पवार और सोनिया के बीच बैठक टलने के आसार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


रविवार, 17 नवंबर 2019

पवार और सोनिया के बीच बैठक टलने के आसार

pawar-sonia-meeting-may-post-pond
मुंबई, 16 नवम्बर, महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ संभावित गठबंधन पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच रविवार को होने वाली बैठक टलने के आसार हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। राकांपा सूत्रों ने शनिवार को बताया कि पवार ने पुणे में रविवार को पार्टी की कोर समिति की एक बैठक बुलाई है जिससे समय पर दिल्ली पहुंचना उनके लिए मुश्किल है। इससे पूर्व दोनों पार्टियों के सूत्रों ने बताया था कि पवार और गांधी की रविवार को बैठक हो सकती है। सूत्रों ने कहा, ‘‘कोर समिति की बैठक पुणे में शाम चार बजे शुरू होगी। इसके बाद पवार शाम को दिल्ली रवाना होंगे। इसलिए सोनिया गांधी के साथ बैठक की संभावना कम ही दिखाई पड़ती है।’’  सूत्रों ने बताया कि कोर समिति राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना की संभावित गठबंधन सरकार में विभागों के आवंटन पर चर्चा हो सकती है। उन्होंने बताया कि सरकार गठन पर चर्चा के लिए पवार के सोमवार या मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद सोनिया गांधी के साथ बैठक हो सकती है।’’  राकांपा नेता नवाब मलिक ने शनिवार देर शाम कहा, "पवार तथा राकांपा के नेता मंगलवार को कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगे। उस बैठक में कांग्रेस तय करेगी कि उसे सरकार में शामिल होना है या बाहर से समर्थन देना है।"  उन्होंने पत्रकारों से कहा, "एक बार इसपर फैसला हो जाए, उसके बाद सरकार गठन के लिये आगे बढ़ा जाएगा।"  कांग्रेस और राकांपा पहले ही सरकार गठन के लिए शिवसेना के साथ एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) की रूपरेखा तय कर चुके है। मुख्यमंत्री पद के बंटवारे के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के बीच चली खींचतान के बाद राज्य में 12 नवम्बर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।

कोई टिप्पणी नहीं: