जिला स्तरीय बस स्टेण्ड एवं प्रबंधन समिति की बैठक आज
जिला स्तरीय बस स्टेण्ड व्यवस्थापन एवं सुचारु रुप से संचालन किये जाने के संबंध में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति की द्वितीय बैठक 8 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में यात्रियों के लिए छायादार बैठने की व्यवस्था, साफ-सफाई/रंगाई/पुताई की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, विद्युत, शौचालय, यात्री वाहनों/निजी वाहनों की पार्किंग, अतिक्रमण मुक्त बस स्टेण्ड, पशु बाधाओं से मुक्त, पूछताछ कक्ष/उद्घोषणा कक्ष, परिवहन समय सारणी एवं नियत किराये के प्रदर्शन (डिस्पले बोर्ड) स्वच्छ एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री की उपलब्धता, बस स्टेण्ड परिसर में पानी का भराव एवं कीचड़ मुक्त, बस स्टेण्ड प्रभारी की नियुक्ति आदि की व्यवस्थाओं पर चर्चा की जाए।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के संबंध में बैठक आज
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भोपाल संभाग को हरा-भरा करने के उद्देश्य से जिले में सघन रुप से वृक्षारोपण किया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में 8 जुलाई को प्रात: 11 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की जाएगी। समस्त विभाग प्रमुख निर्देशानुसार वृक्षारोपण के संबंध में विभागीय कार्य योजना की जानकारी सहित बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चत करें।
कुष्ठ रोगी खोज अभियान हेतु जिला समन्वय समिति की बैठक आज
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसर राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मुलन कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में LCDC (कुष्ठ रोगी खोज अभियान) चलाया जाएगा। अभियान के लिये जिला समन्वय समिति का गठन किया गया है। जिला समन्वय समिति की बैठक 8 जुलाई को सांय 4 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।जिला समन्वय समिति में अध्यक्ष कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, सह अध्यक्ष मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी, सिविल सर्जन डॉ भरत आर्य एवं जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती क्षमा बर्वे, सचिव जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ आनंद शर्मा तथा सदस्यो में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री धीरेन्द्र आर्य, डिप्टी एमईआईओ सुश्री उषा अवस्थी, जिला एपीडेमोलाजिस्ट अधिकारी डॉ रुचिरा उइके, जिला कम्युनिटी मोबेलाईजर श्रीमती विंध्यावासिनी कुशवाह, सहायक संचालक जनसंपर्क सुश्री अनुभा सिंह, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी एवं प्रभारी उपसंचालक सामान्य न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्रीमती रचना बुधोलिया तथा कुष्ठ रोगी संगठन सदस्य श्री हेमरराज शामिल हैं।
डेंगू एवं चिकनगुनिया रोग से बचाव हेतु सावधानियां जरूरी
मच्छर जनित रोगों के उपचार से बेहतर है कि हम थोड़ी सी सजगता एवं सावधानियां रखकर ऐसी स्थिति बनाये, जिससे मच्छर पैदा ही नहीं होने पाये। इसके लिए आमजनों सहित अधिकारियों-कर्मचारियों को भी समुचित जानकारी होना अत्यंत जरूरी है जिससे आमजनों को भी इसके बारे में सही-सही जानकारी दे सकें। डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक मच्छर रुके हुए साफ पानी में पैदा होता है और दिन के समय काटता है। नागरिकगण वर्षा के पानी को जमा न होने दें। आस-पास सफाई रखें और डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचें। डेंगू के लक्षण में तेज बुखार, ऑंखों, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़ों व नाक से खून बहना, शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू हो सकता है। चिकनगुनिया के लक्षण में तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द शरीर पर लाल चकत्ते आना आदि हैं। लक्षण पाये जाने पर खून की जांच कराएं, जांच में डेंगू या चिकनगुनिया पाए जाने पर डॉक्टर की सलाह अनुसार पूरा उपचार लें। बचाव के लिए पानी के बर्तन ढंक कर रखें। अनुपयोगी सामग्रियों जैसे कूलर, ड्रम, टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा न होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं। हैण्डपंप के आस-पास भी पानी इकट्ठा न होने दें। जमे पानी पर मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें। आस-पास सफाई रखें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरी अस्तीन के कपड़े पहने और डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचें। डेगू एवं चिकनगुनिया की जॉंच व उपचार की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है।
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