- एम्स के पास पुलिस का सीसीटीवी कैमरा खराब होने से पटना पुलिस की खुली पोल
पटना पुलिस की ओर से एम्स के पास जो सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है वह खराब है। दुकानदारों ने कहा कि अगर कैमरे सही होते तो अपराधियों की सही तस्वीर कैद हो जाती। जिस कैमरे में तस्वीर कैद हुई वह ठीक नहीं है। चेहरा साफ नहीं है। सूत्रों की मानें तो एम्स के पास घटना को अंजाम देने वाला गिराेह नया है। गिरोह ने जो पर्चा भेजा था उसमें अपने गैंग का नाम किंग्स लिखा था। इस गैंग में किंग्स ऑफ पटना के भी कुछ पुराने बाइकर्स हैं। उसी गैंग से अलग होकर कुछ बदमाशों ने नया गैंग बनाया है।
पटना, 18 नवम्बर। आज भी पटना एम्स के सामने की दवा दुकानदारों में दहशत बरकरार है। किंग्स नामक गैंग ने पर्चा भेजकर रंगदारी की मांग थी। जब दवा कारोबारी रंगदारी नहीं दिए थे दहशत फैलाने के लिए गोलीबारी किये गए। दवा कारोबारी कहते है कि हमलोग राबड़ी-लालू के शासनकाल और अब नीतीश-सुशील के राज में भयमुक्त होकर कारोबार करते थे। विगत दिनों बदमाशों की गोलीबरी के निशाने में तीन दवा कारोबरी थे। पाटलिपुत्र मेडिको के बगल वाले दवा कारोबारी बाल-बाल बच गए। जिसके कारण आज भी दहशत बरकरार है। बताते चले कि विगत दिनों फुलवारीशरीफ में एम्स के पास गुरुवार को तीन दवा दुकानदारों से पांच-पांच लाख रंगदारी मांगे जाने और दहशत फैलाने के लिए बाइकर्स की ओर से की गई फायरिंग के विरोध में स्थानीय दवा दुकानदारों ने शुक्रवार काे पटना एम्स के पास एनएच-98 को चार घंटे तक जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दवा दुकानदारों के आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन से सैंकड़ों वाहनों की कतार लग गयी थी। इसमें एम्स के डायरेक्टर की गाड़ी भी काफी देर तक फंसी रही। गोलीबारी के विरोध में दवा दुकानों को बंद कर प्रदर्शन कर रहे कारोबारियों ने प्रशासन से जान-माल की सुरक्षा की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे थानेदार रफीकुर रहमान ने आक्रोशित दवा दुकानदारों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद डीएसपी संजय कुमार ने दवा कारोबारियों को पूरी सुरक्षा दिये जाने का आश्वासन दिया, तब प्रदर्शनकारी दवा दुकानदारों ने करीब करीब चार घंटे बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से हटे और आवागमन सुचारू हो पाया।डीएसपी ने दवा कारोबारियों के साथ बैठक भी की। उधर, पुलिस ने गोलीबारी कर भाग रहे बदमाशों का सीसीटीवी फुटेज निकालकर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इस बीच दुकानदारों ने कहा कि सात दिनों के अंदर अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। दुकानदारों की कमेटी के अध्यक्ष श्रीमंजय कुमार ने बताया कि अपराधियो की गिरफ्तारी, बेहतर क्वालिटी का सीसीटीवी कैमरा लगवाने, सड़क पर प्रकाश की व्यवस्था और स्थायी पुलिस पिकेट बनवाने की मांग की गई है। डीएसपी ने इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया इसके बाद वहां से जाम हटा। फुलवारीशरीफ के थानेदार ने कहा कि बाइकर्स की पहचान हो गई है। बाइकर्स स्थानीय हैं और जल्द ही गिरफ्तार किए जाएंगे। पुलिस ने दो संदिग्ध गोलू और हत्या के आरोप में जेल जा चुके चीबला को हिरासत में लिया है। दोनों गोविंदपुर के रहने वाले हैं। पिछले दो महीने में शहर के विभिन्न इलाकों में हत्या सहित कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं बाइकर्स। पांच दिन पहले बाइकर्स गिरोह के दो गुटों में लालबाबू मार्केट में भिड़ंत हो गई थी। इसमें कई बाइकर्स घायल हो गए थे। घटना से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि पुलिस ने छापेमारी कर दो घंटे बाद ही अंकित सरकार नाम के बाइकर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन इसके बाद भी इन बाइकर्स का उत्पात उस इलाके में कमा नहीं है।

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