लंदन, 28 सितम्बर, दस लाख डॉलर के वैश्विक शिक्षक पुरस्कार, 2019 के विजेता ने अपील की है कि 2020 के पुरस्कारों के लिए ‘‘असाधारण’’ भारतीय शिक्षकों को नामित किया जाए ताकि दुनिया में अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा मिल सके। केन्या के विज्ञान के शिक्षक पीटर ताबिची ने कहा कि वैश्विक शिक्षक पुरस्कार समारोह के दौरान उनकी मुलाकात भारत के कई प्रेरणादायी शिक्षकों से हुई थी । उन्होंने भारत के छात्रों से अपील की कि वे अपने सर्वाधिक प्रेरणादायी शिक्षक को नामित करें और शिक्षकों से कहा कि वे भी मध्य अक्टूबर में समय सीमा समाप्त होने से पहले पुरस्कार के लिए आवेदन करें। ताबिची ने कहा, ‘‘वैश्विक शिक्षक पुरस्कार समारोह के दौरान मेरी कई भारतीय शिक्षकों से मुलाकात हुई जो अपने छात्रों को पढ़ाने में प्रेरित करने के लिए काफी अन्वेषी तरीके अपनाते हैं। वे वास्तव में अपने काम के प्रति समर्पित हैं और बच्चों को पढ़ाकर भारत के भविष्य का निर्माण करने में जो महत्वपूर्ण काम वे कर रहे हैं उसके लिए उन्हें चर्चा मिलनी जरूरी है।’’ उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां उज्ज्वल भविष्य के लिए कई सारी संभावनाएं हैं। लेकिन वहां जलवायु परिवर्तन जैसी कई चुनौतियां भी हैं । अच्छी शिक्षा के माध्यम से इन चुनौतियों का मुकाबला किया जा सकता है। इसलिए मैं प्रेरणादायी भारतीय शिक्षकों को प्रोत्साहित करता हूं कि वे वैश्विक शिक्षक पुरस्कार 2020 के लिए आवेदन करें। वारकी फाउंडेशन द्वारा 2015 में शुरू किए गए वैश्विक शिक्षक पुरस्कार के लिए कई भारतीय शिक्षक अंतिम दौर तक पहुंच चुके हैं और उन्हें शॉर्टलिस्ट हो चुके हैं। वर्ष 2019 के पुरस्कारों के लिए शीर्ष दस में गुजरात के लवाड प्राथमिक विद्यालय में जीवन कौशल शिक्षक स्वरूप रावल चयनित हुए थे।
रविवार, 29 सितंबर 2019
‘वैश्विक शिक्षक पुरस्कार के लिए भारतीय शिक्षक आवेदन करें’
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