झारखंड के चतुर्थ विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 तक है। इससे पहले विधानसभा चुनाव कराने की संवैधानिक बाध्यता है।
धनबाद महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव- 2019 संपन्न होने के बाद झारखंड के सियासतदानों की नजरें भारत निर्वाचन आयोग पर टिक गई है। सबको भारत निर्वाचन आयोग के प्रेस कांफ्रेंस का इंतजार है। आखिर चुनाव आयोग कब प्रेस कांफ्रेंस, झारखंड असेंबली इलेक्शन 2019 : कार्यक्रम की घोषणा करेगा ? पहले माना जा रहा था कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही झारखंड में चुनाव तारीखों की घोषणा की जाएगी। नहीं होने पर दिवाली के बाद उम्मीद की जा रही थी। दिवाली भी बीत गई। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि छठ के बाद झारखंड में चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी जाएगी। 5 जनवरी 2020 तक चतुर्थ विधानसभा का कार्यकालः झारखंड के चतुर्थ विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 तक है। इससे पहले विधानसभा चुनाव कराने की संवैधानिक बाध्यता है। 5 जनवरी से पहले चुनाव संपन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के पास काफी समय है। वह झारखंड के परिप्रेक्ष्य में एक-एक चीज का अध्ययन कर रहा है। इसके बाद चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने और मतदान की तारीख से बीच 25 दिन का समय रहता है। जबकि नामांकन की अंतिम तारीख और मतदान दिवस के बीच 16 दिन का समय दिया जाता है। इस कसाैटी पर देखें तो चुनाव आयोग के पास एक महीने का अतिरिक्त समय है। अगर हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह एक ही दिन चुनाव कार्यक्रम निर्धारित करता है तो दिसंबर महीने में भी चुनाव करा सकता है। 2014 में पांच चरण में हुआ था झारखंड विधानसभा का चुनावः झारखंड विधानसभा चुनाव- 2014 पांच चरणों हुआ था। 81 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवंबर, दो दिसबंर, नौ दिसंबर, 14 दिसंबर और 20 दिसंबर को अलग-अलग विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे। 23 दिसंबर को मतगणना हुई थी। चर्चा के अनुसार चुनाव आयोग झारखंड में अबकी तीन चरणों में चुनाव करा सकता है। चुनाव की तारीखों की घोषणा छठ बाद की जाएगी। हालांकि यह सब सिर्फ अटकलें हैं। चुनाव कब होगा और कितने चरणों में होगा यह तो भारत निर्वाचन आयोग ही जानता है। चुनाव आयोग द्वारा झारखंड में चुनाव की अधिसूचना जारी किए जाने के बाद में ही सही तस्वीर सामने आएगी।
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