पटना,06 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठकर 70 छात्र-छात्राएं चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखेंगे। इसमें बिहार से सौम्या और हर्ष का चयन किया गया है। दोनों भी इसरो में मौजूद रहेंगे। इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। चांद को लेकर हमेशा जिज्ञासा बनी रहती है। चांद धरती का सबसे नजदीकि उपग्रह है। यानि चांद कैसे बना? उसमें बदलाव क्यों होते हैं? चांद पर पानी है या नहीं है, है तो कितना है? कौन से खनिज हैं? ऐसे कई सवालों के जवाब हमारा चंद्रयान-2 हमें आने वाले दिनों में देगा। चंद्रयान-2 भारत का मून-मिशन है जो आज आधी रात चांद के साउथ पोल में उतरेगा। चंद्रयान-2 के साफ्ट लेंडिग में अब 16 घंटे का समय ही शेष रह गया है। शनिवार रात में करीब 1.55 बजे विक्रम की लैंडिंग होगी। इसरो के वैज्ञानिकों समेत पूरे देश को इस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है। भारत के लिए ये पल इतना महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे। खास बात ये है कि इस दौरान देश भर के 70 छात्र-छात्राएं भी उनके साथ इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। लाइव लैडिंग देखने के दौरान पीएम मोदी के साथ मौजूद बच्चों को उनसे बातचीत करने और सवाल पूछने का भी अवसर मिलेगा। यही नहीं, ये छात्र छात्राएं इसरो के वैज्ञानिक से भी रूबरू होंगे। छात्रों को इसरो की कार्यप्रणाली करीब से देखने का मौका मिलेगा। इस महत्वपूर्ण पल के लिए जिन 70 छात्रों को चुना गया है, उनमें से 16 केंद्रीय विद्यालय हैं।
गया से सौम्या और दानापुर पटना के हर्ष
'इसरो' की क्विज प्रतियोगिता में सफलता पाने के बाद बिहार की सौम्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठकर चंद्रयान 2 की चांद पर लैंडिंग देखने का मौका मिला है। बोधगया की रहने वाली सौम्या ने इस उपलब्धि से जिले के साथ-साथ पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। सौम्या का कहना है कि इस कामयाबी से वह अपनी दादी का सपना साकार करने जा रही है। वह कहती है कि वह प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान की चांद पर लैंडिंग देखने को लेकर काफी उत्साहित है। वह बड़ी होकर इंजीनियर बनकर अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाना चाहती है। सौम्या ने बताया कि 29 अगस्त को ई-मेल से उन्हें इसकी सूचना मिली। इसरो ने उसे 31 अगस्त को बेंगलुरु आने का निमंत्रण दिया। बता दें कि चंद्रयान शुक्रवार व शनिवार की देर रात चांद पर उतरने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे। खास बात ये है कि इस दौरान देश भर के 70 छात्र-छात्राएं भी उनके साथ इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे। 'इसरो' की क्विज प्रतियोगिता में कुल 150279 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। प्रतियोगिता में 10 मिनट में 20 सवालों के जवाब देने थे। सौम्या को इसमें महज आठ मिनट लगे जिसके चलते उन्हें यह उपलब्धि मिली।
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