जिला योजना समिति की बैठक 28 नवंबर को
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि 28 नवंबर को दोपहर 12 बजे जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता गैस त्रासदी, राहत एवं पुर्नवास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग मध्यप्रदेश शासन तथा सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री श्री आरिफ अकील करेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि बैठक के दौरान आपके विभाग से संबंधित मुद्दों पर की गई चर्चा/निर्णय के संबंध में संक्षिप्त टीप तैयार कर जिला योजना अधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
वसीम को मिली कान की मशीन "खुशियों की दास्तां"
कान से सुनने में आ रही दिक्कतों से पीड़ित सीहोर के श्री वसीम खां कान की मशीन पाकर प्रसन्न हैं। श्री वसीम खां ने बताया कि बड़ती उम्र के कारण उन्हे सुनने में दिक्कत थी। विगत दिनों श्री वसीम खां जनसुनवाई में सहायता प्राप्त करने के उद्देश्य से उपस्थित हुए थे। कलेक्टर ने श्री वसीम खां की समस्या को देखते हुए कान की मशीन प्रदान करने के निर्देश जिला विकालांग एवं पुर्नवास केन्द्र को दिए गए। जिला विकालांग एवं पुनर्वास केन्द्र द्वारा कान की मशीन लाकर श्री वसीम खां को कान में लगाकर दी, इससे वसीम को सुनाई देने लगा। वसीम को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसे मशीन लगाने के बाद सुनाई देने लगेगा। वसीम कान की मशीन पाकर प्रसन्न है। अब उन्हें सुनाई देने में आ रही समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। वसीम खां एवं परिजनों ने प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं एवं जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र का आभार माना।
निर्धारित टाईम टेबल से करें विद्यार्थी पढ़ाई
किसी भी परीक्षा में कामयाबी इस बात पर निर्भर करती है कि आपने परीक्षा की तैयारी कैसे की है। अगर हम खासकर कॉम्पिटिशन एग्जाम की बात करें तो इसमें सफलता का एक ही मूल मंत्र है, और वो है निरंतरता। ज्यादातर छात्र जो 12 वीं या ग्रेजुएशन के बाद किसी एग्जाम की तैयारी कर रहे होते है उनका कोई निर्धारित टाइम टेबल नहीं होता।जबकि बचपन से 12 वीं या ग्रेजुएशन तक स्कूल या कॉलेज के चलते हमारा एक निर्धारित टाइम टेबल तय होता है। इस वजह से हमारे दिमाग को एक निर्धारित तरीके से काम करने की आदत हो जाती है। इसी वजह से छात्र निरंतरता से तैयारी नहीं कर पाते, जिसके चलते उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता। अगर आपकों भी ऐसी समस्या है और आपका मन भी पढ़ाई में नहीं लग रहा हैं, तो हम आपके लिए लेकर आएं है कुछ ऐसे टिप्स, जिससे आप बिना किसी परेशानी के पढ़ाई कर पाएंगे। सही जगह का चुनाव करें रू आस-पास के वातावरण का पढ़ाई पर बहुत असर पड़ता है। आप ऐसी जगह का चुनाव करें जहां शांति रहे, जहां ना अधिक गर्मी हो और ना अधिक सर्दी। बैठने के लिए सही टेबल-चेयर हो, किताबें व्यवस्थित तरीके से रखी हो। अगर बहुत देर तक सिटिंग करनी है तो कमरे के बाहर ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ का बोर्ड भी लगा सकते हैं। सही समय का चुनाव करें रू आपके लिए अपने सही समय का चुनाव करना जरूरी है। इसके लिए आपको अपने शरीर को समझाना होगा की आपके लिए कौन सा समय पढ़ने के लिए सही है दिन या रात, उसी अनुरूप चार्ट बनाए और हमेशा उस चार्ट को फॉलो करने के लिए उत्साहित रहे। टाइम टेबल को कठिन नहीं बल्कि आसान बनाए जिससे आपको पढ़ाई उबाऊ नहीं लगेगी, बीच-बीच में ब्रेक लेना भी जरूरी है।
शुरुआत सबसे अधिक महत्वपूर्ण
दिमाग हमेशा आराम की ओर आकर्षित होता है। अगर आपको दिमाग पर काबू पाना है तो शुरुआत में पढ़ाई का समय कम रखो फिर धीरे-धीरे इस समय में बढ़ोत्तरी करो। इससे चाहे आपकी शुरूआत धीमी होगी पर बाद में आप इसे कवर कर सकते हैं। कई बार तो छात्रों के साथ ऐसा भी होता है कि वो ठीक से शुरूआत ही नहीं कर पाते हैं। इसके चलते वे अंत तक परेशान रहते हैं।
पर्याप्त नींद ले और तनाव से दूर रहे
अगर नींद पूरी नहीं हुई तो आपका किसी भी काम में मन नहीं लगेगा। अच्छी नींद से हॉर्मोन सही तरीके से रेगुलेट होते हैं जिससे दिमाग तेज होता है और शरीर को भी आराम मिलता है। अगर आप पर्याप्त नींद लेते हैं तो इससे आपको पढ़ा हुआ याद रखने में भी मदद मिलती है। 6 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। कोशिश करे की तैयारी के समय आप तनाव से दूर रहे और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करे।
अपनी प्रोग्रेस पर ध्यान दें
पढ़ाई के साथ-साथ अपनी प्रोग्रेस पर ध्यान देना भी आवश्यक है। इससे आपको प्रेरणा और सफलता दोनों मिलती है। इस बात का भी ध्यान रखें की प्रोग्रेस देखकर ज्यादा उत्साहित ना हो। खुद से सवाल करें कि रू इस हफ्ते में आप कौन-कौन से कोर्स को पूरा करेंगे, आपका मेन टारगेट क्या है, क्या आपका टाइम टेबल और तरीके आपके लिए सही से काम कर रहे है। अगर नहीं तो इसमें सुधार कैसे किया जाए।
अपनी प्रोग्रेस पर ध्यान दें
पढ़ाई के साथ-साथ अपनी प्रोग्रेस पर ध्यान देना भी आवश्यक है। इससे आपको प्रेरणा और सफलता दोनों मिलती है। इस बात का भी ध्यान रखें की प्रोग्रेस देखकर ज्यादा उत्साहित ना हो। खुद से सवाल करें कि रू इस हफ्ते में आप कौन-कौन से कोर्स को पूरा करेंगे, आपका मेन टारगेट क्या है, क्या आपका टाइम टेबल और तरीके आपके लिए सही से काम कर रहे है। अगर नहीं तो इसमें सुधार कैसे किया जाए।
"शुद्ध के लिए युद्ध" अभियान के तहत की जा रही कार्यवाही
कृषकों को मानक स्तर का खाद बीज एवं कीटनाशक प्राप्त हो इसके लिए जिले में 30 नवंबर तक गुणनियंत्रण ‘‘शुद्ध के लिए युद्ध’’ हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिला स्तर/अनुविभाग स्तर एवं विकासखण्ड स्तर पर टीम कर खाद, बीज एवं कीटनाशक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी तारतम्य में गत दिवस तक जिला अन्तर्गत 113 कीटनाशक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्र का निरीक्षण करते हुए 25 कीटनाशक नमूनें लिए गये एवं 80 बीज विक्रेताओं के विक्रय केन्द्र का निरीक्षण करते हुए 76 नमूने एवं इसी प्रकार 137 उर्वरक विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए 106 उर्वरक नमूने लिये गये है। विक्रेताओं के विक्रय केन्द्रों के अव्यवस्थित रिकार्ड पाये जाने पर संबंधित विक्रेताओं को वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी द्वारा 03 दिवस के अन्दर रिकार्ड दुरूस्त कर दिखाने हेतु निर्देशित किया गया। इस कार्यालय में प्राप्त निरीक्षण प्रतिवेदन में पाई गई अनियमितताओं के कारण 28 विक्रेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी किये गये हैं। प्रतिउत्तर प्राप्त होने पर आगामी कार्यवाही की जावेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें