बिहार : जदयू के निर्णय को पीके ने निराशाजनक बताया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 9 दिसंबर 2019

बिहार : जदयू के निर्णय को पीके ने निराशाजनक बताया

pk-criticise-jdu-decision-on-cab
पटना  (आर्यावर्त संवाददाता)  : नागरिक संशोधन बिल के समर्थन में जदयू के खड़े होने पर पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने निराशा जताई है. उनका कहना है कि ऐसा करना पार्टी के संविधान और सिद्धांत के विरुद्ध है. उन्होंने इस मुद्दे पर आज एक ट्वीट किया और कहा कि यह देखकर निराशा हुई कि JDU सिटीजन अमेंडमेंट बिल का समर्थन कर रही है, जो धर्म के आधार पर नागरिकता के अधिकार में भेदभाव है. यह पार्टी के संविधान से मेल नहीं खाता है, जिसने पहले पेज पर तीन बार धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल किया है और नेतृत्व कथित रूप से गांधीवादी आदर्शों द्वारा निर्देशित है. पार्टी की नीतियों और फैसलों पर प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व क्या फैसला करता है, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन इतना तय है और स्पष्ट है कि प्रशांत किशोर ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है. प्रशांत किशोर फिलहाल पश्चिम बंगाल में भाजपा की विरोधी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने में व्यस्त हैं.

कोई टिप्पणी नहीं: