सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 16 नवंबर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 16 नवंबर 2019

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 16 नवंबर

ग्राम पंचायत श्यामपुर को बनाया जाएगा नगर पंचायत , नगरीय विकास विभाग ने मांगा परीक्षण के बाद प्रतिवेदन 

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सीहोर। नगरीय विकास एवं आवास विभाग मध्य प्रदेश ने ग्राम पंचायत श्यामपुर को नगर पंचायत में उन्नयन करने के लिए जिला प्रशासन से परीक्षण के बाद प्रतिवेदन मांगा है सब कुछ ठीक रहा तो आगामी वर्ष में सरकारी दस्तावेजों में श्यामपुर के नगर पंचायत के रूप में दर्ज होने की संभावना है। वर्तमान में जिले में दो नगर पालिका और सात नगर पंचायत है। जिस में नगर पालिका सीहेार, नगर पालिका आष्टा और बुधनी, नसरूल्लांगज, रेहटी, इछावर, शाहगंज, जावर, कोठरी नगर पंचायत है अगर श्यामपुर को भी नगर पंचायत का दर्जा मिलता है तो जिले में कुल आठ नगर पंचायते हो जाएगी। जिस का लाभ स्थानीय नागरिकों को मिलेगा। वहीं क्षेत्रीय नेताओं को भी नगर सरकार में प्रतिनिधिप्त करने का मौका मिलेगा।  ग्रामीण युवक  कांग्रेेस के पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामपुर निवासरत धनराज पाटीदार ने ग्राम पंचायत से नगर पंचायत में उन्नयन की मांग को लेकर जरूरी शासकीय प्रकिया को पूरा किया है। कांग्रेस नेता श्री पाटीदार के मुताबिक श्यामपुर भोगोलिक रूप से जिले में प्रमुख स्थान रखता है श्यामपुर जयपुर जबलपुर हाईवे पर बसा है क्षेत्रफल आवादी राजस्व से नगर पंचायत के लिए जरूरी सभी मापदंड को पूरा करता है।  श्यामपुर को शीघ्र नगर पंचायत बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने श्री पाटीदार के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर ब्रजेश निगम को कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष नरेंद्र खंगराले, डॉ जितेंद्र सिंह, आरती खंगराले, दर्शन वर्मा, सुरेश साबू,आशा गुप्ता, ममता शर्मा, मांगीलाल टिमरई, कमलेश परमार ज्ञापन भी दिया गया। 

चाईल्ड लाईन सेवा 1098 का प्रचार प्रसार

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सीहोर में ''चाईल्ड लाईन से दौस्ती'' के माध्यम से चाईल्ड लाईन सेवा 1098 का प्रचार प्रसार जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति रचाना बुधोलिया, के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास के सहयोग से चाईल्ड लाईन द्वारा किया जा रहा है। जो दिनांक 14.11.19 से 20.11.19 तक किया जायेगा, इसी कढी में दिनांक 15.11.19 को शासकीय आवासीय विद्यालय में बच्चों को चाईल्ड लाईन सेवा 1098 की जानकारी विस्तार से श्री राजेन्द्र सिंह जिला समन्वयक, चाईल्ड लाईन सीहोर द्वारा दी गई, एवं सरस्वती विद्या मंदिर में बाल संरक्षण विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बाल संरक्षण अधिकारी, श्री ​अनिल पोलाया, द्वारा बताया गया कि जिले में चाईल्ड लाईन का प्रचार प्रसार पूरे सप्ताह 14.11.19 से 20.11.19 तक किया जायेगा। प्रचार प्रसार के दौरान परामर्शदाता ज्योति राठोर ने बच्चों को जानकारी देते हुऐ बताया कि चाईल्ड लाईन बच्चों के अधिकारों के संरक्षण लिए कार्य करती है, जो कि नि:शुल्क है, अगर आपके आस—पास कोई बच्चा विषम परिस्थिति में दिखे तो आप उसकी सूचना 1098 पर चाईल्ड लाईन को दे सकते है। टीम मेम्बर श्री कमलेश कटारिया, संजय नामदेव, सुमित गौर, एवं राजकुमारी राठोंर, परणीता जैन, एवं चाईल्ड लाईन के समस्त स्टॉफ द्वारा सहयोग किया गया, एवं उपस्थि​त रहे।

अमानक खाद, बीज एवं कीटनाशक औषधि के आकस्मिक निरीक्षण हेतु किया गया गुण नियंत्रण उड़न दस्ता दल का गठन

किसान कल्याण तथा कृषि विकास सीहोर के उपसंचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि रबी वर्ष 2019-20 में उर्वरक/कीटनाशक एवं बीज विक्रेताओं के विक्रय केन्द्र/बीज उत्पादन सह समितियों का आकस्मि निरीक्षण करने एवं नमूने लेने के लिए जिला स्तर पर गुण नियंत्रण उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है। गठित किए गए दल में प्रभारी अधिकारी सहायक संचालक कृषि श्री एस.के.राठौर, सहायक प्रभारी अधिकारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संबंधित विकास खंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, सहायक अधिकारी कृषि विकास अधिकारी श्री घनश्याम मालवीय एवं सहायक ग्रामीण कृषिक विस्तार अधिकारी श्री संतोष सिंह शामिल हैं। गठित दल के अतिरिक्त अनुविभागीय कृषि अधिकारी उप संभाग सीहोर/बुदनी एवं सभी विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी/कृषि विकास अधिकारी पदेन उर्वरक/कीटनाशी/बीज निरीक्षक लक्ष्य अनुसार कृषि आदान के नमूने लेने/निरीक्षण करने एवं कृषि आदान गुण नियंत्रण हेतु जिम्मेदार रहेंगे।  

30 नवंबर तक चलेगा "शुद्ध के लिए युद्ध" सघन अभियान  

किसान कल्याण तथा कृषि विकास सीहोर के उपसंचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कृषकों को मानक स्तर का खाद बीज प्राप्त हो इसके लिए जिले में 15 से 30 नवंबर तक गुणनियंत्रण "शुद्ध के लिए युद्ध" हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के अन्तर्गत जिला, अनुविभाग एवं विकासखंड स्तर पर टीम का गठन कर खाद, बीज एवं काटीनाशक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गत दिवस जिला स्तर पर गठित गुण नियंत्रण दस्ते द्वारा 21 कीटनाशक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्र का निरीक्षण करते हुए 7 कीटनाशक नमूने लिए गए। इसी प्रकार 18 उर्वरक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए 17 उर्वरक नमूने लिए गए। निरीक्षण के दौरान 2 कीटनाशी एवं 3 उर्वरक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों के अव्यवस्थित रिकार्ड पाए जाने पर संबंधित विक्रेताओं का नोटिस जारी किए गए। "शुद्ध के लिए युद्ध" अभियाप के तहत 30 नवंबर तक लगातार सघन निरीक्षण किए जाएंगे एवं किसी भी प्रकार की अनियमित्ता पाए जाने पर कीटनाशी अधिनियम 1968 उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

जिला स्तरीय केंसर शिविर में 107 हितग्राहियों का हुआ परीक्षण, उपचार योग्य मरीजों को जवाहरलाल नेहरू केंसर अस्पताल रेफर किया गया

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पं.जवाहरलाल नेहरू केंसर अनुसंधान केन्द्र तथा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयुष्मान भारत योजना व असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला चिकित्सालय सीहोर में आयोजित जिला स्तरीय केंसर जांच एवं उपचार शिविर में 107 हितग्राहियों का सूक्ष्म परीक्षण किया गया। शिविर में जे.एन.सी.आर.सी. भोपाल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. ओ.पी.सक्सेना तथा सर्जिकल ओकोलाजिस्ट डॉ.नम्रता चौधरी द्वारा सूक्ष्म परीक्षण किया गया। शिविर में केंसर आपरेषन योग्य चिन्हित पात्र मरीजों का उपचार आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत किया जाएगा। असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम ( एन.सी.डी.) के अंतर्गत ब्लाक स्तर पर स्क्रीनिंग कर रेफर किए गए मरीजों का भी परीक्षण किया गया तथा उपचार योग्न मरीजों को पंडित जवाहरलाल नेहरू केंसर अनुसंधान केन्द्र भोपाल के लिए रेफर किया गया। शिविर में करीब 107 मरीजों ने उपचार एवं जांच के लिए अपना पंजीयन कराया। जिनमें से 24 हितग्राही स्तन केंसर, गर्भाश्‍य केंसर, गर्दन, भोजन नली के उपचार हेतु रेफर किए गए। शिविर में गले का केंसर के 13, मुंह का केंसर 24, स्तन केंसर के 13, ब्लड केंसर के 3 तथा गर्भाश्‍य केंसर के करीब 06 संभावित मरीजों को जांच के उपरांत दवाएं दी गई तथा उपचार योग्य पाए गए करीब 24 विभिन्न प्रकार के केंसर मरीजों को जवाहरलाल नेहरू केंसर अस्पताल भोपाल के लिए रेफर किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शरीर के किसी भी भाग में गठान होना, लंबे समय तक गला खराब होना, खाना निगलने में तकलीफ,चमड़ी पर मस्सा, पेशाब करने में तकलीफ, स्तन में गठान होना, मुंह में सफेद लाल छाले या दाग, मुंह पूरा खोलने में कठिनाई, मुंह के अंदर लालिमा, मुंह से निरंतर बदबू आना दांतों का स्वतः हिलना ये केंसर के प्राथमिक लक्षण हो सकते हैं। समय रहते इसकी जांच एवं उपचार किया जाना जरूरी है। आज आयोजित शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा परीक्षण कर उपचार के लिए जिन पात्र हितग्राहियों को चिन्हित किया गया उनका उपचार आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत किया जाएगा। शिविर में आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश के हितग्राही आयुष्मान कार्ड के साथ पहुंचे थे उपचार के लिए ऐसे चिन्हित हितग्राही जिनका आयुष्मान कार्ड बना हुआ है उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाएगा।

ऑनलाइन ठगी से बचने के सुझाव पोर्टल पर आमंत्रित  

ऑनलाइन ठगी से नागरिकों को बचाने के लिये MP.MYGOV.IN पोर्टल पर ऑनलाइन कैम्पेन चलाया जा रहा है। ऑनलाइन ठगी से बचने के लिये राज्य साइबर पुलिस मध्यप्रदेश द्वारा नागरिकों से जागरूक और सावधान रहने की अपील भी की गई है। राज्य लोक सेवा अभिकरण के संचालक ने बताया कि राज्य साइबर पुलिस को ऑनलाइन एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों से अलग-अलग ठगी करने संबंधी कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं। लगातार प्राप्त हो रही इन शिकायतों की वजह से राज्य साइबर पुलिस द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। नागरिक अब आम लोगों को ठगी का शिकार होने से बचाने के उपाय, महत्वपूर्ण सुझाव और विचार पोर्टल पर लॉग इन कर साझा कर सकते हैं।

नशामुक्ति एवं शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष अभियान  

प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए 15 नवम्बर से 31 मार्च 2020 तक प्रचार-प्रसार का विशेष अभियान संचालित किया जायेगा। अभियान के तहत शासकीय कला पथक दलों के माध्यम से नशामुक्ति के साथ-साथ शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार का कार्य भी किया जायेगा। प्रत्येक संभाग के लिए दो कला पथक दल का गठन किया जायेगा। कला पथक दलों के माध्यम से नशामुक्ति, शासकीय योजनाओं पर आधारित नुक्कड़ नाटक एवं गीतों के माध्यम से प्रचार-प्रसार का कार्य किया जायेगा।

मातृ वंदना योजना का लाभ लेने की अपील  

मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मजदूरी के आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में नगद प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है ताकि प्रथम बच्चे के प्रसव के पूर्व एवं पश्चात बच्चा उन्हें पर्याप्त आराम मिल सके। नगद प्रोत्साहन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों में सुधार लाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। ऐसी सभी गर्भवती महिलाएं और धात्री माताएं जो 1 जनवरी 2017 के पश्चात परिवार में जन्मे पहले बच्चे से संबंधित है तो योजना के लिये पात्र होगी। प्रथम जीवित बच्चे संबंधित समस्त गर्भवती महिलाएं एवं धात्री माताएं इसके लिए पात्र होगी। सभी सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्यरत कर्मचारी इसके पात्र नहीं होंगे।

निरोगी काया के लिए आयोजित हो रही खेल गतिविधियां, नशामुक्त समाज के निर्माण का दिलाया जा रहा संकल्प  

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निरोगी काया अभियान (20 सितंबर से 20 नवंबर 2019) के अंतर्गत संपूर्ण जिले में हेल्थ एंड वेलनेस गतिविधियां आयोजित की जा रही है जिससे शरीर और मन दोनों स्वस्थ रह सकें। जिले के समस्त एच.डब्ल्यू.सी.केन्द्रों पर खो-खो, गोला फेक, दौड़, कबड्डी एवं योग की गतिविधियां आयोजित की जा रही है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शाहगंज, अमलाहा, सिद्धिकगंज, कोठरी, बाईबोडी, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सीहोर, बकतरा, रामनगर,  मैना में निरोगी काया अभियान के अंतर्गत विभिन्न खेल गतिविधियां तथा नशा मुक्ति से संबंधित आयोजन किए जा रहे है। स्कूल स्तर पर आयोजित इन गतिविधियों में खेल के माध्यम से निरोगी रहने तथा निरोगी काया के लिए किस तरह की जीवनचर्या होनी चाहिए इस प्रकार की जानकारी छात्र-छात्रओं को दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी  स्कूलों में पहुंचकर विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान कर रहे है। नषामुक्त समाज बनाने के लिए संकल्प भी दिलवाया जा रहा है वहीं नषे से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में भी बताया जा रहा है।

ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन 18 नवम्बर से  

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सभी कलेक्टरों को मोटा अनाज ज्वार और बाजरा का उपार्जन 18 नवंबर से करने के निर्देश जारी किये हैं। पूर्व में यह उपार्जन कार्य 8 नवम्बर से किया जाना था। प्रदेश में निरंतर वर्षा होने से ज्वार एवं बाजरा में नमी का अंश सरकार द्वारा निर्धारित यूनीफोर्म स्पेसीफिकेशन की सीमा से अधिक होने के कारण समर्थन मूल्य पर ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन अब 18 नवंबर से प्रारंभ किया जायेगा ताकि एफएक्यू गुणवत्ता का ज्वार एवं बाजरा उपार्जित किया जा सके।

स्वच्छ जल - समृद्ध भारत (विशेष लेख)  

भारत को नदियों का देश कहा जाता है। यह एक ऐसा राष्ट्र है, जिसकी समृद्धि और सुख धरातलीय जल पर निर्भर है। हमारी पृथ्वी के 78% भाग पर जल पाया जाता है। भारतीय संस्कृति की परिचायक भाषा संस्कृत में कहा गया है-“जलेन विना जीवनम् नास्ति।” वर्तमान समय में भी हमारी आधारभूत आवश्यकता जल ही है। वर्तमान परिदृश्य में जल संकट एक व्यापक एवं वृहद् समस्या है। विश्व बैंक की रिपोर्ट- Quality Unknown: The Invisible Water Crisis  के अनुसार कीटाणुओं, सीवर, रसायनों और प्लास्टिक के मिश्रण से नदियों, झीलों और जलाशयों में ऑक्सीजन ख़त्म हो रही है और पानी ज़हर में परिवर्तित हो रहा है। रिपोर्ट को तैयार करने के लिए जल गुणवत्ता पर निगरानी केंद्रों, रिमोट सेन्सिंग तकनीक और मशीन लर्निंग टूल्स का इस्तेमाल किया है।

“देश की समृद्धि की यही इबारत,  स्वच्छ जल - समृद्ध भारत॥”
प्रत्येक प्राकृतिक संसाधन की अपनी एक महत्ता होती है। हमें मानवीय क्रियाकलापों के साथ-साथ यह भी जानने की आवश्यकता है, कि जल एक सीमित मात्र में उपलब्ध है। प्राकृतिक सौंदर्य, मानवीय जन-जीवन, वनस्पति, पेड़-पौधे, जीव-जंतु, आर्थिक दृष्टिकोण, पर्यावरणीय संतुलन एवं विद्युत उत्पादन आदि में जल का सर्वाधिक महत्त्व है।

“बिन पानी जीवन बदहाली, पानी से ही है हरियाली”
जन साधारण को जागरूक करने हेतु प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्राचीन समय में भी हिंदी साहित्य के कवियों ने अपनी कविताओं और लेखों के माध्यम से जल के महत्त्व का वर्णन किया है। उदाहरण के लिए हिंदी के प्रख्यात कवि रहीम जी ने लिखा है-

रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून, पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुष, चून
वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में जल संकट से न केवल भारत वरन सम्पूर्ण विश्व जूझ रहा है। प्रकृति के संसाधनों को असीमित मात्रा में व्यय करके हमने प्रकृति के साथ अन्याय किया है। इसके दुष्परिणाम जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण में असंतुलन के रूप में हमारे सामने उपस्थित है। हमें आवश्यकता है कि जल संकट को न केवल समझें बल्कि इसके निराकरण में अपना योगदान सुनिश्चित करें और संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिए गए संधारणीय विकास लक्ष्यों की पूर्ति में सहभागी बनें। आज है धरती पर संकट, कैसे जल को बचाएं हम, कैसे अपने जीवन को, सुखी समृद्ध बनें हम

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