प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि उनका आहार चूहा ही खाना है। सीएम नीतीश कुमार जा रहे हैं जायजा लेने।
कदवा,16 जुलाई। कटिहार जिले में है कदवा प्रखंड। इस प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी हैं राजेश कुमार गुप्ता। जब बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री नहीं मिलने के कारण चूहा मारकर खाने को मजबूर आदिवासी हो रहे हैं, तो प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि उनका आहार चूहा ही खाना है। वाह ! साहब खुब बोल रहे हैं।आदिवासी चूहा खाने वाले समुदाय नहीं हैं,आपकी विफलता के कारण मजबूरी में पेट का ज्वाला कम करने के लिए चूहा खा रहे हैं। खुदा न करें किसी की मौत भूख से हो जाए। तब पोस्टमार्टम करने पर अन्र के बदले चूहा पेट से निकलेगा.तब तो ऊपर से नीचे के लोग सवालों के घेरे में आपको घेर लगें। बताते चले कि वह दौर था जब (मुसहर) समुदाय विशेष के ये लोग चूहा खा कर गुजारा करते थे मगर सरकार की कल्याण कारी योजना ने इन लोगों की जीवन शैली में बड़ा बदलाव किया। अब बाढ़ की त्रासदी के चलते एक बार फिर ये लोग चूहे खाने पर मजबूर हैं। कटिहार कदवा प्रखंड के दांगी टोला की इन खबर पर प्रशासन चाहे जो भी सफाई दे, स्थानीय विधायक इसे इंसानियत के लिए शर्मशार बता रहे हैं। त्रासदी की खबर कटिहार कदवा प्रखंड के डांगी टोला गांव की है जहां घर बार सब डूबने के बाद परिवार के लिए खाना जुटाने की जिम्मेदारी दादा और पोते पर आ टिकी है। इन्हें उम्मीद थी कि राहत के नाम पर कुछ मदद मिलेगी मगर अब मजबूरी में ही सही इन्हें चूहे खाने पड़ रहे हैं। घर डूबने के बाद डांगी टोला में लगभग 300 परिवार बुरी तरह फंस गए हैं इसलिए कभी चूहा खाने से तौबा कर चुके इस समाज के लोग अब एक बार फिर चूहे खाने के लिए बेबस हो रहे हैं।
व्यवस्था के नाम पर कमी को छुपाने के लिए प्रशासन इस समाज के चूहा खाने की पुरानी रीत को ढाल बनाते हुए अपना तर्क दे रहे हैं।स्थानीय विधायक शकील अहमद खान इसे इंसानियत के लिए शर्मसार घटना बताते हुए प्रशासन पर पूरी तरह फेल होने का आरोप लगाते हुए जल्द कदवा को बाढ़ ग्रसित क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे हैं। पीड़ितों का हाल लेने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कदवा एवं बारसोई के संभावित दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारी शुरु कर दी गई है। इससे बाढ़ पीड़ितों में नई उम्मीद भी जगी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सड़क मार्ग से कदवा आने की संभावना को लेकर तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार पूर्णिया-कान्हरिया सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री कदवा के चौनी पंचायत होते हुए बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण करते हुए चांदपुर एवं कचौरा विद्यालय में चल रहे बाढ़ राहत शिविर का भ्रमण करेंगे। वहीं सड़क मार्ग से ही प्रखंड मुख्यालय होते हुए महानंदा के कटे तटबंध स्थल शिवगंज का निरीक्षण कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के संभावित आगमन को लेकर चांदपुर विद्यालय में तैयारी की जा रही है। मंगलवार को वरीय उप समाहर्ता सह प्रखंड के प्रभारी पदाधिकारी विपिन कुमार यादव, प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, अंचलाधिकारी शिशिर कुमार वर्मा, कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश कुमार, प्रभारी कृषि पदाधिकारी मनोज ¨सह, राहुल कुमार गुप्ता सहित कई कर्मी व्यवस्था को दुरुस्त करने जुटे दिखे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश झा को भी पदाधिकारी ने आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ पीड़ितों का हाल लेने बुधवार को बारसोई पहुंच सकते हैं। इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। अनुमंडल पदाधिकारी फिरोज अख्तर ने कहा कि मुख्यमंत्री के बारसोई आने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि सीएम के आगमन को लेकर हेलीपैड बीडी कॉलेज के मैदान में बनाया गया है। सड़क मार्ग से वे नगर पंचायत क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मौलानापुर के राहत शिविर का निरीक्षण करेंगे। साथ ही आम लोगों को संबोधित भी करेंगे। इसके लिए विद्यालय परिसर में छोटा सा पंडाल भी लगाया गया है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के साथ-साथ अन्य कई मंत्री एवं विभिन्न विभाग के पदाधिकारी भी उनके साथ होंगे।
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