बिहार : सुप्रीम कोर्ट ने नियोजित शिक्षकों की पुनर्विचार याचिका को किया खारिज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 27 अगस्त 2019

बिहार : सुप्रीम कोर्ट ने नियोजित शिक्षकों की पुनर्विचार याचिका को किया खारिज

sc-refuse-bihar-teachers-appeal
अरुण कुमार (आर्यावर्त) बिहार नियोजित शिक्षकों को बड़ा झटका लगा है।सुप्रीम कोर्ट ने नियोजित शिक्षकों की पुनर्विचार  याचिका को खारिज कर दिया है।कोर्ट ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को लेकर दिए गए आदेश में कोई त्रुटि नहीं है इसलिए  पुनर्विचारयाचिका को खारिज किया जाता है।आगे आपको बता दें कि बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने एक बार फिर से सुप्रीमकोर्ट में रिव्यू पीटिशन लगाया था और कोर्ट के अपने पहले के आदेश में सुधार की मांग की थी।लेकिन सुप्रीमकोर्ट ने 21 अगस्त को जारी अपने आदेश में नियोजित शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन की मांग वाली रिव्यू पिटिशन को खारिज कर दिया है।बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 10 मई को बिहार के 4 लाख नियोजित शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन के मामले में बिहार सरकार के पक्ष में पारित न्यायादेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल किया था। सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार बनाम बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के केस में दाखिल किए गए पुनर्विचार याचिका में दावा किया गया था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित किए गए न्यायादेश से संविधान के अनुच्छेद 254 का उल्लंघन हुआ है।साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 यथा संशोधित 1992 में सभी शिक्षकों को समान वेतन और सेवा शर्त देने का निर्देश है।साथ ही रिव्यू पिटिशन में ओपन कोर्ट की मांग की गई थी।लेकिन सुप्रीमकोर्ट ने सभी मांगों को खारिज कर दिया है और पहले के आदेश में सुधार करने से इंकार कर दिया है,कोर्ट के इस रवैये से सभी शिक्षक आक्रोशित होने के साथ उग्र भी हो गए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: