झाबुआ, मध्य प्रदेश में झाबुआ जिला है.पूर्व में यहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे.जो आपका और सबका मामा हैं. 2007 में मामा जी अमेरिका गए थे. वहां से जनादेश 2007 के पदयात्रियों को वीडियों कॉललिंग किए थे.सत्याग्रियों को कहे कि वनभूमि का पट्टा देंगे.आवास सुविधा देंगे.पेयजल का प्रबंध कर देंगे. महात्मा गांधी नरेगा में पर्याप्त रोजगार देंगे. विदेश प्रवास के दौरान घोषित आश्वासन को प्रदेश में आकर पूरा नहीं किए.वहीं मामा जी और मामा जी की पार्टी की केंद्र की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में उपस्थित भी नहीं हुई.कारण कि देश-प्रदेश की सरकार ने वनभूमि पर काबिज लोगों के पक्षधर में जाने को तैयार न थे.ये लोग कार्पोरेट व भू- स्वामियों के होकर रह गए थे. खैर, इसका खामियाजा मामा जी भुगत रहे हैं। सत्ता से बाहर चले गए. प्रदेश के लोग सत्ता पलट कांग्रेस की हाथ मजबूत कर दिए.अभी मुख्यमंत्री कल्पनाथ राय के अधिकारी वचनवद्ध होकर वनाधिकार 2006 के मसले को सलटाने में लगे हैं. आज जन संगठन एकता परिषद के बैनर तले 14 गांव के 200 लोगों ने जन सुनवाई किए. जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर वनाधिकार संबंधी ज्ञापन सौंपा. दुर्गा पनवार के नेतृत्व में वनवासी गए थे.
रविवार, 28 जुलाई 2019
झाबुआ : जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर वनाधिकार संबंधी ज्ञापन सौंपा
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