पाक विदेश मंत्री ने कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख से बात की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 25 अगस्त 2019

पाक विदेश मंत्री ने कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख से बात की

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इस्लामाबाद, 24 अगस्त, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर में “पनप रही और संवेदनशील होती स्थिति” से अवगत कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से शनिवार को फोन पर बात की। गुतारेस के साथ हुई बातचीत के ब्यौरे उपलब्ध कराने के लिए यहां मीडिया से कुरैशी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान में भूमिका निभाना अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है।  भारत और पाकिस्तान के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब नयी दिल्ली ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा निरस्त करने के लिए अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करना एक आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को भी सचाई स्वीकार करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर में वर्तमान में संवेदनशील बनी हुई स्थिति का उल्लेख किया।”  कुरैशी ने बताया कि गुतारेस ने कहा कि वह तनाव को खत्म करने के लिए पहले की ही तरह अब भी तैयार हैं और संभवत: इस मुद्दे पर चर्चा के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फ्रांस में जी7 शिखर वार्ता से इतर मुलाकात भी करेंगे। कुरैशी ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा परिषद की बैठक कराने के लिए गुतारेस का शुक्रिया भी किया।  उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन कश्मीर के लोगों की व्यथा का समाधान जरूरी है जो पिछले 20 दिनों से दिन-रात कर्फ्यू के साये में जी रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने महासचिव को बताया कि कश्मीर के कुछ लोग संयुक्त राष्ट्र कार्यालय जाना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी जा रही है।  कुरैशी ने कहा कि गुतारेस के साथ बातचीत में उन्होंने कश्मीर में हुई गिरफ्तारियों के साथ ही भोजन एवं दवाओं के अभाव का भी जिक्र किया। विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने गुतारेस से कश्मीर की स्थिति की गंभीरता को पी-5 नेतृत्व के समक्ष उठाने को कहा है।  कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान की मांग है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त कश्मीर मुद्दा उठाने के अपने प्रयास जारी रखें। साथ ही इलाके का दौरा करने की मांग उठाएं और विश्व को इसके बारे में बताएं।

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