झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 21 जुलाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 21 जुलाई 2019

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 21 जुलाई

एक व्यक्ति एक साल में 11 लाख 68 हजार लीटर एवं झाबुआवासी एक वर्ष में 58 अरब, 40 करोड़ लीटर पानी करते है खर्च -ः पद्मश्री षिवगंगा प्रमुख महेष शर्मा
सकल व्यापारी संघ महिला इकाई ने ‘जल ना जाए जल’ विषय पर किया संगोष्ठी का आयोजन, पद्मश्री महेष शर्मा के अभिनंदन के साथ महिला इकाई के बेंच (लोगों) का हुआ विमोचन
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झाबुआ। झाबुआवासियांे को यह जानकर आष्चर्य होगा कि शहर का प्रति व्यक्ति एक साल में 11 लाख 68 हजार लीटर पानी की इस्तेमाल करता है और पूरे झाबुआवासी, जिनकी संख्या करीब 60 हजार है, एक साल में 58 अरब 40 करोड़ लीटर पानी का उपयोग करते है। ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्र के लोग जल का अधिक इस्तेमाल करते हे। जिसमें दैनिक दिनचर्या के अलावा कई सौ गैलन पानी व्यर्थ बहाया जाता है, तो क्या हम इस बेषकिमती पानी में से बचत नहीं कर सकते हेै। षिवगंगा ने जल, जंगल एवं जमीन को बचाने हेतु मय-समय पर विषेष अभियान संचालित किए है, जिसमें शहर की अन्य सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं और नागरिकों की भी सहभागिता रहंी है। उक्त जानकारी सकल व्यापारी संघ महिला इकाई झाबुआ द्वारा स्थानीय पैलेस गार्डन पर ‘जल ना जाएं जल’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पद्मश्री षिवगंगा के प्रमुख महेष शर्मा ने अपने संबोधन में दी। पद्मश्री महेष शर्मा ने सर्वप्रथम सकल व्यापारी संघ महिला इकाई की प्रसंषा करते हुए कहा कि आज उन्होंन जल जैसे ज्वलंत मुद्दे पर संगोष्ठी आयोजित की। जल बचाव में मातृ शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, क्योकि गृहस्थ कार्य वे ही करतीी है और गृहस्थ कार्यों में वे पानी की काफी बचत कर सकती है। महेष शर्मा ने बताया कि षिवगंगा ने जल संग्रहण के लिए समय-समय षिवजी का हलमा और मातानुवन जैसे कार्यक्रम कर जलसंग्रहण के भागीरथी प्रयास किए है। श्री शर्मा ने कहा कि हमे आज कहीं ओर जल स्त्रोतों से जल संग्रहण करने की आवष्यकता नहीं है, बल्कि हम छोटे-छोट उपाय कर ही जल की भारी मात्रा मंे बचत कर सकते है। पद्मश्री ने शहर से सटी हाथीपावा पहाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब हाथीपावा की पहाड़ियां अस्तित्वविहीन ािी, लेकिन शासन-प्रषासन और शहर के तमाम लोगों के प्रयासों से आज यह हरी-भरी हो गई है। आज हाथीपावा झाबुआ का गौरव बन चुका है एवं वरदान साबित हो रहा है।

जल बचाने की शुरूआत अपने घरों से करना होगी
संगोष्ठी में वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी ने शहर के बहादुर सागर तालाब, छोटा तालाब एवं मेहताजी तालाब के अतीत के बारे में बताया कि यह तालाब ऐतिहासिक समय के होकर आज पूरी तरह से गंदगी एवं दुर्दषां के षिकार है, जिसका कारण स्थानीय प्रषासन की लापरवाही के साथ नागरिकों की भी उदासीनता है। आज हम इनके पानी का उपयोग हम पेयजल के रूप में नहीं कर पा रहे है। वहीं शहर में स्थित ऐतिहासिक समय की बावड़ियां भी गाद और गिट्टी से भर चुकी है। हैंडपंपों और कुआंें में जलस्तर निम्म हो गया है। इस कारण झाबुआ शहर को प्रतिवर्ष ग्रीष्मकाल में भीषण जल संकट से जूझना पड़ता है। जिला दहेज सलाहकार बोर्ड (डीपीए) के अध्यक्ष एवं जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ सदस्य यषवंत भंडारी ने कहा कि शहर में जल संकट लंबे समय से है। यह विषय काफी गंभीर है। इस हेतु हम सभी जिम्मेदार है, जल संग्रहण को लेकर धरातल स्थल पर प्रयास नहीं किए जाते है। आज वाटर हार्वेस्टींग की व्यवस्था नहीं है। श्री भंडारी ने कहा कि हमे जल बचाने की शुरूआत अपने घरों से करना होगी।

गर्मी और ठंड के सीजन में नदियां रहती है सूखी
परहित जन सेवा संस्था की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना राठौर ने कहा कि हम पानी उतना ही ले, जितनी जरूरत हो, प्रायः यह देखने में आता है, हम जब भी बाहर जाते है, तो ग्लास में भरकर पूरा जल दिया जाता है, लेकिन हम इसमें से बचत कर जितना पानी हमे पीना हो, उतना ही ग्लास में ले, इस तरह से कर जल बचा सकते है। बीएसएनएल एम्प्लाईज यूनियन के सचिव शरत शास्त्री ने बताया कि अगर हम आज से 20 साल आगे की योजना बनाते है, तो पता चलता है कि वर्ष 2040-41 में जल का नामो-निषान नहीं रहेगा। आज हमारे झाबुआ जिले में 10 नदियां है, जो वर्षाकाल में तो बारिष के पानी से भर जाती है, लेकिन गर्मी और ठंड के सीजन में पूरी तरह सूखी रहती है, जिसका कारण इनका गहरीकरण नहीं होना है।

महिलाएं अपने घरों पर कर सकती है जल की बचत
सकल व्यापारी सचिव पंकज जैन ‘मोगरा’ ने कहा कि हम छोटे-छोटे प्रयासों से जल की बचत कर सकते है, बर्षत हमे सजग और जागरूक होना होगा। गायत्री परिवार काॅलेज मार्ग की श्रीमती नलिनी बैरागी ने बताया कि जल को लेकर आज मातृ शक्ति को जागृत होना होगा। हम अपने घरों पर आवष्यकतानुसार ही पानी ले। अनावष्यक पानी वेस्ट ना करे। रोटरी क्लब आजाद से उपस्थित संजय कांठी ने बताया कि जल से उनका नाता वर्षों पुराना है। आज से करीब 30 साल पहले जलस्त्रोतों में जल का स्तर भी अधिक था, जो लगातार कम होता जा रहा है। उन्होंने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर जोर देते हुए इस संबंध में अपना प्लान भी प्रस्तुत किया।

केंद्र सरकार ने अलग से बनाया जल मंत्रालय
मप्र उपभोक्ता फोरम की सदस्य श्रीमती किरण शर्मा ने बताया कि जिस तरह केरल राज्य में प्लाॅट लेने पर वहां वृक्षारोपण कार्य पहले किया जाता है, उसी तरीके को हमे यहां भी अपनाना होगा। साथ ही उन्होंने छोटे-छोटे तरीकों से भी जल की बचत करने के उपाय बताएं। केषव इंटरनेषनल स्कूल के संचालक ओम शर्मा ने कहा देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देष में प्रथम बार अलग से जल मंत्रालय बनाया है। श्री शर्मा  ने बताया कि उनकी स्कूल के बच्चों द्वारा पिछले दिनों वर्षाकाल में जल संग्रहण के लिए हाथीपावा की हवा डूंगरी पर चेक डेम का निर्माण अपने हाथों से भागीरथी प्रयास किए है। गायत्री परिवार बसंत काॅलोनी के विनोदकुमार जायसवाल ने कहा कि जल बचाने हेतु सभी सामूहिक संकल्प ले।

सभी संस्थाओं को एकजुट होकर कार्य करना होगा
ब्राहम्ण समाज से अजय रामावत ने जल बचाव एवं जल संग्रहण हेतु सभी के संयुक्त प्रयास पर जोर दिया एवं कहा कि शासन-प्रषासन तो इस क्षेत्र में काम कर रहा है, लेकिन हमे भी सभी संस्थाओं को एकजुट होकर कार्य करना होगा। मनोज जैन ‘मनोकामना’ ने बताया कि जिले से गुजरने वाली नदियों के समीप यदि बोरिंग खनन कर दिया जाए, तो ऐसा कर नदियों का पानी जमीन में उतारने का कार्य किया जा सकता है। व्याख्याता एमके खुराना ने जल पर सुंदर गीत की प्रस्तुति दी। जय बजरंग व्यायाम शाला के सुषील वाजपेयी ने भी जल संग्रहण हेतु सभी द्वारा मिलकर प्रयास करने पर जोर दिया। अंत में सभी ने जल बचाने का सामूहिक संकल्प भी लिया। संकल्प सकल व्यापारी संघ सचिव पंकज जैन ‘मोगरा’ ने दिलवाया।

पद्मश्री का किया अभिनंदन
संगोष्ठी बाद षिवगंगा प्रमुख पद्मश्री महेष शर्मा का सकल व्यापारी संघ महिला इकाई की ओर से अध्यक्ष भूमिका माहेष्वरी, सचिव नेहा संघवी, वरिष्ठ संरक्षक कुंता सोनी, मंजुला शाह सहित अन्य पदाधिकारियों में नमिता कोठारी, कल्पना सिसौदिया, कल्पना सकलेचा, बेला कटलाना, अर्चना सिसौदिया, सोनिका सिसौदिया, भारती राठौर, ओम श्री सेंगर, पद्मा खंडेलवाल आदि ने शाल ओढ़ाकर-श्रीफल भेंटकर एवं अभिनंदन-पत्र प्रदान कर भावभरा सम्मान किया। अभिनंदन-पत्र का वाचन प्रियाणी त्रिवेदी ने किया।

बेंच का किया विमोचन
वहीं इससे पूर्व सकल व्यापारी संघ महिला इकाई के बेंच (लोगों) का विमोचन मुख्य अतिथि महेष शर्मा के साथ महिला इकाई की पदाधिकारियों ने मिलकर किया। बाद महिला पदाधिकारियांे एवं सदस्यों ने एक-दूसरे को बेंच भी लगाएं। संगोष्ठी के प्रारंभ में भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन महेष शर्मा, संरक्षक कुंता सोनी, मंजुला शाह, अध्यक्ष भूमिका माहेष्वरी ने किया। अतिथियों का स्वागत बाद स्वागत उद्बोधन कुंता सोनी ने दिया।

करीब डेढ़ घंटे चली संगोष्ठी
यह संगोष्ठी करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस अवसर पर सकल व्यापारी संघ से सह-सचिव हरिष शाह लालाभाई, हार्दिक अरोरा, षिवगंगा से राजेष मेहता, पंकज मेहता, उल्लास जैन, इन्हरव्हील क्लब आॅफ झाबुआ शक्ति से अध्यक्ष शीतल जादौन, सचिव ऋ़तु सोडानी, गायत्री परिवार से किरण निगम, रोटरेक्ट क्लब से अध्यक्ष रिंकू रूनवाल, सचिव दौलत गोलानी, बचपन बचाओ आंदोलन से रवि बारिया, बाल अधिकार मंच से सचिन बामनिया, रोटरी क्लब आजाद से अजय शर्मा आदि उपस्थित थे। संचालन सकल व्यापारी संघ महिला इकाई सचिव नेहा संघवी ने दिया एवं अंत में आभार शैफाली श्रीमाल ने माना।

स्थानंान्तरण शासकीय सेवा की एक अनिवार्यता है। -प्रबल सिपाहा, कलेक्टर झाबुआ 

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झाबुआ । शासकीय सेवा मे स्थानंान्तरण होना और नवीन स्थान पर जाकर अपने पदीय दायित्वो का निर्वहन करना एक अनिवार्यता है। किसी भी शासकीय अधिकारी कर्मचारी को अपने पद स्थापना से अन्यंत्र स्थानांन्तरित होना सेवाकाल की रूंटिन की प्रक्रिया है। उक्त बाते कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने के.सी. परते, एस.डी.एम. झाबुआ के जिला देवास स्थानंान्तरण होने पर राजस्व अनुभाग झाबुआ के राजस्व अधिकारियो, पटवारियो, राजस्व निरीक्षको द्वारा आयोजित विदाई समारोह तथा नवनियुक्त एस.डी.एम. श्री डा. अभय खराडी के स्वागत समारोह मे कही। श्री सिपाहा ने श्री परते की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि परते के कार्यकाल मे झाबुआ मे लोकसभा निर्वाचन सुगमता से संम्पन्न हुए व उनको समय-समय पर सौपे गये विभिन्न दायित्वो का निर्वहन उनके द्वारा ततपरता पूर्वक किया गया है। श्री सिपाहा ने उपस्थित राजस्व परिवार के वरिष्ठ पटवारियो,कर्मचारियो को कहा कि यह युग सूचना प्रा़द्योगिकी का युग है और प्रतिदिन नवाचार हो रहे है शासन की आवश्यकता अनुसार नित-नये एप आ रहे है ऐसी स्थिति मे आप लोगो को इन सभी चीजो को सीखना और समझना होगा इससे आपके कार्य करने मे सुगमता होगी और गुणात्मक सुधार होगा तथा शासन की मंशाअनुरूप समयसीमा मे कार्य पूर्ण होगे जिससे आम नागरिको को सुविधा होगी। कार्यक्रम को सबोधित करने हुए स्थानांन्तरित एस.डी.एम.के.सी.परते ने अपने झाबुआ के 22 माह के कार्यकाल को अविस्मरणीय बताया और कहा कि उनके कार्यकाल मे एकमात्र घटना के अतिरिक्त कही भी कानून व्यवस्था की स्थिति नही बनी राजस्व संबधित प्रकरणो का उनके द्वारा शीध्र और समयसीमा मे निराकरण करने के प्रयास किये गये प्राकृतिक आपदाओ के प्रकरणो मे भी उनके द्वारा तत्काल राहत मंजूर की गई और पीडित व्यक्तियो को सहायता प्रदान की गई। झाबुआ जिलें मे कार्य करने का उनका अनुभव आगे की सेवा मे भी उपयोगी होगा। झाबुआ अनुभाग के पटवारियो, और कर्मचारियो के सहयोग की उनके द्वारा भूरि-भूरि प्रंससा की गई। नवागत एस.डी.एम. डा. अभय खराडी, ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि झाबुआ अनुभाग मे श्री परते के कार्यकाल के कोई भी प्रकरण लंबित नही होना उनकी कार्य करने की क्षमता और लगन को दर्शाता है उनके द्वारा भी इसी अनुरूप द्रुतगति से कार्यकरने की मंशा जाहिर की गई। प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर पराग जैन ने परते के साथ कार्य करने के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उनको लोकसभा निर्वाचन मे श्री परते से काफी कुछ सीखने को मिला उनकी काम करने और लगातार काम करने की लगन से हम सभी प्रभावित हूये है। कार्यक्रम को मध्य प्रदेश पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष श्री अखिलेश मुलेवा ने संबोधित करते हुए स्थानंान्तरित एस.डी.एम. श्री परते के कार्यकाल को अविस्मरणीय बताया मुलेवा ने कहा कि परते साहब काफी संवेदनशील अधिकारी रहे है और हम जब भी अपने पटवारी साथियो की व्यक्तिगत समस्याओ को लेकर उनके पास जाते थे तो उनके द्वारा उनका समाधान हमेशा मुस्कराकर किया जाता था परते साहब ने कभी भी हमको अपने पटवारियो के कार्यो यथा-अर्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश, डी.पी.एफ. पार्टफायनल स्वीकृत करने मे कभी विलम्ब नही होने दिया हमारे पटवारी साथियो के पारिवारिक कार्यक्रमो मे सुखःदुःख मे बराबर सहभागी बनकर परिवार के साथ खडे रहे यह उनकी संवेदनशीलता ही थी कि विगत दिनो दुर्घटना मे घायल पटवारियो के इलाज के लिये तत्काल चिकित्सको को फोन किया और आगामी व्यवस्थाओ पर लगातार जानकारी प्राप्त करते रहे। कार्यक्रम को तहसीलदार झाबुआ भगवत सिंह भिलाला ने संबोधित करते हुए सुमधुर गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नायब तहसीदार द्वय प्रवीण ओहरिया, रामा और रविन्द्र चैहान, रानापुर आफिस कानूनगो रजनी परमार, राजस्व निरीक्षक धनजी गरवाल के द्वारा भी संबोधित किया गया। अतिथियो द्वारा श्री परते का शाल श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया गया वही तीनो तहसील के पटवारी और राजस्व निरीक्षकगण द्वारा स्मृति चिन्ह भेट किये गये। कार्यक्रम का संचालन हरीश कुण्डल और आभार प्रदर्शन नानुराम मेरावत पटवारी झाबुआ के द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख सुनिल राने राजस्व निरीक्षक केसरसिंह हाडा, खडगंिसंह वसारी, बडी संख्या मे तीनो तहसील के पटवारीगण और राजस्व अनुभाग के कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

आजाद साहित्य परिषद् का ‘आजाद रत्न’ सम्मान समारोह 23 जुलाई को, मोमेंटों का अनावरण एवं आमंत्रण-पत्रों का किया विमोचन

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झाबुआ। जिला आजाद साहित्य परिषद् द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष 11वां ‘आजाद रत्न’ सम्मान समारोह का आयोजन आगामी 23 जुलाई, मंगलवार को शाम 7.30 बजे से पैलेस गार्डन पर किया जाएगा। जिसमें मुख्य रूप से जिले के दो साहित्यकारों को ‘आजाद रत्न’ सम्मान एवं पांच साहित्यकारों को ‘साहित्य सृजन’ सम्मान से नवाजा जाएगा। उन्हें प्रदान किए जाने वाले मोमेंटों का अनावरण एवं आमंत्रण-पत्रिकाओ ंका विमोचन परिषद् के पदाधिकारियों ने मिलकर किया। आयोजित बैठक में जानकारी देते हुए आजाद साहित्य परिषद् के सचिव शरत शास्त्री ने बताया कि 11वां सम्मान समारोह का आयोजन पैलेस गार्डन पर होगा। समारोह के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध राष्ट्रीय कवि एवं चिंतक सोयतकलां राजेष अजनबी रहेंगे। अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी एवं अधिवक्ता दिनेष सक्सेना करेंगे। इस अवसर पर मुख्य रूप से डाॅ. जगदीषचन्द्र शुक्ला ‘आजाद रत्न’ के काव्य संग्रह ‘नारी विप्लव’ का विमोचन अतिथियों द्वारा करने के साथ ‘आजाद रत्न’ सम्मान से वरिष्ठ साहित्यकार सुरेष समीर एवं वरिष्ठ गीतकार प्रकाष त्रिवेदी ‘प्रकाष’ के साथ 5 साहित्यकारों के ‘साहित्य सृजन’ सम्मान में वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’, एमएल फुलपगारे ‘गुलषन’, श्रीमती मंगला गरवाल, श्रीमती अर्चना राठौर एवं प्रदीप अरोरा को सम्मानित किया जाएगा।इससे पूर्व सुबह 9 बजे आजाद चैक पर सभी द्वारा मिलकर शहीद चन्दष््रोखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी होगा। जिला आजाद साहित्य परिषद् अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी ने सम्मान समारोह में जिले की सभी सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी-सदस्यों, साहित्यकारों, गणमान्य नागरिकों, बुद्धिजीवियों ने इस अवसर पर उपस्थित रहकर समारोह को भव्य एवं सफल बनाने हेतु आव्हान किया है।

मोमेंटों का अनावरण एवं आमंत्रण पत्रिकाओं का विमोचन हुआ
इस संबंध में 20 जुलाई, शनिवार को दोपहर जिला आजाद साहित्य परिषद् की बैठक में जिला आजाद साहित्य परिषद् के अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी, सचिव शरत शास्त्री, मुख्य संयोजक यषवंत भंडारी, अन्य पदाधिकारियों में एमएल फुलपगारे, पीडी रायपुरिया, पं. गणेषप्रसाद उपाध्याय, प्रवीण सोनी आदि ने मिलकर सम्मानकर्ताओं को प्रदान किए जाने वाले मोमेंटों का अनावरण एवं आमंत्रण-पत्रिकाओं को विमोचन किया। बैठक का संचालन मुख्य संयोजक यषवंत भंडारी ने किया एवं अंत में आभार पं. गणेषप्रसाद उपाध्याय ने माना।

पेंशनर एसोसिएषन ने मुख्यमंत्री से तीर्थ दर्षन योजना प्रारम्भ करने की मांग की 

झाबुआ। जिला पेंशनर एसोसिएशन झाबुआ के जिलाध्यक्ष रतनसिंह राठौर द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को तीर्थ दर्शन योजना प्रारम्भ करने को लेकर पत्र लिखा। जिसमें विधानसभा , लोकसभा चुनावो के कारण आचार संहिता लगने से इस योजना को शासन द्वारा बंद कर दिया गया था। जिसके कारण कई लोग तीर्थ दर्शन योजना का लाभ नही ले पा रहे है।
चुंकि अब आंचार संहिता एंव चुनाव सम्पन्न होने के कारण उक्त महत्वकांशी योजना जो शासन द्वारा बंद की गई थी उसे प्रारंभ कर ब ुजूर्गो वृद्धजनो को तीर्थ दर्शन योजना का लाभ देने हेेतु आदेश जारी की जाने की मांग की।

नागर ब्राम्हण समाज द्वारा श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को हाटकेष्वर धाम पर किया जाएगा रूद्राभिषेक, महाआरती एवं प्रसादी का होगा आयोजन

झाबुआ। स्थानीय कृषि विभाग के पीछे बालाजी धाम स्थित हाटकेष्वर धाम पर नागर ब्राम्हण समाज झाबुआ द्वारा श्रावण माह के चारों सोमवार पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रूद्राभिषेक सुबह 9 से किया जाएगा। अभिषेक पश्चात् महाआरती एवं प्रसादी का वितरण होगा। इस संबंध में नागर ब्राम्हण समाज की बैठक स्थानीय छोटे तालाब स्थित राधा-कृष्ण विहारी मंदिर में संपन्न हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि प्रथम सोमवार को हेमेन्द्र नागर, द्वितीय सोमवार को कृष्णा कोठारी, तृतीय सोमवार को राजेष नागर एवं चतुर्थ सोमवाार को देवेन्द्र कोठारी द्वारा हाटकेष्वर महादेव का रूद्धाभिषेक किया जाएगा। बाद महाआरती एवं प्रसादी वितरण में भी समाजजनों की उपस्थिति रहेगी। बैठक में नागर ब्राम्हण समाज अध्यक्ष हेमेन्द्र नागर, सचिव मितेष नागर, कोषाध्यक्ष कृष्णा कोठारी, मुख्य परामर्षदाता देवेन्द्र कोठारी, संरक्षक सुभाष नागर, राजेष नागर, नारायणप्रसाद नागर, धर्मेन्द्र, महेष, रजनीकांत, अजय नागर आदि उपस्थित थे।

श्रावण सोमवार के पावन अवसर पर देवझिरी में होगा अभिषेक 

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झाबुआ। भुत-भावन भगवान भोलेनाथ के पावन तीर्थ स्थल देवझिरी में वैकुण्डठवासी पण्डित हरिप्रसाद अग्निहोत्री द्वारा स्थापित परम्परा को सतत रखते हुए उनके परिजनों एवं डाॅ. विक्रांत भूरिया परिवार के सहयोग द्वारा श्रावण क पवित्र माह में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष प्रथम श्रावण सोमवार दिनांक 22 जुलाई को भगवान संकट संकट मोचन महादेव का विधि विधान से महाअभिषेक, अनुष्ठान पण्डित संत रूपादास के सानिध्य में प्रातः 10 से  दोपहर 2ः30 तक अभिषेक का कार्यक्रम होगा तत्पश्चात दोपहर 3 बजे महाआरती का आयोजन होगा तथा दोपहर 3ः30 प्रसादीत आयोजन होगा उक्त जानकारी देते हुए समाजसेवी जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री एवं हर्ष भटट् ने बताया कि अभिषेक पंडित रमेश उपाध्याय भी पंडित भागवतजी शुक्ल उपाध्याय, पंडित जनार्दन शुक्ला पंडित जैमिनी शुक्ला, पंडित विलास सारोलकर, पंडित आनन्द शर्मा, पंडित शैलेन्द्र पंडिया, पंडिया गोलु चतुर्वैदी, पंडित नीखिल त्रिवेदी, पंडित आचार्य नामदेव जी, द्वारा संम्पन्न किया जायेगा। इस अवसर पर पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया वालसिंह मेड़ा जी सुश्री कलावती भूरिया, राजेन्द्र अग्निहोत्री, शंकर भूरिया, राजेश भटट्, निर्मल मेहता, खुमानसिंह, निनामा अमलियार, देवझिरी सरपंच, कमलेश सोनी, प्रदिप रूनवाल, सुनिल कटकानी, सहित गणमान्य विशेष रूप से उपस्थित रहेंगें। डाॅ. विक्रांत भूरिया एवं जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ने अंचल के सभी शीव भक्तों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में  सपरिवार देवझिरी मंदिर में पधाकर श्रावण सोमवार पर आयोजित इस धार्मिक कार्यक्रम भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त करें। देवझिरी समिति के सदस्य ने सभी मीडिया कर्मीयों से भी अनुरोध किया है कि वे देवझिरी कार्यक्रम पधाकर कार्यक्रम को सफल बनावें।

धर्म का मर्म प्रेम, प्रसन्नता और पवित्रता को बढ़ाना है -ः विजय नरेन्द्र सूरीजी ‘नवल’, 44 दिवसीय भक्तामर महातप के तपस्वियों का धारणा हुआ

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झाबुआ। अष्ट प्रभावक आचार्य नरेन्द्र सूरीजी मसा ‘नवल’ एवं प्रन्यास प्रवर श्री जिनेन्द्र विजयजी मसा ‘जलज’ के सानिध्य में श्री राजेन्द्र सूरी जैन पोषध शाला बावन जिनालय उपाश्रय में प्रतिदिन प्रवचन हो रहे है। 20 जुलाई, शनिवार को सुबह आचार्य नरेन्द्र सूरीजी ने अपने प्रवचनों में कहा कि धर्म शब्द ‘ढाई’ अक्षर का है। धर्म का मर्म यहीं है कि जगत में सभी जीवों से प्रेम करे। सबको प्रसन्नता बांटे और जीवन को पवित्रता से जोड़ने का प्रयास करे। आचार्य श्रीजी ने भक्तामर स्त्रोत की विवेचना करते हुए कहा कि चार प्रकार की बाधाओं को दूर करने के लिए नियमित रूप से भक्तामर स्त्रोत का मंगल पाठ करे। जिससे मनुष्यकृत बाधा, ग्रहकृत बाधा, परिस्थितिकृत बाधा और मनोवृत्ति बाधा, सर्वथा दूर हो सके। भक्तामर स्त्रोत में भक्त, भक्ति और भगवान का त्रिवेणी पवित्र संगम है। साधक साधना द्वारा सिद्धी तप कर सकता है। दुख और पाप में पाप ही भयंकर होता है। दुख मुक्ति से पहले साधक को पाप मुक्ति का चिंतन करना चाहिए।

मनुष्य को जहां स्नेह-सत्कार हो, वहीं जाना चाहिए
आाचार्य श्रीजी ने आगे कहा कि धर्म से या मंत्र-तंत्र से चमत्कार का प्रदर्षन करना सर्वथा अनुचित और स्वार्थपूर्ण है। ज्ञान के अहंकार से मिली सिद्धी भी पुनः चली जाती है। भक्तामर स्त्रोतकारक में आचार्य मानतुंगजी ने परमात्मा से बिल्कुल याचना नहीं की है। विषुद्ध, निष्काम प्रार्थना की है। प्रार्थना से प्रेम प्रसन्नता और पवित्रता बढ़ती है। याचना से कमजोरी और निर्बलता आती है। जहां आदर मीठीवाणी, स्नेह, सत्कार हो, वहीं जाना चाहिए।

गुरू की दृष्टि विषाल होती है
अष्ट प्रभावक ने कहा कि गुरू की दृष्टि विषाल होती है। गुरू का ह्रदय विराट होता है। संकुचित दृष्टि और हद्रय की कपटता से हानि ही होती है। धर्म का मर्म यहीं है कि जो अपने लिए चाहो, वहीं दूसरो के लिए भी चाहो, ध्वनि ही प्रतिध्वनि बनती है। आचार्य ने कहा कि जैसा बीज बोओगे वैसा ही फल मिलेगा। शूल बोने से फूल मिलना संभव नहीं है।

तपस्वियों का धारणा हुआ
20 जुलाई शनिवार शाम 4.30 बजे से श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में 21 जुलाई से शुरू होने वाले 44 दिवसीय भक्तामर महातप की तपस्या के आराधकों का धारणा संपन्न हुआ। जिसका लाभ समाज रत्न सुभाषचन्द्र, उषा कोठारी परिवार ने लिया। 50 से अधिक तपस्वियों ने धारणा किया। जिनकी तपस्या 21 जुलाई से प्रारंभ होगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में चातुर्मास समिति के अध्यक्ष कमलेष कोठारी, सचिव अषोक रूनवाल, वरिष्ठ संतोष रूनवाल, निलेष लोढ़ा, जितेन्द्र जैन आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
   
झाबुआ 20 जुलाई 2019/जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक आज 20 जुलाई 2019 को  सांसद श्री गुमानसिंह डामोर की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागृह झाबुआ में आयोजित की गई। बैठक मे कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा, जिला परिवहन अधिकारी श्री राजेष गुप्ता, एडीसनल एसपी डाबर, एसडीएम झाबुआ श्री अभय खराडी सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में सडक सुरक्षा संबंधी विषयो पर विस्तृत चर्चा की गई एवं आवष्यक निर्णय लिये गये। बैठक  में स्कूली वाहनो में षासन द्वारा जारी किये गये निर्देषो के क्रियान्वयन षहरी सडको पर यातायात, यात्री बसो में यात्रियो की सुरक्षा, सडक दुर्घटनाए रोकने के लिए हेलमेट की अनिवार्यता सडको पर संकेतक लगवाना इत्यादि विषयो पर चर्चा की गई एवं आवष्यक निर्णय लिये गये।

षोसल मीडिया पर अपनी निजी जिन्दगी के क्रियाकलाप षेयर ना करे-प्रो डाॅ.प्रिया सिपाहा
आंगनवाडी के मैदानी अमले को बताये महिलाओ एवं बच्चो की सुरक्षा संबंधी कानून

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झाबुआ  । आगंनवाडी केन्द्र के प्रषिक्षण केन्द्र बिलीडोज में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित प्र्रषिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो.डाॅ. प्रिया सिपाहा ने पाक्सो एक्ट महिलाओ एवं बच्चो को सुरक्षा सबंधी जानकारी देते हुए बताया कि षोसल मीडीया के माध्यम से भी बच्चो एवं महिलाओ के साथ छेड छाड की जा सकती है। षोसल मीडिया फेसबुक,ट्विटर,वाटसाप पर अपनी निजी जिन्दगी के दिन-प्रतिदिन के क्रियाकलाप षेयर ना करे। यह खतरनाक हो सकता है। माॅल/होटल इत्यादि में ट्रायल रूम/टाॅयलेट का उपयोग करते समय चारो तरफ देख ले कही कैमरा तो नही लगा है। कुछ लोग इन तरीको से भी महिलाओ एवं लडकियो का पीछा करते है। वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते है। अगर ऐसे किसी को करता देखे तो तुरंत पुलिस में षिकायत करे। इसके लिए कानून में कठोर सजा का प्रावधान है।  पाक्सो एक्ट अन्तर्गत नाबालिक लडकियो को बहला फुसला कर भगा ले जाने एवं उनका यौन षोषण करने पर आजीवन कारावास तक सजा का प्रावधान है। पाक्सो एक्ट एवं बच्चो की सुरक्षा संबंधी कानूनो की जानकारी रखे,पुलिस से डरे नहीं जब भी संकट मे हो, सहायता की जरूरत हो,तो पुलिस को काल करकंे मदद ले। पुलिस आपकी मदद के लिए है। डाॅ. सिपाहा ने पाक्सो एक्ट एंव बच्चो से संबंधित अन्य कानूनी प्रावधानो की जानकारी भी आगनवाडी सुपरवायजर के प्रषिक्षण कार्यक्रम में दी एवं उन्हे हमेषा सतर्क रहने के लिए कहा। अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है, आपकी सतर्कता जरूरी है। प्रषिक्षण में जागरूकता के लिए एक षार्ट फिल्म भूल एक नसीहत को दिखाया गया। उन्होने बताया कि यह फिल्म उन लडकियो के लिए सबक है जो भाग कर षादी करने की भूलकर बैठती है एवं उनके माता पिता के लिए चेतावनी है जो समय रहते बच्चो की समस्या का हल नही करते। समय पर पुलिस को सूचना नही देते एवं उनकी मदद नही लेते। यह उन लडको के लिए भी चेतावनी है जो नाबालिक लडकियो को बहला फुसलाकर भगा ले जाते है। नाबालिक लडकियो को बहला फूसलाकर ले जाने पर कठोर सजा होती है। नाबालिक लडकी से विवाह करने एवं षारीरिक संबंध बनाने पर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है। ये सब बाते आप ग्रामीण महिलाओ बच्चो एवं किषोरी बालिकाओ को बताये। उन्हे बताये कि कोई भी समस्या मंे फंस जाए या कही भी असुरक्षा महसूस करे तो 100 पर काॅल करे अथवा चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर काल करे। आपका काॅल सीधे भोपाल कन्ट्रोल रूम पहुच जाएगा एवं 10 से 15 मिनट में आपके पास पुलिस पहुच जाएगी। प्रषिक्षण में यातायात सुरक्षा, हैलमेट ना पहनने के नुकसान,लडकियो के साथ छेडखानी, आत्मरक्षा एवं सुरक्षा के उपाय आदि पर भी षार्ट फिल्म दिखाई गयी। प्रषिक्षण में बालिका सुरक्षा आत्मरक्षा, गुडटच बेड टच, छेडखानी एवं यातायात के नियमों का पालन करने जैसे मुदो कंे बारे में भी चर्चा की गई। डाॅ. सिपाहा ने कहा कि ये सभी बाते अपने बच्चो एवं आसपास की महिलाओ को बताये ताकि वे सतर्क रहे व अपनी सुरक्षा कर सके। उन्होने कहा कि डरे नही आपके साथ कुछ गलत होता है, तो अपने से बडो/माता-पिता एवं पुलिस को जरूर बताये ताकि आप आपराधिक घटनाओ का षिकार होने से बच सके। प्रषिक्षण में जिला कार्यकम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती सुषमा भदौरिया ने भी संबोधित किया। ंप्रषिक्षण में जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री अजय चैहान सहित षासकीय सेवक एवं आंगनवाडी सुपर वायजर उपस्थित थे।

कृषि निर्यात के लिए नाॅन टेरिफ बेरियर्स समाप्त करने के विशेष प्रयास करे केन्द्र
कांट्रेक्टर फार्मिंग क¨ बढ़ावा देने की नीति बनाएं मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का वीडिय¨ कांफ्रेंस के जरिए नीति आय¨ग की बैठक में संब¨धन
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भारतीय कृषक¨ं की आय बढ़ाने, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उनके उत्पाद के निर्यात के लिए नाॅन टेरिफ बेरियर्स हटाने पर भारत सरकार से विशेष प्रयास करने क¨ कहा है। श्री नाथ आज वीडिय¨ कांफ्रेंस के जरिए नीति आय¨ग की कृषि के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्रिय¨ं की उच्चाधिकार समिति की बैठक में ब¨ल रहे थे। बैठक में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह त¨मर भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि भारत से बाहर के देश¨ं विशेषकर यूर¨प अ©र अमेरिका में कृषि आधारित उत्पाद¨ं के निर्यात में, ज¨ अड़चनें हैं उन्हें दूर करने की बड़ी जरूरत है। इससे हम किसान¨ं की आय में वृद्धि कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र में संरचनागत सुधार¨ं पर ज¨र देते हुए कहा कि ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट क¨ किसान हितैषी बनाने के लिए पूरे देश में काॅमन स्टेंडर्ड एंड सर्टिफिकेशन व्यवस्था लागू ह¨ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आने वाले साल¨ं में कांट्रेक्ट फार्मिंग क¨ बढ़ावा देने क¨ कहा। उन्ह¨ंने कहा कि इसके जरिए हम कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकते हैं। उन्ह¨ंने कहा कि बदले हुए परिवेश में कांट्रेक्ट फार्मिंग क¨ एक नया स्वरूप देने, प्र¨त्साहित करने अ©र आवश्यक सुविधाएँ देने की नीति बनाना चाहिए। उन्ह¨ंने कहा कि नई नीति में किसान अ©र व्यापारी द¨न¨ं के हित¨ं का संरक्षण ह¨। मुख्यमंत्री ने अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम क¨ समाप्त करने का भी सुझाव दिया। उन्ह¨ंने कहा कि आज के समय में इसकी उपय¨गिता समाप्त ह¨ गई है। किसान¨ं के व्यापक हित में यह जरूरी है। मुख्यमंत्री ने खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र क¨ नई संभावना वाला क्षेत्र बताया। उन्ह¨ंने कहा कि इससे हम किसान¨ं की आय में खासी वृद्धि कर सकते हैं। उन्ह¨ंने कहा कि इसके लिए हमें ऐसी नीति बनानी ह¨गी ज¨ व्यापक ह¨ने के बजाए क्षेत्र विशेष आधारित है। मुख्यमंत्री ने हार्टिकल्चर अ©र फ्ल¨रीकल्चर पर भी अधिक फ¨कस करने का सुझाव दिया। उन्ह¨ंने कहा कि यह भी एक क्षेत्र है जिससे हम किसान¨ं की आय द¨गुना कर सकते हैं।

खरीफ फसल¨ं की 76 लाख 55 हजार हेक्टेयर में बुआई पूर्ण
   
झाबुआ । प्रदेश में खरीफ सीजन में अब तक 76 लाख 55 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल¨ं की बुआई का कार्य ह¨ चुका है। अभी बुआई जारी है। इस वर्ष एक कर¨ड़ 37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल¨ं की बुआई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खरीफ फसल¨ं में अब तक स¨याबीन, मूँगफली अ©र तिल आदि तिलहन फसल¨ं की सर्वाधिक 38 लाख 62 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई हुई है। तिलहन फसल¨ं की 41 लाख 86 हजार हेक्टेयर में बुआई का लक्ष्य निर्धारित है। तुअर, उड़द, मूंग, कुलथी आदि दलहन फसल¨ं की 10 लाख 40 हजार हेक्टेयर में बुआई की गई है। इन फसल¨ं में 23 लाख 15 हजार हेक्टेयर में बुआई का लक्ष्य है। धान, ज्वार, मक्का, बाजरा, क¨द¨ आदि में निर्धारित लक्ष्य 43 लाख 99 हजार हेक्टेयर के विरुद्ध 21 लाख 80 हजार हेक्टेयर में बुआई पूरी ह¨ चुकी है। प्रदेश में इस वर्ष कपास 6 लाख 19 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 5 लाख 73 हजार हेक्टेयर में लगाया गया है। प्रदेश में 48 प्रतिशत खाद्यान्न अ©र 60 प्रतिशत तिलहन फसल¨ं की ब¨नी ह¨ चुकी है। सामान्य त©र पर प्रदेश में एक कर¨ड़ 18 लाख 50 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल¨ं की ब¨नी ह¨ती है। पिछले वर्ष हुई एक कर¨ड़ 36 लाख 36 हजार हेक्टेयर के अनुपात में इस वर्ष एक कर¨ड़ 37 लाख 1000 हेक्टेयर में खरीफ फसल¨ं की ब¨नी का लक्ष्य रखा गया है।

आधार इनेबल्ड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम व्यवस्था किसी भी उचित मूल्य दुकान से व्यक्ति राशन सामग्री प्राप्त कर सकता है
      
झाबुआ । जिले में  जुलाई माह से उचित मूल्य दुकानों पर आधार इनेबल्ड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम व्यवस्था की गई है। झाबुआ प्रदेश के उन 18 जिलों में सम्मिलित है जहां इस प्रकार की व्यवस्था की गई है। इसमें सभी पीओएस मशीनों को सरवर से जोडा गया है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए लागू इस व्यवस्था का यह भी लाभ है कि जिलें द्वारा ऐसी दुकानों की मॉनिटरिंग की जा सकती है, जिनमें उस दिन कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है। रियल टाइम में हितग्राहियों की हकदारी तथा उनको किया गया वितरण ट्रेस होता है। हितग्राही के पास यह सुविधा भी है कि वह अपनी निर्धारित दुकान के अलावा जिले के अन्य दुकानों से भी पोर्टेबिलिटी के माध्यम से सामग्री प्राप्त कर सकता है। उचित मूल्य दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल मशीन में प्रत्येक माह का आवंटन एवं वितरण डाउनलोड अपलोड करने की जरूरत होती है। पूर्व व्यवस्था में उचित मूल्य दुकान के खोलने तथा बंद होने की स्थिति ज्ञात ना होने के कारण हितग्राहियों के द्वारा राशन प्राप्त किए जाने पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाता था परंतु अब यह संभव हो सका है। उपभोक्ता को बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए भटकना नहीं पडे इसके लिए ईकेवाईसी की सुविधा भी दुकान की मशीन में उपलब्ध कराई गई है। इस व्यवस्था से दोहरे तथा बोगस परिवार या सदस्यों को विलोपित करने में भी मदद मिलेगी। नेट कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं होने वाली दुकानों में ऑफलाइन राशन वितरण की व्यवस्था पूर्व की भांति लागू है। जिसके कारण किसी भी हितग्राही को राशन से वंचित नहीं होना पडेगा नई व्यवस्था लागू होने से पोर्टल पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की जा सकती है। जैसे कि दुकान समय पर खुल रही है या नहीं, राशन वितरण किया जा रहा है या नहीं, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा ईकेवाईसी का सत्यापन किया जा रहा है या नहीं। रियल टाइम में हितग्राहियों की हकदारी तथा उनको किया गया वितरण ट्रेस कर सकते हैं। दिव्यांग वृद्धजन राशन प्राप्त करने के लिए किसी अन्य व्यक्ति को नामिनी नियुक्त करवा सकते हैं। यदि वृद्धजन दुकान पर नहीं आ सकता या जिसका अंगूठा मैच नहीं करता है तो ऐसा कोई भी व्यक्ति जो उसके परिवार का हो या ऐसा व्यक्ति जिसे वृद्ध या दिव्यांग द्वारा नामांकित किया गया हो उसके आधार से राशन प्राप्त किया जा सकता है। इस व्यवस्था में यह सुविधा है कि पूरे जिले में कब तक किस दुकान से कितना वितरण हुआ देखा जा सकता है।

सायबर कोषालय में एनपीएस अन्तर्गत ई-चालान जमा करने की सुविधा
   
झाबुआ । मध्यप्रदेष षासन के अधिकारी कर्मचारी राज्य में बाहर षासित  निगमो/मंडलो में प्रतिनियुुक्ति पर पदस्थ किये जाते है। ऐसे षासकीय सेवको का एनपीएस का हिस्सा वर्तमान में किसी ऐजेसी बैक षाखा पर जाकर भौतिक चालान के माध्यम से जमा किया जाता है। जिसमें विषेषकर राज्य के बाहर पदस्थ षासकीय सेवको को कठिनाई होती है। सायबर कोषालय में एनपीएस अन्तर्गत ई-चालान जमा करने की सुविधा प्रदान की गई है। प्रविष्टि कर, इन्टरनेट बैंकिग के माध्यम से, अंषदान जमा किया जा सकता है। इस प्रकार जमा किये गये अंष को एनएसडीएल को प्रेषित करने के संबंध में आवष्यक सुविधा विकसित की जा रही है। राषि जमा करने के लिए दंअपहंजपवद का उपयोग किया जाये। यहाॅ पर म.बींससंद वितउ वित दचे बवदजतपइनजपवद इल मउचसवलमतश् की पूर्ण प्रविष्टि की जाकर नेट बैंकिग का उपयोग कर भुगतान प्रक्रिया की जा सकती है। इससे आॅनलाईन ई-चालान प्राप्त हो सकेगा। कोषालय अधिकारी श्रीमती ममता चंगोड ने इस सबंध में सभी आहरण संवितरण अधिकारियो को इस विषय मे अपने अधीनस्थ कार्यालयो/प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अधिकारियो को अवगत कराने के लिए सूचित किया है।

माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान मित्र क्लब गठन करने के दिए निर्देष
       
झाबुआ । राज्य षिक्षा केंद्र की संचालक आईरीन सिंथिया जेपी ने सभी जिला षिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक तथा सभी जिला षिक्षा एवं प्रषिक्षण के प्राचार्यों को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से उन्होंने माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान मित्र क्लब गठन करने के निर्देष दिए है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत प्रदेष की समस्त माध्यमिक षालाओं में कक्षा 6वीं से 8वीं के विद्यार्थियों के लिए विज्ञान मित्र क्लब का गठन करें। विद्यार्थियों में अपने परिवेष की समस्याओं का समाधान करने, वैज्ञानिक सोच के साथ परिवर्तनों के कारणों को ढूंढने एवं तार्किक सोच से अंधविष्वास, कुरीतियों को समाप्त करने के उपाय खोजना सीखते है। इन उद्देष्यों की पूर्ति के लिए क्लब का गठन करना है।

विद्युत व्यवधान और बिल से संबंधित शिकायत 1912 पर करें हर शिकायत की हो रही सतत् मॉनीटरिंग

झाबुआ । मानसून के कारण अचानक आने वाले विद्युत व्यवधान और बिल से संबंधित शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए तीनों विद्युत वितरण कंपनी द्वारा केन्द्रीय कॉल-सेंटर बनाए गए हैं। कॉल-सेंटर का टोल फ्री नंबर 1912 है। सेंटर में उपभोक्ता द्वारा शिकायत दर्ज कराने से निराकरण तक हर स्तर पर सतत् मॉनीटरिंग की जा रही है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने उपभोक्ताओं से कहा है कि विद्युत व्यवधान की शिकायतों के निराकरण के लिए 1912 के अलावा हर क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर भी संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों के मोबाइल नंबर, वाट्सऐप नंबर जारी किए गए हैं। उपभोक्ता इनका भी उपयोग कर सकते हैं। कॉल-सेंटर के लेंडलाइन नंबर पर भी शिकायत दर्ज होगी। टोल फ्री नंबर 1912 व्यस्त मिलने पर मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल कमिश्नरी कार्यक्षेत्र के उपभोक्ता कॉल-सेंटर के नंबर 0761-2972020, 18002331266, मध्य क्षेत्र कंपनी के भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल कमिश्नरी कार्य-क्षेत्र के उपभोक्ता कॉल-सेंटर के नंबर 0755-2551222, 18002331912 तथा पश्चिम क्षेत्र कंपनी के इंदौर एवं उज्जैन कमिश्नरी कार्य-क्षेत्र के बिजली उपभोक्ता कॉल-सेंटर के नंबर 0731-6700000, 18004191912 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

शिकायत निराकरण की प्रक्रिया
उपभोक्ता द्वारा 1912 पर शिकायत दर्ज करवाने पर उसे एसएमएस के जरिए शिकायत क्रमांक प्राप्त होगा। शिकायत एसएमएस के जरिए संबंधित बिजली सुधारने के विशेष वाहन चालक, लाइनमेन को भेजी जाती है। शिकायत प्राप्त होते ही विशेष वाहन, लाइन स्टाफ शिकायतों के क्रमानुसार उपभोक्ता परिसर में तत्परता से पहुँचता है। जैसे ही उपभोक्ता की शिकायत हल होती है, लाइनमेन द्वारा शिकायत निराकरण की सूचना कॉल-सेंटर को भेजी जाती है, फिर कॉल-सेंटर द्वारा उपभोक्ता को एसएमएस भेजकर शिकायत निराकरण की जानकारी दी जाती है। कॉल-सेंटर के कर्मचारी सीधे शिकायतकर्ता उपभोक्ता के मोबाइल पर बात कर शिकायत निराकरण का फीडबेक भी लेते हैं। शिकायतकर्ता के कॉल करने पर यदि कॉल व्यस्त आता है, तो कॉल-सेंटर का कर्मचारी शिकायतकर्ता को कॉल बेक करता है। शिकायत उपभोक्ता की संतुष्टि के बाद ही बंद की जाती है।

आबकारी की दुकानों में अहाते की व्यवस्था होना आवश्यक सभी जिला अधिकारी निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व आय अर्जित करें मंत्री श्री राठौर

झाबुआ । वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द सिंह राठौर ने आबकारी अधिकारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि आबकारी की दुकानों में अहाते की व्यवस्था होना आवश्यक है। सभी जिला अधिकारी निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व आय अर्जित करें। श्री राठौर ने कहा कि किसी भी जिले में कोई बडी वसूली का प्रकरण लंबित हो उससे सख्ती से वसूली करें। आबकारी आयुक्त श्री रजनीश, श्रीवास्तव ने कहा कि वे ठेकेदार जिन्होने लायसेंस फीस जमा की है वे समय पर माल नही उठा रहे है। उन्हें सख्त निर्देश दिए जाए ताकि वे समय पर माल उठाए।

खेतों में नमी को संरक्षित करने डौरा-कुल्पा चलाए किसान
         
झाबुआ । वर्तमान समय में खरीफ की फसलें जैसे सोयाबीन, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द एवं ज्वार इत्यादि की बोनी का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा कुछ दिनों से वर्षा नहीं होने के कारण फसलों में अवर्षा का प्रभाव परिलक्षित होने लगा है।
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों में नमी को संरक्षित करने के लिए अपने खेतों में डौरा/कुल्पा चलाएं तथा अधिक समय तक वर्षा न होने पर सुविधानुसार सिंचाईं की व्यवस्था करे। साथ ही कुछ विकासखण्डों में मक्के की फसल में फॉलअर्मी वार्म कीट का प्रभाव दिखाई दे रहा है, जिसके नियंत्रण हेतु इमामेक्टिन बेंजाएट (5 प्रतिशत)250 ग्राम प्रति हेक्टर, पानी की मात्रा 500 लीटर के साथ मिलकर छिडकाव करें। विस्तृत जानकारी हेतु किसान अपने क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अथवा विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।

मतदाता सूची पुनरीक्षण में सहय¨ग के लिये नियुक्त ह¨ंगे कैम्पस एम्बेसडर
   
झाबुआ । राज्य निर्वाचन आय¨ग द्वारा नगरीय निकाय¨ं के आम निर्वाचन 2019-20 के लिये फ¨ट¨ मतदाता सूची के पुनरीक्षण में सहय¨ग के लिये कैम्पस एम्बेसडर नियुक्त करने के निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारिय¨ं क¨ दिये गये हैं। कैम्पस एम्बेसडर महाविद्यालय¨ं एवं विश्वविद्यालय¨ं के विद्यार्थिय¨ं क¨ बनाया जायेगा। सह-शिक्षा महाविद्यालय¨ं में 2 कैम्पस एम्बेसडर बनाये जायेंगे। इनमें एक छात्र अ©र एक छात्रा रहेगी। आय¨ग की सचिव श्रीमती सुनीता त्रिपाठी ने कहा है कि कैम्पस एम्बेसडर की सम्बद्धता किसी भी राजनैतिक दल से नहीं ह¨ना चाहिए। इनका पुलिस सत्यापन करवाया जाना अनिवार्य है। कैम्पस एम्बेसडर संस्थान के विद्यार्थिय¨ं, शिक्षक¨ं, कर्मचारिय¨ं तथा उनके परिवार के सदस्य¨ं का पंजीकरण करवायेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी मतदाता जागरूकता अभियान के लिये जरूरी सामग्री, मार्गदर्शन एवं सहय¨ग प्रदान करेंगे। जिला स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कैम्पस एम्बेसडर क¨ राष्ट्रीय पर्व पर आय¨जित समार¨ह में सम्मानित किया जायेगा।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का केन्द्र बनेगा मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
नौजवानों के भविष्य का एक नया नक्शा बनाना है
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने विधानसभा में अपने विभागों से संबंधित अनुदान माँगों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का केन्द्र बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में नित नये परिवर्तन हो रहे हैं। युवाओं को नई टेक्नोलॉजी से अपडेट रखकर उनकी ऐसी स्किलिंग होनी चाहिए जिससे उन्हें अच्छी नौकरी मिल सके। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आधुनिक तकनीक के अनुसार प्रदेश में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनका जोर प्रशिक्षणार्थियों की संख्या की बजाय उनकी नौकरी पर है। मुख्यमंत्री ने बताया कि देश ही नहीं पूरे विश्व में एक ही जिले में सर्वाधिक ट्रेनिंग सेंटर छिंदवाड़ा में हैं।

बिजली का स्टोरेज होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली के स्टोरेज की व्यवस्था की जा रही है। विश्व स्तर पर इसका टेंडर जारी किया जा चुका है। इस संबंध में चर्चा के लिये चीन की टीम को आमंत्रित किया गया है, जो शीघ्र ही मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रही है। मध्यप्रदेश बिजली का स्टोरेज करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा।

नौजवानों के भविष्य का नया नक्शा बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम औद्योगिकीकरण की बात राजनीति के लिये नहीं, नौजवानों के भविष्य के लिये करते हैं। हम नौजवानों के भविष्य का नया नक्शा बनाना चाहते हैं। वर्तमान में युवाओं के हाथ को काम चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश नीति हर सेक्टर के लिये अलग-अलग बनाई जायेगी और हर नीति में रोजगार को प्राथमिकता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि औद्योगिकीकरण के लिये निवेशकर्ताओं में विश्वास का वातावरण जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 15 साल में देश में जितना घरेलू और विदेशी निवेश भारत में आया, उसका बहुत कम हिस्सा मध्यप्रदेश में आया है। इससे हमको सबक लेने की जरूरत है। अपनी कार्यप्रणाली में परिवर्तन लाना होगा। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के जवाब के बाद सदन ने उनके विभागों से संबंधित 3259 करोड़ 29 लाख 9 हजार रूपये की अनुदान माँगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।

सुरक्षा गार्ड एवं पर्यवेक्षक पद पर भर्ती हेतु षिविर 23 से 29 जुलाई तक आयोजित होगे
      
झाबुआ । जिले के अंतर्गत आने वाले विकासखण्ड में षिक्षित बेरोजगार युवको को रोजगार के अवसर प्रदाय किये जाने हेतु निजी क्षेत्र कि सिक्युरिटी फोर्स की कम्पनी एसआईएस इण्डिया लिमिटेड जिला नीमच द्वारा विकासखण्ड स्तरीय रोजगार षिविरो का आयोजन किया जायेगा। उक्त कम्पनी ऐसे युवको का चयन करेगी जिनकी आयु 20 वर्ष, उचाई 168 से.मी षैक्षणिक योग्यता कम से कम 10 वी पास या फेल हो। षिविर आयोजन का समय प्रातः 10ः00 बजे से दोपहर 4ः00 बजे तक रहेगा। आगामी 23 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत पेटलावद में, 24 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत थांदला में 25 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत रामा में, 26 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत मेघनगर में, 27 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत रानापुर में, 29 जुलाई 2019 को जनपद पंचायत झाबुआ में भर्ती षिविर का आयोंजन किया जाएगा।

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