बिरौल, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी का संयुक्त रूप से विभिन्न योजनाओं का प्रगति की समीक्षा किया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि नाविकों का भुगतान बकाया है। जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारी को कहा कि उनके क्षेत्र के नाविकों का अगर कोई बकाया भुगतान है तो उन्हें तुरंत भुगतान करायें। उन्होंने बाढ़ पूर्व तैयारी, वर्षा जल संचयन, सोख्ता का निर्माण के साथ-साथ 21 जुलाई को निर्धारित 01 लाख नये पौधे लगाने का लक्ष्य को पूरा करने का निदेश दिया।  इस वी.सी. में ए.डी.एम. श्री विभूति रंजन चौधरी, डी.डी.सी. डॉ. कारी प्रसाद महतो, सभी प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी सम्मलित हुए। 

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