बिहार : बरसात के समय में रंतजगी करने को बाध्य है वासुदेवापुरी मुसहरी के महादलित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 14 जुलाई 2019

बिहार : बरसात के समय में रंतजगी करने को बाध्य है वासुदेवापुरी मुसहरी के महादलित

  • इस हालात में करवट बदल बदल कर सोने वाले बच्चे गाना गाते है' करवटे बदलते रहे सारी रात हम...'.
हमलोग 72 साल से नेताओं को वोट देकर किस्मत चमकाते रहें। मगर हमलोगों की किस्मत नहीं चमकी। हमलोगों के नाम से बनी योजनाओं की राशि में सेंधमारी होने लगी। इसमें हमारे नगर पंचायच के अध्यक्ष कौशल कौशिक भी हैं,  जो इस समय आदर्श  कारा बेउर में कैद हैं। उधर तो उनको सिर पर छत है और हमलोग बेहाल जिंदगी जीने को बाध्य हैं।
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नौबतपुत, 14 जुलाई। भारत सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में झुग्गी झोपडियों से मुक्ति दिलाने और गरीबों को अपना घर का सपना पूरा कराने में सहायता के लिए इस योजना की शुरुआत की गई। 2 जून 2011 को इस योजना के पहले चरण को मंजूरी दी गई। केन्द्र सरकार ने शहरों को स्लम मुक्त करने के उद्येश्य हेतु राजीव गांधी आवास योजना नामक एक परियोजना को देश भर में लागू करने का निर्णय लिया।  आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2 जून 2017को राजीव गांधी आवास योजना के तहत इसे देश के 250 शहरों में लागू करने का प्रस्ताव पारित किया। राजीव गांधी आवास योजना एक लाख से ज्यादा आबादी वाले हर शहर में लागू की गयी । साथ ही इससे लाभान्वित परिवारों को आवास का मालिकाना हक भी दिया जाना है। केंद्र सरकार ने राजीव गांधी आवास योजना को लागू करने में राज्यों की भूमिका अहम बना दी। इसके लिए हर राज्य को अपनी-अपनी योजना केंद्र से साझा करना है, इसके बाद ही उन्हें संबंधित राशि की भुगतान की जाएगी। राजीव गांधी आवास योजना का लक्ष्य दो तरह से काम करना है। पहला या तो मौजूदा स्लम को ही विकसित किया जाना है या फिर स्लम को किसी बाहरी जगह ले जाना है। हालांकि दोनों परिस्थितियों में योजना राज्य सरकार की ही रहेगी। इस योजना से स्लम में रहने वाले लगभग 3.2 करोड़ भारतीय लोगों को बेहतर जीवनशैली प्रदान की जा रही है। इस योजना से नौबतपुर नगर पंचायत में लागू कराने का श्रेय नगर पंचायत के अध्यक्ष कौशल कौशिक को जाता है। राजकीय मध्य विधालय के  शिक्षक ने कहा कि मकान बनाने के एवज में तीस हजार रू.डकार लिया गया। इसके आलोक में दर्जनों झोपड़ियों को मनमौजी से पहले कुछ जांच पड़ताल किया गया। इसके बाद महादलित मुसहर समुदाय का मकान बनाने का निश्चय किया गया।  राजीव गांधी आवास योजना के तहत 2 लाख 80 हजार रूपए तीन किस्तों में  देने का प्रस्ताव पारित किया गया।  बताया जाता है कि नौबतपुर नगर पंचायत के द्वारा प्रथम किस्त की राशि देने के बाद वासुदेवापुरी मुसहरी में द्वितीय किस्त की राशि देने में आनाकानी करने की खबर है। अब नौबतपुर नगर पंचायत के द्वारा जमीन की कागजात मांगी जा रही हैं। इस पर नगर पंचायत के वार्ड नम्बर-8 की वार्ड पार्षद रीता देवी का कहना है कि हमलोगों के पास जमीन का पर्चा नहीं है। उन्होंने कहा कि नौबतपुर के सीओ से जमीन का पर्चा बनवाने में काफी दिक्कत हो रही है। यह सब सरकारी स्तर पर हो रहा है तो खुद ही जाकर सीओ कार्यालय से ले लें। यहां पर आज भी कई दर्जन झोपड़िया है उसी में लोग रहने को बाध्य हैं। करूणवा देवी कहती हैं कि अभी हो रहे जोरदार बारिश से रतजंगी करने को बाध्य हैं। बच्चे करवट बदल बदल कर सोते हैं। यह गाना भी गाते हैं 'करवटे बदलते रहे सारी रात हम...'. महादलितों का कहना कि हमलोग 72 साल से नेताओं को वोट देकर किस्मत चमकाते रहें। मगर हमलोगों की किस्मत नहीं चमकी। हमलोगों के नाम से बनी योजनाओं की राशि में सेंधमारी होने लगी। इसमें हमारे नगर पंचायच के अध्यक्ष कौशल कौशिक भी हैं,  जो इस समय आदर्श  कारा बेउर में कैद हैं। उधर तो उनको सिर पर छत है और हमलोग बेहाल जिंदगी जीने को बाध्य हैं।

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