- किसानों को सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जा रहा है, जल्द ही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में शिविर लगाकर किसानों को इन योजनाओं का लाभ दिया जाएगा : सुनील
कुमार गौरव । पूर्णिया : राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत जितनी भी सरकारी योजनाएं हैं उन्हें बेहतर तरीके से केनगर प्रखंड क्षेत्र के किसानों के बीच क्रियान्वित की जाएगी। ताकि किसानों को बागवानी से संबंधित योजनाओं का न सिर्फ लाभ मिल सके बल्कि उन्हें इसकी समुचित जानकारी भी मिल सके। उक्त बातें प्रखंड उद्यान पदाधिकारी केनगर सुनील कुमार झा ने विशेष बातचीत के क्रम में कही। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। अपनी पदस्थापना के साथ ही उन्होंने बताया कि वो प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना की 15 विभिन्न योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। इन योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जा रहा है। जल्द ही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में शिविर लगाकर किसानों को इन योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
...इन योजनाओं पर सरकार दे रही अनुदान :
- टिश्यूकल्चर केला, प्रति एकड़ अनुमानित लागत - 01 लाख 25 हजार, अनुदान की राशि 62 हजार 500 रूपए
- सघन बागवानी आम, प्रति एकड़ 01 लाख रूपए, अनुदान की राशि 50 हजार रूपए
- प्लास्टिक मल्चिंग, प्रति एकड़ लागत 32 हजार रूपए, अनुदान की राशि 16 हजार रूपए
- आईपीएम कीट्स, प्रति एकड़ लागत 4 हजार रूपए, अनुदान की राशि 1200 रूपए
- मधुमक्खी बॉक्स (प्रति इकाई), अनुमानित लागत 2000 रूपए, अनुदान की राशि 1000 रूपए
- मधुमक्खी छत्ता (प्रति इकाई), अनुमानित लागत 2000 रूपए, अनुदान की राशि 1000 रूपए
- मधु निष्कासन यंत्र, अनुमानित लागत 20 हजार रूपए, अनुदान की राशि 10 हजार रूपए
- हाईब्रिड वेजिटेबल, अनुमानित लागत 50 हजार रूपए, अनुदान की राशि 25 हजार रूपए
- मसाला बीज उत्पादन, अनुमानित लागत 30 हजार रूपए, अनुदान की राशि 15 हजार रूपए
- पुराने बागों का जीर्णोद्धार, अनुमानित लागत 40 हजार रूपए, अनुदान की राशि 20 हजार रूपए
- बनाना फ्रूट ट्रैप बैग, अनुमानित लागत 30 रूपए, अनुदान की राशि 15 रूपए
- लेनो बैग (प्रति इकाई), अनुमानित लागत 20 रूपए, अनुदान की राशि 18 रूपए
- प्लास्टिक क्रेट्स, अनुमानित लागत 400 रूपए, अनुदान की राशि 360 रूपए
- मशरूम उत्पादन के लिए स्पॉन कम्पोस्ट (प्रति बैग), अनुमानित लागत 60 रूपए, अनुदान की राशि 54 रूपए
- मखाना खेत प्रणाली, अनुमानित लागत 32 हजार 040 रूपए, अनुदान की राशि 16 हजार 020 रूपए दिए जाने का प्रावधान है।
...जो योजनाएं जिले में क्रियान्वित हैं उन्हें दी जाएगी प्राथमिकता :
इन योजनाओं में से जो योजना पूर्व से क्रियान्वित है उसे प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही अन्य योजनाएं भी उच्च पदस्थों से विचार विमर्श के बाद क्रियान्वित की जाएगी। : सुनील कुमार झा, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी, केनगर।
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