विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 13 सितंबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 13 सितंबर

नेशनल लोक अदालत का आयोजन आज 20 खण्ड पीठो का गठन, 6314 प्रकरण

नेशनल लोक अदालत का आयोजन 14 सितम्बर को जिला एवं तहसील स्तर के न्यायालयों पर एक साथ  किया गया है। जिले में कुल 20 खण्ड पीठो का गठन किया गया है। इन खण्ड पीठो में कुल 6314 प्रकरण समझौता, निराकरण हेतु रखे जाएंगे।  जिला न्यायाधीश श्री श्यामाचरण उपाध्याय के द्वारा जिला न्यायालय परिसर में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रातः साढे दस बजे किया जाएगा कि जानकारी देते हुए अपर जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के के सचिव श्री डीपीएस गौर ने बताया कि विदिशा न्यायालय की नौ, गंजबासौदा की पांच, सिरोंज की तीन, कुरवाई की दो, लटेरी में एक खण्ड पीठ का गठन नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत होने वाले प्रकरणों हेतु किया गया है। पीठासीन अधिकारी एवं सदस्य नामांकित किए गए है।  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला न्यायाधीश श्री गौर ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में जिले के न्यायिक न्यायालयो में लंबित प्रकरणों में से 263 फौजदारी, 288 चेक अनादर, 296 मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा, 96 विद्युत चोरी के तथा 75 वैवाहिक, 128 सिविल प्रकरण एवं 361 अन्य मामलों सहित कुल 1241  प्रकरण समझौता हेतु रेफर्ड चिन्हित किए गए है।  नेशनल लोक अदालत में 5073 प्रीलिटिगेशन प्रकरण समझौता, निराकरण हेतु रखे जाएंगे।  जिसमें बैंक के ऋण वसूली से संबंधित 1813 प्रकरण, विद्युत बिल से संबंधित 2122 प्रकरण, जलकर संबंधी 685 प्रकरण तथा बीएसएनएल के 453 प्रकरण शामिल है।  ज्ञातव्य हो कि लोक अदालत के माध्यम से जिन प्रकरणों में समझौते का निराकरण होता है उसकी अपील नही होती है साथ ही अन्य शुल्क भी नियमानुसार वापिस हो जाते है जिसे पक्षकारों के मध्य वैमनस्यता समाप्त होकर सदा के लिए विवाद का अंत होता है। 

समाज को कुपोषण से विमुक्तिकरण मेंं मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका
राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में मीडिया कार्यशाला का आयोजन हुआ
vidisha news
जिले में एक सितम्बर से तीस सितम्बर तक मनाए जा रहे राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में जनपद पंचायत सभागार कक्ष में एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न हुआ। महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से आयोजित उक्त कार्यशाला में विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे ने राष्ट्रीय पोषण माह आयोजन के उद्वेश्यों पर गहन प्रकाश डालते हुए मीडियाकर्मियों के द्वारा आमजनों तक संदेश पहुंचाने के कार्य को अतिमहत्वपूर्ण बताया।  किसी भी अभियान या कार्यक्रम की सफलता के लिए लोगों का जागरूक होना आवश्यक है। आमजनों के मध्य जनजागरूकता लाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित खबरों का जनसामान्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है, संदेश कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगो के मध्य सुगमता से पहुंचाया जा सकता है। कार्यशाला में इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।  जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री शिवहरे ने राष्ट्रीय पोषण माह के दरम्यिन तिथिवार आयोजित होने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोई भी बच्चा कुपोषित ना हो यह हम सबका नैतिक दायित्व है उन्होंने पोषण अभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश को देश में प्राप्त हुए पुरस्कारों को रेखांकित करते हुए बताया कि विदिशा नगर की लुंहागीपुरा में संचालित आंगनबाडी केन्द्र राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुई है। उनके द्वारा आंगनबाडी केन्द्र से लेकर परियोजना स्तर तथा जिला स्तर पर अभियान के उद्वेश्यों की प्राप्ति हेतु क्रियान्वित किए जाने वाले कार्यो पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला को स्वंयसेवी संस्था क्लिंटन फाउंडेशन की प्रतिनिधि शीतल शर्मा के द्वारा कुपोषण के संबंध में बताया गया कि समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने में मीडिया का सदैव मिलता रहा है। आमजनों की भ्रांतियां दूर कर मीडिया उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराता है। मीडिया के सहयोग के बिना कुपोषण को जड़ से समाप्त करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को पोषण का महत्व बताते हुए 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार लाना है। बच्चों के सर्वांगीण शारीरिक, मानसिक विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ माता एवं शिशु दोनों को दिया जाना आवश्यक है। पोषणयुक्त आहार के लिए बाहर से खाद्य पदार्थ क्रय करने की आवश्यकता नहीं होती बल्कि यह हम सभी के घरों में उपलब्ध रहता है। इसे प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में माता एवं शिशु को दिया जाना चाहिए।  कार्यशाला में बताया कि जन्म के बाद 6 माह तक माँ का दूध ही शिशु के लिये सर्वोत्तम आहार है, 6 माह के बाद शिशु को पूरक आहार दिया जा सकता है। कार्यशाला में 0 से 6 वर्ष के बच्चों में ठिग्नेपन को कम करने, बच्चों में कम वजन (कुपोषण) में सुधार लाने, किशोरियों तथा महिलाओं में एनीमिया के स्तर में कमी लाने तथा जीवन के प्रथम 1000 दिवस के दौरान स्वास्थ्य एवं पोषण आवश्यकता के प्रति जागरूकता लाने, गर्भावस्था जांच एवं पोषण देखभाल, प्रसव के तुरंत बाद शीघ्र स्तनपान एवं सही समय पर ऊपरी आहार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।  इस दौरान मीडियाकर्मियों की जिज्ञासाओं का समाधान विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे के द्वारा किया गया। कार्यशाला में विभाग के सहायक संचालक श्री विवेक शर्मा के अलावा परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर भी मौजूद थे। 

सेवा समाप्ति का आदेश

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की एक संविदा एएनएम की सेवाएं समाप्ति का आदेश जारी किया गया है।  प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केसी अहिरवार ने बताया कि एक वर्ष से अधिक अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित होने पर उप स्वास्थ्य केन्द्र बन्द्रावठा कुरवाई की संविदा एएनएम श्री पुष्पा बिहारे की सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर किया गया है। ज्ञातव्य हो कि संविदा एएनएम श्रीमती पुष्पा बिहारे जुलाई 2018 से आज दिनांक तक लगातार अनुपसि्ित होने के कारण संविदा मानव संसाधन मैन्युअल 2018 की बिन्दुओं के अंतर्गत संविदा सेवा समाप्ति की कार्यवाही आदेश जारी किया गया है। 

सड़कों के लिए अधिग्रहण की गई भूमि की जानकारी शीघ्र दें

अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के तहत जिले में निर्मित की जाने वाली सड़कों के निर्माण कार्य को पूर्ण करने हेतु की गई भू-अर्जन संबंधी जानकारी निर्धारित प्रारूप में शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी एवं भू-अर्जन अधिकारियों को दिए है।  जारी पत्र में संबंधितों को निर्धारित प्रारूप में समुचित जानकारी जैसे परियोजना का नाम, पारित आवार्ड दिनांक, हितग्राहियों की संख्या, पारित आवार्ड राशि, वितरण की गई राशि एवं हितग्राहियों की संख्या, वितरण से शेष बचे हितग्राहियों की संख्या, परियोजना पूर्ण होने में लग रहे समय का कारण इत्यादि का उल्लेख निर्धारित प्रारूप में तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा 16 सितम्बर को आयोजित वीडियो कांफ्रेसिंग के  माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के कार्यो की समीक्षा की जाएगी। 

प्रभारी सचिव द्वारा समीक्षा बैठक 16 को

सामाजिक न्याय एवं निःशक्त कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री जेएन कंसोटिया के द्वारा समीक्षा बैठक 16 सितम्बर को जिला जिला पंचायत के सभागार कक्ष में प्रातः साढे दस बजे से आहूत की गई है।  जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने जिले के समस्त विभागों के अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर एजेण्डा बिन्दुओं के अनुसार निर्धारित प्रारूप में समुचित जानकारियां 14 सितम्बर तक जिला पंचायत के ईमेल आईडी पर साफ्ट कॉपी में एवं एक हस्तांक्षरित प्रति हार्ड कॉपी स्टेनो कक्ष में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।  जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रभारी सचिव के द्वारा ली जाने वाली समीक्षा बैठक में ऐेजेण्डा बिन्दु क्रमशः जिले में वर्षा की स्थिति, भारी वर्षा से हुए नुकसान का आंकलन, आपदा, राहत, सीमांकन, बंटवारा, नामांतरण की स्थिति जिले में खाद, बीज की उपलब्धता एवं फसल नुकसान का आंकलन, फसल ऋण बीमा योजना की जानकारी, खाद्य पदार्थो में मिलावट के प्रकरणों की समीक्षा की जाएगी।  प्रभारी सचिव द्वारा बैठक में खाद्य पर्ची जारी करने, विद्युत आपूर्ति एवं अत्यधिक राशि के विद्युत बिलों में सुधार कार्य की प्रगति, वर्षाजनिक बीमारियों के रोकथाम की कार्ययोजना एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति, महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से क्रियान्वित राष्ट्रीय पोषण माह एवं आंगनबाडी केन्द्रों की प्रगति, अवैध उत्खननों के प्रकरणों की समीक्षा, जिले में सड़क सुधार हेतु कार्य योजना एवं सड़क निर्माण कार्यो की प्रगति, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, वन अधिकार अधिनियम के तहत निरस्त किए गए पट्टो की पुर्नसमीक्षा एवं सामाजिक न्याय विभाग की योजनाओं की समीक्षा ऐजेण्डा बिन्दु मेंं शामिल है।

बिजली कार्मिकों की शिकायतों का समाधान 24 को वीडियो कान्फ्रेंस से

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की समस्याओं की सुनवाई 24 सितम्बर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी। इस व्यवस्था से कर्मचारियों को कंपनी मुख्यालय में आने की जरूरत नहीं होगी। उनकी समस्याएँ उनके कर्तव्य स्थल पर ही हल हो जायेंगी। कर्मचारी वृत्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में उपस्थित होकर समस्याएँ बताएंगे। वहीं से कम्पनी मुख्यालय में प्रबंध संचालक और मानव संसाधन एवं प्रशासन के अधिकारी उनकी समस्याएँ हल करेंगे। 

अनवरत वर्षा एवं जलभराव से 1018 ग्राम प्रभावित 

जिले में जारी अनवरत वर्षा और जलभराव से उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति से कुल 1018 ग्राम प्रभावित हुए है। इन ग्रामों में आंशिकपूर्ण मकान, कुंआ, अन्य सामग्री की क्षति प्रकरण सर्वे दल द्वारा तैयार किए जा रहे है। अब तक सर्वे दल द्वारा कुल 5370 प्रकरण पंजीबद्व किए गए है जिसमें से 2911 प्रकरणों का निराकरण कर आरबीसी के प्रावधानों के तहत नियमानुसार राहत राशि शीघ्र प्रदाय की जा चुकी है। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि फसलों की क्षति का सर्वे कार्य हेतु राजस्व, कृषि एवं पंचायत सचिव के ग्राम स्तरीय अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित की गई है जो वर्षा रूकने के बाद खेतों में जाकर फसलों की क्षति का आंकलन कर सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।  जिले में 12 सितम्बर तक जनहानि, पशु हानि के अलावा आंशिकपूर्ण मकान, कुंआ एवं अन्य सामग्री की क्षति के प्रकरण की स्थिति में दर्ज किए गए है। के संबंध में बताया गया कि उल्लेखित दिनांक तक 21 जनहानि के प्रकरणों में से 17 प्रकरणों का निराकरण कर मृतकों के निकटतम परिजनों को 68 लाख रूपए की आर्थिक मदद जारी की जा चुकी है  वही पशु हानि के 32 प्रकरणों से 12 प्रकरणों का निराकरण हुआ है उक्त प्रकरणों में 33 हजार रूपए की राशि संबंधित पशुपालकों को प्रदाय की गई है।  आंशिकपूर्ण मकान, कुंआ एवं अन्य सामग्री की क्षति के कुल 5370 प्रकरणों में से 12 सितम्बर तक दो हजार 911 प्रकरणों का निराकरण किया गया है और इन प्रकरणों में पीड़ित परिवारों के लिए एक करोड 61 लाख 72 हजार 712 वितरण हेतु अनुमानित राहत राशि का आंकलन किया गया है।  अनवरत वर्षा और जलभराव के कारण जिले के 1018 ग्राम प्रभावित हुए है वही राहत शिविरों में रह रहे 1110 व्यक्तियों के लिए समुचित प्रबंध सुनिश्चित किए गए है जिसमें भोजन, दवाईयों के अलावा ठहरे स्थलों पर गद्दा, रजाई एवं अन्य वस्त्र की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राहत शिविरों में विदिशा शहर के 630 व ग्रामीण क्षेत्र के 480 व्यक्ति ठहरे हुए है। 

जिले में 1483 मिमी औसत वर्षा दर्ज

विदिशा जिले में अब तक 1483 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि गतवर्ष उक्त अवधि में 835.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई थी।  जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रों पर शुक्रवार को दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि 13 सितम्बर की प्रातः आठ बजे रिकार्ड की गई वर्षा अनुसार 84.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है।  13 सितम्बर को तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा की जानकारी तदानुसार विदिशा में 48 मिमी, बासौदा में 114 मिमी, कुरवाई में 70 मिमी, सिरोंज में 103 मिमी, लटेरी में 110 मिमी, ग्यारसपुर में 60 मिमी, गुलाबगंज में 52 मिमी, नटेरन तहसील में 118 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।

कोई टिप्पणी नहीं: