झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 26 अगस्त - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 26 अगस्त 2019

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 26 अगस्त

जेटली जी एक महान, ईमानदार राजनेता थे - सांसद गुमानसिंह डामोर
पूर्व केंद्रीय मंत्री को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि
झाबुआ । श्री अरुण जेटली जी का इस तरह जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है, जिनकी विद्वता ने कई अवसरों पर पार्टी को राह दिखाई है। यह देश के लिए भी बड़ा नुकसान है जिसने एक ईमानदार और मूल्य आधारित राजनीति करने वाला महान राजनेता खो दिया है। यह बात सांसद गुमानसिंह डामोर ने श्री अरुण जेटली के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। स्व. जेटली एक तरफ जहां संसदीय प्रक्रियाओं और उनकी बारीकियों के जानकार थे, वहीं, वे एक विश्वस्तरीय कानूनविद् भी थे। वे चाहे विपक्ष में रहे हों, या सत्ता में अनुभव, ज्ञान और तर्कों पर आधारित उनके वक्तव्य उनकी अद्वितीय विशेषता थे। उनका दायरा सिर्फ कानून और आर्थिक मामलों तक सीमित नहीं था, बल्कि वे हर विषय पर ऐसे अधिकार और दक्षता के साथ अपनी बात रखते थे कि विरोधी नेता भी चुप हो जाते थे।  जेटली जी इतनी स्पष्टता के साथ पार्टी का पक्ष देश और दुनिया के सामने रखते थे कि उनके बयान के बाद कोई सवाल नहीं बचता था। वे व्यक्तित्व में कुशल योजनाकार, दक्ष प्रशासक, सुयोग्य रणनीतिकार और आदर्श प्रवक्त थे विभिन्न विषयों या समस्याओं के संबंध में उनकी स्पष्ट और सुलझी हुई राय सबको ऊर्जा और दिशा प्रदान करती थी। श्री डामोर कहा कि जेटली जी भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके किए हुए काम हर पार्टी कार्यकर्ताओं को और हर भारतवासी को उनकी उपस्थिति का अहसास कराते रहेंगे।  श्री जेटली के वित्तमंत्री रहते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन और आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए नोटबंदी का फैसला किया था। सरकार के इस निर्णय को जितनी कुशलता के साथ लागू किया गया, वह जेटली जी की प्रबंधन क्षमता का उदाहरण है।  वित्तमंत्री पद पर रहते हुए ही मोदी जी के नेतृत्व में भारत  दुनिया की 11 वीं अर्थव्यवस्था से छठी अर्थव्यवस्था वाला देश बना। यह सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि सारी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव था। एक देश, एक कर की सरकार की नीति के चलते पूरे देश में जीएसटी की व्यवस्था लागू की गई। लेकिन इसे लागू करने के लिए विभिन्न दलों में समन्वय बनाने, सभी राज्यों को इसके लिए तैयार करने, टैक्स स्लैब बनाने से लेकर उसे लागू करने और जनता की आकांक्षाओं तथा समस्याओं के अनुरूप कर ढांचे में सुधार के काम जेटली जी ने जिस संवदेनशीलता और जिम्मेदारी के साथ किए थे, उसके लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने भी स्वगी्रय जेटली को भाव विव्हल श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री जेटली देश के ऐसे महान नेता थे जिन्होने आम लोगों की बिच रह कर उनकी समस्याओं के निवारण में अहम भूमिका निभाइ्र । भाजपा संगठन को मजबुत करने के साथ ही  देश की अर्थ व्यवस्था हो या फिर देश के समग्र विकास का सवाल हो उन्होने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिल कर देश को विश्व में जो सर्वोच्च शिखर पर काबिज होने का स्थान मिला हे उसमे उनकी भूमिका का नकारा नही जासकता हे। भाजपा के जिला, मंडलो, के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं के साथ ही पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, निर्मला भूरिया, कलसिंह भाबर ने भी श्री जेटली को  श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मीय शांति की प्रार्थना की है।

भाजपा ने प्रारंभ किया सक्रिय सदस्यता का अभियान

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झाबुआ । रविवार को जिला भाजपा कार्यालय में जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में जिले में भाजपा के सक्रिय सदस्य बनाने के अभियान का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर सदस्यता अभियान के प्रभारी कल्याणसिंह डामोर एवं सह प्रभारी पण्डित महेन्द तिवारी द्वारा जिले में सक्रिय सदस्यता अभियान के फार्म सौपे गये । इसी के साथ पूरे जिले में 3500 सक्रिय सदस्य बनाये जाने का अभियान जिला मुख्यालय से प्रारंभ कर दिया गया है । जिला भाजपा अध्यक्ष ओम शर्मा के अनुसार जिले के सभी भाजपा मंडलों में सक्रिय सदस्य बनाये जाने का अभियान आज से ही एक साथ शुय हो गया हे । इस अवसर पर नगर मंडल अध्यक्ष बबलु सकलेचा, लोकसभा पूर्णकालिक गेंदालाल बामनका, भूपेश सिंगोड, पार्षद नरेन्द्र राठौरिया, जुवानसिंह गुण्डिया, अंकुर पाठक, अमरू डामोर आदि उपस्थित थे ।

देशभक्ति गीतों एवं नृत्यों ने बांधा समां, साज रंग संस्था द्वारा ओपन देषभक्ति गीत एवं नृत्य प्रतियोगिता का किया आोजन

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झाबुआ। साज रंग झाबुआ द्वारा शहर के मध्य पैलेस गार्डन पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में ओपन देषभक्ति गीत एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 35 प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर ें अपने हुनर का प्रदर्षन किया। प्रतियोगिता में बच्चों से लेकर बड़ो तक ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगिता के शुभारंभ पर अतिथियों में साज रंग संस्था के संरक्षक यषवंत भंडारी, मनीष व्यास, अध्यक्ष धर्मेन्द्र मालवीय बाबा, सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, रोटरी क्लब आजाद के अजय रामावत का स्वागत किया गया। बाद सुबह 10 बजे से प्रतियोगिता आरंभ हुई। जिसमंें कुल 35 प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर चार वर्ग एकल गायन एवं समूह गायन तथा एकल नृत्य एवं समूह नृत्य में देषभक्ति से ओत-प्रोत गीतों एवं नृत्यों की प्रस्तुति देकर समां बांधा गया। प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में नितेष तिवारी एवं बेंजामिन निनामा उपस्थित थे।

यह रहे विजेता
एकल गायन में प्रथम वैष्णवी बारोट एवं द्वितीय वैष्णवी ठाकुर एवं समूह गायन में प्रथम प्रषांत टगरिया एवं अंजलि, एकल नृत्य में गौरी बारिया एवं द्वितीय अनन्या रावत, समूह नृत्य में नर्सिंग काॅलेज एवं द्वितीय धु्रवी और रिद्धीमा रहीं। विजेताओं को अतिथियों द्वारा ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।ं इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को मोमेंटों भी प्रदान किए गए। प्रतियोगिता को सफल बनाने में सराहनीय सहयोग साज रंग संस्था के सचिव दर्षन शुक्ला, पियूष पटेल, मयंक शर्मा, युवा कलाकार विनय तिवारी एवं यग्षेन मालवीय आदि का रहा। संचालन प्रीतेष सक्सेना ने किया एवं अंत में आभार युवा कलाकार मुकेष बंुदेला ने माना।

विहिप हिन्दू परिषद् धर्म प्रसार द्वारा गणेषोत्सव पर्व पर झांकीयां निकालने के साथ धर्मातंरण एवं गौ-हत्या रोकने को लेकर बनाई गई रूपरेखा
विहिप धर्म प्रसार की जिला स्तरीय बैठक का हुआ आयोजन
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झाबुआ। विष्व हिन्दू परिषद् धर्म प्रसार द्वारा स्थानीय काॅलेज मार्ग स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर जिला स्तरीय बैठक का आयोजन 25 अगस्त, रविवार को दोपहर किया गया। बैठक में मार्गदर्षक के रूप में विहिप के विभाग संगठन मंत्री दीपक मकवाना एवं जिला प्रमुख संत कमलसिंह महाराज उपस्थित थे। इस अवसर पर विहिप धर्म प्रसार द्वारा प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी गणेषोत्सव पर्व पर चल समारोह (झाकियां) निकालने एवं धर्मांतरण तथा गौ-हत्या रोकने हेतु भी रूपेरखा तैयार की। बैठक में तय किया गया कि गणेषोत्सव पर्व पर जिले मे इस बार 6 स्थानों पर मुख्य रूप से गणेष प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। साथ ही 2 स्थानों पर अनंत चतुर्देषी के दिन विषाल चल समारोह (झांकियां) निकालकर प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इसके साथ ही गणेषोत्स पर्व के दौैरान जहां गणेष प्रतिमाआंे की स्थापना की जाएगी, वहां प्रतिदिन भजन-किर्तन के साथ पूजन-पाठ और आरती का दौर चलेगा। धर्मातंरण को रोकने हेतु फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में जो सत्संग के आयोजन चल रहे है, उन्हें ओर विस्तृत कर ग्राम-ग्राम, फलिये-फलिये में सत्संग का आयोजन कर हिन्दू धर्म के प्रति जागृति लाने के साथ जिले में इसकी 150 से अधिक शाखाएं ओर बढाई़ जाएगी।

गौ-हत्या के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
इस अवसर पर पिछले दिनों जिले में कई गांवों में गौ-हत्या के मामले में आरोपियों को पकड़ने में पुलिस प्रषासन द्वारा लेटलतीफी करने पर रोष व्यक्त किया। साथ ही गौ-हत्या के आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। आगामी दिनों में इस संबंध में विहिप धर्म प्रसार द्वारा ज्ञापनों के माध्यम से मप्र सरकार एवं कंेंद्र सरकार गौ-हत्या करने वालों पर सख्त काूनन बनाएं जाने की भी मांग की जाएगी।

यह रहे उपस्थित
यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस अवसर पर विहिप धर्म प्रसार के वरसिंहभाई गरवाल, सेतुभाई, अनसिंह, बाबुभाई, बेलु बारिया थांदला सहित बड़ी संख्या में अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। संचालन विहिप धर्म प्रसार के जिला उपाध्यक्ष जोगाभाई सिंगाड ने किया एवं आभार रमेष निनामा ने माना।

गोकुल धाम सोसायटी में मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्सव, मटकी फोड़ का हुआ आयोजन
आगामी पर्यषण महापर्व एवं गणेषोत्सव भी मनाने हेतु रूपरेखा तैयार की
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झाबुआ। शहर के जगमोहनदास मार्ग स्थित गोकुल धाम सोसायटी में जन्माष्टमी पर्व 24 अगस्त, शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। रात्रि में मटकी फोड़ का आयोजन हुआ। जिसमें बड़ों से लेकर बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लेकर मटकी फोड़ने हेतु अपना-अपना भाग्य आजमाया। बाद श्री कृष्ण के जयघोष लगाने के साथ सभी ने भजनों पर नृत्य भी किया। अंत में बैठक कर आगामी पर्यूषण महापर्व एवं गणोत्सव पर्व भी उत्साह के साथ मनाने की रूपरेखा तैयार की गई। श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर शनिवार रात करीब 9 बजे से मटकी फोड़ का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता करीब दो से ढ़ाई घंटे तक चली। जिसमें प्रथम नेहाल कोठारी एवं द्वितीय माही कटारिया रहीं। उक्त कार्यक्रम के बाद अगले कार्यक्रमों की भी रूपरेखा तैयार की गई। जिसमें गणेषोत्सव पर्व धूमधाम से मिलकर मनाएं जाने के साथ ही 26 अगस्त से पर्यूषण महापर्व की भी रूपरेखा तय की। अंत में सभी ने ‘हाथी घोड़ा पालकी ... जय कन्हैयालाल की .... , नंद के घर आनंद भयो .... जय कन्हैयालाल की ... के जयकारे लगाकर जमकर नृत्य भी किया। ज्ञातव्य है कि गोकुल धाम सोसायटी में हर त्यौहार उत्साहपूर्वक मिलकर मनाए जाते है, जिससे उत्साह दुगुना हो जाता है और आपस में परस्पर एकता और प्रेम की भावना बढ़ती है।

ये थे उपस्थित
मटकी फोड़ आयोजन में सोसायटी के वरिष्ठजनों हस्तीमल संघवी, उल्लास जैन, अषोक कोठारी, हेमेन्द्र संघवी, मुकेष लोढ़ा, निलेष शाह, राकेष संघवी, दीपेष बबलू सकलेचा, जयेष संघवी, उत्कर्ष कोठारी, उमंग जैन, हार्दिक कोठारी, सपना संघवी, अनिल कोठारी, अलका संघवी, मंजू कोठारी, हेमलता कोठारी, रेणु कोठारी, ज्योति लोढ़ा, नेहा कोठारी, खनक संघवी, पदमा सकलेचा, निधि कोठारी, भावी संघवी, रिमझिम शाह, दीर्घ संघवी, राजा लोढ़ा, माही संघवी, मयूरी लोढ़ा, खुषी जैन, श्रेया कोठारी, परी संघवी आदि उपस्थित थी।

पर्वाधिराज पर्यूषण महापर्व 26 अगस्त से आरंभ, अष्ट प्रभावक नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एव प्रन्यास प्रवर जिनेन्द्र विजयजी मसा की निश्रा में होंगे विभिन्न आयोजन
30 अगस्त को महावीर स्वामीजी का जन्मोत्सव एवं 2 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया जाएगा
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झाबुआ। श्री नवल स्वर्ण जयंती चातुर्मास के अंतर्गत 26 अगस्त, सोमवार से पर्वाधिराज पर्यूषण महापर्व आरंभ हो रहे है। पर्यूषण महापर्व के दौरान जैन तीर्थ श्री ऋषभदेव बावन जिनालय सहित श्री नाकोड़ा पाष्र्वनाथ मंदिर, दादावाड़ी, श्री महावीर बाग एवं श्री गौड़ी पाष्र्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन पूजन, दर्षन-वंदन के साथ विभिन्न आयोजन संपन्न होंगे। बावन जिनालय में सभी आयोजन राजस्थान केसरी अष्ट प्रभावक आचार्य देवेष श्रीमद् विजय नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एवं प्रन्यास प्रवर जिनेन्द्र विजयजी मसा की निश्रा में किए जाएंगेे। 30 अगस्त को भगवान महावीर स्वामीजी का जन्मोत्सव मनाते हुए इस दिन दोपहर में बावन जिनालय से भव्य रथ यात्रा निकलेगी। 2 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया जाएगा। पर्यूषण महापर्व के दौरान श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में प्रतिदिन सुबह 5 बजे प्रतिक्रमण, 6 बजे दादा गुरूदेव एवं आदिनाथ भगवान का पंचामृत से अभिषेक, साढ़े 6 बजे भक्तामर स्त्रोत एवं गुरू गुण इक्कीसा, 7 बजे मूलनायक आदिनाथ भगवान की केसर पूजन, साढ़े 8 बजे आरती, 9 बजे से पोषध शाला भवन में अष्ट प्रभावक नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एवं प्रन्यास प्रवर जिनेन्द्र विजयजी मसा द्वारा प्रवचन दिए जाएंगे। प्रथम तीन दिन अष्टान्हिका प्रवचन होंगे। जिसमें श्रावक-श्राविकाओं को उनके जीवन के कर्तव्य एवं नियमों की जानकारी दी जाएगी। चैथे दिन से कल्पसूत्र का वाचन प्रारंभ होगा। पांचवे दिन 30 अगस्त को कल्प सूत्र के वाचन के अंतर्गत भगवान श्री महावीर स्वामी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जन्मोत्सव पश्चात् दोपहर में भगवान महावीर स्वामीजी की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। छटवें एवं सातवे दिन भी कल्प सूत्र का वाचन तथा 2 सितंबर को आठवे दिन पोषध व्रत कर कल्प सूत्र का मूल गंथ बारसा सूत्र का वाचन हांगा।

एक-दूसरे से क्षमा याचना की जाएगी
शाम से संवत्सरी पर्व के चलते समाजजनों द्वारा एक-दूसरे से क्षमायाचना की जाएगी। इसके साथ ही इस बीच प्रतिदिन दोपहर में पूजन, चैबीसी एवं सामायिक जैसे आयोजन होंगे। 3 सितंबर को लाभार्थी यषवंत, निखिल, शार्दुल, जिनांष भंडारी परिवार की ओर से 44 दिवसीय भक्तामर महातप के तपस्वियों के पारणे के साथ पर्यूषण महापर्व के दौरान होने वाली विभिन्न तपस्याओं के तपस्वियांे को भी पारणा करवाया जाएगा। श्वेतांबर जैन श्री संघ एवं श्री नवल स्वर्ण जयंती चातुर्मास समिति के समस्त पदाधिकारी-सदस्यों ने समाजजनों से अधिक से अधिक संख्या में पधाकर धर्म लाभ लेने की अपील की है।

शार्दुल भंडारी ने किया बहुमान
पर्यूषण महापर्व की तैयारियों के चलते 25 अगस्त, रविवार को पोषध शाला भवन में प्रवचन नहीं हुए। रविवार को 44 दिवसीय श्री भक्तामर महातप के तपस्वियांे के एकासने का लाभ धर्मचन्द ज्ञानचंद मेहता परिवार ने लिया। जिनका बहुमान लाभार्थी यषवंत, शार्दुल, जिनांष भंडारी परिवार ने किया। दोपहर में सभी तपस्वियों ने एकासने का लाभ लिया।

ब्रज भयों महरी के पूत जब यह बात सुनी’’- कीर्तन के साथ भगवान श्रीगोवर्धननाथ का जन्मोत्सव मनाया
मध्यरात्री को दर्षनों के लिये उमडी श्रद्धालुओं की भीड
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झाबुआ । शनिवार  की मध्यरात्री को नगर के हृदयस्थल पर स्थित श्री गोवर्धननाथजी की हवेली में धुमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का पुष्टिमार्गीय परम्परा के अनुरूप सैकडो की संख्या में उपस्थित दर्शनार्थियों ने भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया । वैष्णव सम्प्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथजी और तृतीय पीठ द्वारिकाधीश मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में रात 12 बजे ’’  कीर्तनकार पण्डित रमेश त्रिवेदी,  गोकूलेश आचार्य, श्याम पुरोहित, पितेश सक्सेना एवं कान्हा अरोडा द्वारा संगीतमय ’’ब्रज भयों महरी के पूत जब यह बात सुनी’’ कीर्तन के साथ भगवान गोवर्धननाथ जी के पट खुलते ही सैकडो की संख्या में दर्शनार्थियों ने मत्था टेक कर, बलिहारी लेकर भगवान के दर्शन वंदन किये । 150 साल से अधिक राजाशाही के जमाने में निर्मित यह अनुठा भगवान गोवर्धननाथ का अनूठा मंदिर है। जहां हर कोई आकर सकुन प्राप्त करता है ।ं. जन्माष्टमी पर्व आयोजन से जुड़े कई तरह के आयोजन दिन भर हुए । पूरे मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया, बिजली बल्बों की रोशनी से दीपावली का माहौल दिखाई दिया ।ं.जमुनामंडल की महिलाओं ने इस अवसर पर भजनों की प्रस्तुति भी दी । मंदिर के मुखिया दिलीप आचार्य ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन सुबह 5 बजे मंगला दर्शन के पश्चात प्रभु श्री गोवर्धन नाथजी को केसर युक्त पंचामृत स्नान कराया गया जिसमें प्रभु श्री गोवर्धननाथजी को दूध दही, शक्कर और जल से पंचामृत स्नान करवाया गया । एवं भगवान का विशेष श्रंृगार किया किया गया ।ं.जैसे ही मध्यरात्री में 12 बजे भगवान श्री गोवर्धननाथ प्रभु के छोटे स्वरूप लालनजी का पंचामृत स्नान विधि विधान से किया गया ।तथा भगवान का जन्मोत्सव पुष्टिमार्गीय परम्परानुसार मनाया गया । जन्माष्टमी के दूसरे दिन मंदिर में रविवार को नंद महोत्सव मनाया गया । इस नंद महोत्सव में प्रभु गोवर्धननाथजी को हिण्डोले में विराजित कर झूला झुलाया गया प्रभु के सम्मुख कई तरह के सोने-चांदी और लकड़ी से बने खिलौने चलाए गये वहीं ग्वाल बाल दूध दही की होली खेलते हैं। पूरा मंदिर परिसर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा । श्री गोवर्धननाथजी की हवेली को पुष्टिमार्गीय हवेली के नाम से संबोधित किया जाता है और यहां पुष्टिमार्ग नियम व सेवा प्रणाली के अनुसार राग भोग और श्रंृगार की बालस्वरूप में सेवा प्रभु को अंगीकार करवाई जाती है.।

प्रजापिता ब्रम्हकुमारी संस्था पर दादी प्रकाष मणिजी का पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया, बीके जयंती दीदी ने जीवन पर डाला प्रकाष
चित्र पर पुष्पांजलि कर ब्रम्हा भोज का हुआ आयोजन
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झाबुआ। प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईष्वरीय विष्वविद्यालय संस्था ग्राम गोपालपुरा में 25 अगस्त, रविवार को दादी प्रकाष मणिजी का 12वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया। दोपहर 1 बजे बीके जयंती दीदी ने दादी के जीवन पर प्रकाष डालते हुए जीवन को किस तरह आनंदमय एवं सुखमय बनाया जाए, इस पर उद्बोधन दिया। बाद उपस्थित सभीजनों ने प्रकाष मणिजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। अंत में सभी के लिए ब्रम्हा भोज रखा गया। आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एनएस भिड़े, जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं जिला दहेज सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष यषवंत भंडारी, कृषि विभाग के उप संचालक डाॅ. जीएस त्रिवेदी, जिला नोडल अधिकारी एवं चिकित्सक डाॅ. नितीन गर्ग उपस्थित थे। सर्वप्रथम बीके जयंती दीदी ने दादी प्रकाष मणिजी की जीवन पर प्रकाष डालते हुए कहा कि दादी का बचपन का नाम रमादेवी था। उन्होंने ब्रम्हकुमारी संस्था से जुड़ने के बाद भ्राता-बहनों को अध्यात्म के क्षेत्र से जोड़ने का काम पूरी लगनता से किया। जयंती दीदी ने बताया कि जीवन में यदि सहीं राह पाना है और जीवन शांतिमय तथा आनंदमय बनाना है, तो अध्यात्मक से जुड़ना बहुत जरूरी है। नियमित मेडिटेषन एवं ध्यान करने से हम अपने मन में शांति प्राप्त करने के साथ मस्तिष्क की ऊर्जा को भी बढ़ा सकते है। यदि तन स्वस्थ रहेगा तो मन भी स्वस्थ रहेगा। हम लाखों रू. उपचार और दवाईयों में खर्च करते है। यदि नियमित सुबह एवं शाम मेडिटेषन किया जाए, तो मन को स्थिर रखने के साथ आनंद की भी काफी अनुभूति होती है। बाद दीदी ने उपस्थित सभीजनों को 10 मिनिट के लिए मेडिटेषन भी करवाया।

दादी प्रकाष मणि के चित्र पर की पुष्पांजलि
बाद बारी-बारी से उपस्थित सभी भ्राता-बहनों ने दादी प्रकाष मणिजी के चित्र पर पुष्प अर्पण किया एवं उनके चरणांे में नमन किया। वहीं बीके जयंती दीदी ने उपस्थित भ्राता-बहनों को तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें प्रेरणादायी संदेष भी प्रदान किए। दादी को प्रसादी का भोग लगाने के बाद अंत में सभी ने संस्था परिसर में ब्रम्हा भोज (प्रसादी) का लाभ लिया।

पूरे भारतवर्ष में मनाया गया दादीजी का पुण्य स्मृति दिवस
बीके ज्योति दीदी ने बताया कि 25 अगस्त को संपूर्ण देष में ब्रम्हकुमारी संस्थाओं पर दादी प्रकाष मणिजी का पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया। साथ ही सभी संस्थाओं द्वारा इस दिन वृक्षारोपण भी किया। इसी क्रम में ब्रम्हकुमारी संस्था गोपालपुरा पर भी पौधारोपण कर पर्यावरण को बढ़ावा देने का संदेष दिया गया। बीके ज्योति दीदी ने बताया कि आगामी दिनों में संस्था द्वारा जिलेभर में अन्य जगहों पर भी पौधारोपण किए जाएंगे। उक्त आयोजन के साथ सुबह एवं शाम को भी सामूहिक मेडिटेषन रखा गया।

इनका रहा सराहनीय सहयोग
सभी आयोजन में संस्था से जुड़े रमेष सोलंकी, संतोष चैहान, नारायण यादव, मोहनभाई, कमलेष सक्सेना, ममता सक्सेना, भावना चैहान, रमिला सोलंकी, कमला डामोर की सहभागिता रहंी। वहीं कार्यक्रम में आसपास के गांवों गोपालपुरा, मिंडल, करड़ावद बड़ी एवं छोटी के ग्रामीण महिला-पुरूष, युवा एवं बच्चांे ने हिस्सा लेकर लाभ प्राप्त किया।

श्रमिको को साप्ताहिक अवकाश का लाभ सुनिश्चित करने हेतु श्रम विभाग कार्यवाही करेगा
    
झाबुआ । मध्यप्रदेश दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 के प्रावधान अनुसार प्रत्येक दुकान तथा वाणिज्य स्थापना सप्ताह में एक दिन बंद रहेगी। यह विधि संगत नहीं होगा कि बंद दिवस को नियोजक अपनी दुकान या वाणिज्य स्थापना या किसी भी अन्य स्थान पर किसी नौकर को बुलाये अथवा नौकर वहाँ जाये। श्रमायुक्त मध्यप्रदेश इंदौर द्वारा उक्त प्रावधान का कडाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गये हैं। निर्धारित साप्ताहिक अवकाश दिवस को संस्थान बंद रखकर नौकरों को साप्ताहिक अवकाश का लाभ प्रदान करें। श्रम विभाग के निरीक्षकगण अवकाश दिवस में क्षेत्र का भ्रमण करेंगे तथा खुली पाई दुकानोंध्स्थापनाओं के विरूद्ध चालानी कार्यवाही करेंगे।

नया सवेरा योजना के अंतर्गत मत्स्य पालकों का पंजीयन जारी
     
झाबुआ । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा संबल योजना को अब नया सवेरा योजना में परिवर्तित कर दिया गया है। इस नया सवेरा योजना के अंतर्गत झाबुआ जिले के मत्स्य पालकों का पंजीयन कार्य जारी है पंजीयन के लिए अंतिम तिथि 31 अगस्त नियत की गई है। जिले के पात्र मत्स्य पालक ग्राम और वार्ड स्तर पर अपना पंजीयन कराकर शासन की योजनाओं का लाभ ले सकते हैं कि जानकारी देते हुए विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि मछुआरा समितियों को योजना की अवधारणा से अवगत कराया जा चुका है। साथ ही साथ योजना से क्या लाभ मिलेगा कि भी विस्तारपूर्वक जानकारी पूर्व में दी जा चुकी है और संबंधितों से आग्रह किया गया है कि अंतिम तिथि के पूर्व अपना पंजीयन अनिवार्यतः करा लें। नया सवेरा योजना के अंतर्गत दुर्घटना में मृत्यु, सामान्य मृत्यु और अपंगता की स्थिति में सहायता राशि देने के साथ ही शिक्षा प्रोत्साहन, बिजली बिल माफी, स्वास्थ्य लाभ, उन्नत कृषि यंत्र का लाभ, मातृत्व लाभ, अनुग्रह सहायता, अंत्येष्टि सहायता, रोजगार के लिये प्रशिक्षण आदि लाभ दिये जाने का प्रावधान हैं। योजना के अंतर्गत पंजीकृत मत्स्य पालकों को आयुष्मान भारत योजना का भी लाभ दिया जायेगा।

ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिये हर वर्ष होगा प्रादेशिक ओलम्पिक
      
झाबुआ । प्रदेश में ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिये हर वर्ष मध्यप्रदेश ओलम्पिक आयोजित किया जायेगा। खेल मंत्री श्री जीतू पटवारी ने उनसे मिलने पहुंचे शिवपुरी जिले के ग्राम नरवर के ग्रामीण धावक रामेश्वर गुर्जर से मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल में खेल प्रतिभाओं को अच्छी अधोसंरचना, बेहतर कोचिंग व्यवस्था और प्रशिक्षक नहीं मिल पाने से वो सम्मान नहीं मिलता, जिसके वे हकदार हैं। खेल मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि ग्रामीण प्रतिभाओं का प्रादेशिक ओलम्पिक के माध्यम से चयन कर उन्हें खेल अकादमी से सभी आवश्यक सुविधाएँ मुहैया कराई जायेंगी। साथ ही, स्कूल शिक्षा विभाग से समन्वय कर स्कूली खेल प्रतियोगिताओं में भी खिलाडियों को चिन्हित किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि शिवपुरी जिले में रामेश्वर गुर्जर ने नगर पंचायत में नंगे पैर 100 मीटर रेस 11 सेकेण्ड में तय की थी। खेल मंत्री ने रामेश्वर की प्रतिभा से प्रभावित होकर उसे भोपाल आमंत्रित किया था। रामेश्वर गुर्जर कहते हैं कि खेल मंत्री से मिलकर उनके मन में खेल के प्रति असीम ऊर्जा का संचार हुआ है। अब उसे एक मौका भर मिल जाये, तो किसी भी रेस में प्रदेश और देश का नाम जरूर रोशन करेगा। खेल आधोसंरचना विकास के लिये 80 करोड स्वीकृतः- खेल मंत्री श्री पटवारी ने बताया कि केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश की खेल अधोसंरचना विकास परियोजनाओं के लिये 80 करोड  रूपये की वित्तीय सहायता स्वीकृत कर दी है। श्री पटवारी ने इसके लिये केन्द्रीय खेल मंत्री श्री किरण रिजीजू का आभार व्यक्त किया है। 

सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना
       
झाबुआ । मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग और संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरणों में सफल अनुसूचित जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिये प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है। संघ लोक सेवा आयोग की अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में अभ्यर्थी को प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर 40 हजार रूपये, मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण होने पर 60 हजार रूपये एवं साक्षात्कार के बाद सफल होने पर 50 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान है। आय सीमा का किसी भी तरह का बंधन नहीं है। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में विभिन्न स्तरों पर सफल जनजातीय अभ्यर्थियों को भी प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जा रही है। प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर 20 हजार रूपये, मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर 30 हजार रूपये और साक्षात्कार के बाद सफल होने पर 25 हजार रूपये की राशि दी जा रही है।

28 अगस्त से शुरू होंगे 313 ऑगनवाडी बाल शिक्षा केन्द्र
      
झाबुआ । प्रदेश में प्रत्येक विकास खण्ड के एक ऑगनवाडी केन्द्र को बाल शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रथम चरण में 28 अगस्त को चयनित 313 ऑगनवाडी केन्द्रों में बाल शिक्षा केन्द्र शुरू किया जा रहा है। इस संदर्भ में महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी की अध्यक्षता में ई.सी.सी.ई. परिषद का गठन किया गया है। विभागीय प्रमुख सचिव को परिषद की कार्यकारी समिति का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। आयुक्त महिला-बाल विकास एम.बी.ओझा ने कहा है कि प्रदेश में बाल शिक्षा केन्द्रों का शुभारंभ 15 अगस्त के स्थान पर 28 अगस्त को किया जाएगा। इस संबंध में रेगुलेटरी दिशा-निर्देश तैयार किये जा रहे है। बाल शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से प्रदेश में शासकीय एवं निजी क्षेत्रों में 6 वर्ष की उम्र तक के बच्चों के समुचित विकास के लिये प्री-प्रायमरी संस्थाओं का नियमन, निगरानी एवं मुल्यांकन संभव होगा। प्रदेश स्तर पर भी शाला पूर्व शिक्षा नीति तथा नियामक दिशा-निर्देश बनाये जा रहे हैं। ऑगनवाडी केन्द्रों में आने वाले 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिये 19 विषयों का माहवार पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। सत्र में स्वयं की पहचान, मेरा घर, व्यक्तिगत साफ-सफाई, रंगों और आकृति, तापमान एवं पर्यावरण, पशु-पक्षी, यातायात के साधन और सुरक्षा के नियम, हमारे मददगार मौसम और बच्चों का आत्म-विश्वास तथा हमारे त्यौहार शामिल हैं। बाल शिक्षा केन्द्र में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिये आयु समूह के अनुसार 3 एक्टीविटी वर्कबुक तैयार की गई है। बच्चों के विकास की निगरानी के लिये शिशु विकास कार्ड बनाये गये हैं।

खेल-खेल में शिक्षा
ऑगनवाडी शिक्षा केन्द्रों में खेल-खेल में बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिये दैनिक गतिविधियाँ होगीं। इसमें क्रियात्मक खेल, रचनात्मक नाटक अथवा नकल करने वाले खेल, सामूहिक और नियमबद्ध खेल शामिल हैं। इन केन्द्रों पर खेलों के आधार पर बच्चों से अलग-अलग गतिविधियाँ करवाई जायेंगी। केन्द्रों पर प्रतिदिन 3 से 4 घन्टे शाला पूर्व शिक्षा के लिये निर्धारित हैं। बच्चों को एक गतिविधि के लिये 15 से 20 मिनिट का समय निर्धारित किया गया है क्योंकि 3 से 6 तक की उम्र वर्ष के बच्चे एक गतिविधि पर इससे अधिक समय तक ध्यान नहीं दे पाते। कक्ष व्यवस्था बच्चों को आकर्षित करने के लिये ऑगनवाडी बाल शिक्षा केन्द्र में रंग-बिरंगी साज- सज्जा की जाएगी। कक्ष में दिवारों पर चार्ट, पोस्टर, कटआऊट आदि लगाये जायेंगे। बच्चों द्वारा बनाई गई सामग्री का भी प्रदर्शन किया जायेगा। बडे समूह की गतिविधियों के लिये कक्ष के एक कोने में मंच की व्यवस्था रहेगी, जहाँ बच्चे विभिन्न तरह की गतिविधियाँ प्रस्तुत कर सकेंगे। बाल शिक्षा केन्द्र के कक्ष के अन्दर का वातावरण छोटे बच्चों की रूचि एवं विकासात्मक आवश्यकताओं के अनुसार बनाया गया है। बच्चों के खेलने के लिये अलग-अलग कोने जैसे गुडिया घर का कोना, संगीत का कोना, कहानियों का कोना, विज्ञान एवं पर्यावरण प्रयोग का कोना आदि बनाए गए हैं 

भारतीय थल सेना में रिलेषन के आधार पर सैनिकों की भर्ती
     
झाबुआ । जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया है कि  जिले के सभी भूतपूर्व सैनिकों/विधवाओं को सूचित किया गया है, कि भारतीय थल सेना में रिलेसन के आधार पर सैनिकों की भर्ती सेना मेडिकल कोर के सेंटर में 2 सितम्बर 2019 से 8 सितम्बर 2019 तक आयोजित की जा रही है। इसमें सभी टेªडों के लिये भर्ती की जायेगी। इस संबंध में उन्होंने  जिले के सभी भूतपूर्व सैनिकों से अनुरोध किया है कि जो अपने बच्चों को सेना में भर्ती करना चाहते हैं, वह अधिक जानकारी हेतु जिला सैनिक कल्याण कार्यालय रतलाम से संपर्क कर सकते हैं ।

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