- छह लाख 12 हजार बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक- विटामिन ए की कमी से प्रतिवर्ष 2.5 लाख बच्चे होते हैं अंधेपन का शिकार
पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) : जिले में स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में 17 जुलाई से च\र दिवसीय विटामिन ए पखवाड़ा चलाया गया। यह पखवाड़ा 20 जुलाई तक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र, उपस्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र व अतिरिक्त स्थलों पर विटामिन ए बच्चों को पिलाने का काम होगा। जिले के नौ माह से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। विटामिन पिलाने का काम दो चरणों में होगा। प्रथम चरण में बुधवार व शुक्रवार को सभी स्वास्थ्य व उपस्थास्थ्य केंद्रों पर दवा पिलाई जाएगी। वहीं दूसरे चरण में गुरूवार और शनिवार को आशा कर्मियों के द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से दवा पिलाई जाएगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ सुभाष चंद्र पासवान ने बताया कि चार दिनों के अभियान में छह लाख 12 हजार 323 बच्चों को विटामिन ए पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व वर्ष 2017 फरवरी में विटामिन ए पिलाने का अभियान चलाया गया था। लेकिन कुछ कारणांे से अभियान बीच में बंद हो गया था। यह अभियान प्रत्येक छह माह पर चलाया जाता है। डॉ सुभाष चंद्र ने बताया कि विटामिन ए प्रोग्राम को नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया है।
...विटामिन ए की कमी से प्रतिवर्ष 2.5 लाख बच्चे होते अंधेपन के शिकार :
विटामिन ए की कमी बच्चों को विकलांग बना सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रत्येक वर्ष करीब 2.5 लाख बच्चे विटामिन ए की कमी से होने वाले केरोटौका मलेशिया से पीड़ित होते हैं। यानी अंधेपन के शिकार हो रहे हैं। डॉ सुभाष चंद्र ने बताया कि यह काफी गंभीर विषय है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में विटामिन ए की कमी से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए यह अभियान चलाया है।
...विटामिन ए बच्चों को पिलाने से होने वाले फायदे :
विटामिन ए की कमी से बच्चे अक्सर बीमार हो जाते हैं और शरीर कमजोर होने के कारण वह अंधेपन के शिकार हो सकते हैं या मौत भी हो सकती है। जिसमें सबसे अधिक आंख पर असर पड़ता है। डॉ सुभाष चंद्र ने बताया कि विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए नजदीक के स्वास्थ्य, उपस्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त में विटामिन ए की दवा बच्चों को दी जाती है। साथ ही बच्चों को पीला फल जैसे आम, पपीता व अन्य पीला फल खिलाना चाहिए। जिससे विटामिन ए की कमी दूर किया जा सके।
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