पटना (आर्यावर्त संवाददाता) भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि भाजपा व आरएसएस जैसी शक्तियों को बिहार में मजबूत बनाने में नीतीश कुमार की उल्लेखनीय भूमिका रही है. विगत 15 वर्षों से वे भाजपा की ही राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं और उसे मजबूत कर रहे हैं. हाल के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने ऐसा ही किया. आरएसएस जैसे आतंकी व संदिग्ध संगठन को मजबूती प्रदान करने से बिहार में आज सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल पूरी तरह से बिगड़ चुका है. देश के दूसरे हिस्सों की तरह यहां भी माॅब लिंचिंग व सांप्रदायिक उन्माद की घटनाएं आम होती जा रही हैं. विगत दिनों सांप्रदायिक उन्माद व माॅब लिंचिंग के कई ऐसे उदाहरण हैं, जिसमें नीतीश कुमार ने सरेंडर किया है. अब एक बार फिर से लोकसभा चुनाव के बाद वे अल्पसंख्यक हितैषी होने का ढोंग कर रह हैं. यदि अल्पसंख्यकों और देश के लोकतंत्र व संविधान के प्रति उनके मन में सच्ची आस्था होती तो वे विश्वासघात करके भाजपा से नहीं मिले होते. ऐसी स्थिति में आरएसएस व उसके सहयोगी संगठनों की जांच संबंधी पत्र अल्पसख्ंयकों को दिग्भ्रमित करने का ही एक प्रयास प्रतीत होता है. क्योंकि इन संगठनों के असली चरित्र से हम सभी वाकिफ हैं. यदि नीतीश कुमार सचमुच आरएसएस जैसे संगठनों की आतंकी गतिविधियों को लेकर चिंतित हैं, तो वे सबसे पहले भाजपा से नाता तोड़ें और पिछले 5 वर्षों में सांप्रदायिक उन्माद, माॅब लिंचिंग आदि जो भी घटनाएं हुई हैं, उसके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें.
शुक्रवार, 19 जुलाई 2019
Home
बिहार
राजनीति
बिहार : दिखावे की बजाए भाजपा व आरएसएस की आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाएं नीतीश: माले
बिहार : दिखावे की बजाए भाजपा व आरएसएस की आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाएं नीतीश: माले
Tags
# बिहार
# राजनीति
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
राजनीति
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें