पटना, 11 जुलाई। दीघा थाना क्षेत्र में है फेयर फील्ड कॉलोनी. इस कॉलोनी में है असम्पशन सिस्टरों का आवास.यहीं पर रहती हैं सामाजिक कार्य करने वाली सिस्टर वीणा जैकब. इनके द्वारा किशोरियों का नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया. इसमें महिला हिंसा, दहेज, बाल विवाह, नशा आदि पर ट्रेनिंग दिया गया. इसका सकारात्मक परिणाम बुधवार को सामने आया. किशोरियों ने मिलकर सीता कुमारी ( 14 वर्ष) को शादी के खुट्टा में नहीं बंधने को लेकर प्रयास करने लगी. इस सिलसिले में किशोरियों ने सिस्टर वीणा जैकब को फोन कर बाल विवाह संबंधी प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दे दीं.
इसे सिस्टर चुनौती की तरह स्वीकार की
सिस्टर वीणा ने कहा कि देश- प्रदेश में शारदा एक्ट के तहत बाल विवाह प्रथा का उन्मूलन कर दिया गया है.बावजूद,इसके कमोवेश बिहार में बाल विवाह प्रथा जारी है.इसको देखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह पर पाबंदी लगा दी है. इसके आलोक में सरकारी महकम्मा का दायित्व बनता है कि इसे सख्ती से बाल विवाह करने वालों पर कार्रवाई करें. ऐसा करने के लिए सिस्टर वीणा जैकब ने अव्वल चाइल्ड लाइन में मोबाइल से सूचना दी.
दीघा थाना क्षेत्र में रहते हैं दिव्यांग
इस दिव्यांग का नाम है राजा जानी. मजबूरी में अपनी 14 साल की लड़की सीता कुमारी की शादी करना चाह रहे थे. श्री राजा जानी (शारीरिक रूप से विकलांग ) व्यक्ति हैं. दीघा क्षेत्र की तटबंध संख्या . 97 के गंग स्थली में रहते हैं. वे अपनी 14 साल की बेटी की शादी आई.टी.आई. के पीछे जंगलीपर (Gangliper) में रहने वाले शख्स से कर रहे थे.
दीघा थाना में फोन घनघना रहा
सिस्टर वीणा जैकब ने कहा कि सीता कुमारी नामक 14 साल की लड़की की शादी आज 11 जुलाई को होने वाली थी. उन्होंने दीघा थाना में फोन किया. रिंग होता रहा मगर कोई उठाने वाला नहीं था. तो सिस्टर ने पटना सदर के डीएसपी साहब के पास फोन किया.साहब मीटिंग में हैं बात नहीं हो सकी. तो सिस्टर वीणा ने बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह से फोन से संपर्क की. संपूर्ण मसले को समेटकर मुख्यमंत्री, डीएम पटना आदि को ट्वीट किया गया. इनके प्रयास से बाल विवाह नहीं हुआ.सीता कुमारी को चाइल्ड होम में भेजा जा रहा है. सिस्टर वीणा चाहती है कि सीता को मोकामा चाइल्ड होम में भेजा जाए.यहां पर पढ़ाई करने की व्यवस्था है. स्कूल में पढ़ना जारी रखेंगी सीता कुमारी.हालांकि पटना नाेट्रे डेम में भी चाइल्ड होम है. घर से निकट रहने के कारण मोकामा ही बेहतर है. इस खबर पर कार्य करने वाले तमाम लोगों को सिस्टर वीणा जैकब ने धन्यवाद दी हैं. बाल विवाह होने से रोका गया.
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