महापुरुषों की जयंतियां और पुण्यतिथि हमारे और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी द्वारा दिए गए संदेशों का पालन करना आज के समय में बहुत जरूरी है।हम सभी को उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए
पटना। आज 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की पुण्यतिथि (Death Anniversary) के अवसर पर स्थानीय कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में सर्वधर्म प्रार्थना सभा (Prayer Meeting) का आयोजन किया गया। बापू के प्रिय भजनों को सस्वर प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर ईसाई समुदाय की ओर से सिसिल साह ने प्रार्थना की। इसके अलावे अन्य सभी धर्मों की प्रार्थनाएं प्रस्तुत की गई।
राष्ट्रपिता की 72 वीं पुण्यतिथि पर सर्वधर्म प्रार्थना
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष मदन मोहन झा की अध्यक्षता में कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के कांग्रेसी उपस्थित होकर बापू के बताए सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चल कर विश्व बंधुत्व के लक्ष्य को हासिल करने पर बल दिया। आज भी गांधी जी के विचार प्रासंगिकता है और हमेशा बनी रहेगी। आज के कटुतापूर्ण व संकीर्ण होते सामाजिक-राजनीतिक वातावरण में महात्मा गांधी की प्रसांगिकता बहुत अधिक बढ़ गई है। कांग्रेसजन उनके आदर्शों को जनजन तक ले जाने के लिए सतत संघर्षशील रहेगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन इसलिए ऐतिहासिक है । बापू के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी मौके पर परेश धनानी, सदानंद सिंह, एच.के. वर्मा, हरखू झा, ब्रजेश पांडेय,सुबोध,संजय सिन्हा, सिद्धनाथ राय, शकीलुर रहमान,सरबत जहां फातमा, बिनोद सिंह यादव, रणजीत मिश्र,अंबुज झा, अमिता भूषण,नागेन्द्र,राजेश राठौड़ श्रीकान्त सत्यदर्शी, सिसिल साह ने उनको श्रद्धांजलि दी।महापुरुषों की जयंतियां और पुण्यतिथि हमारे और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी द्वारा दिए गए संदेशों का पालन करना आज के समय में बहुत जरूरी है।हम सभी को उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए।बापू के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी। ईसाई समुदाय की ओर से सिसिल साह ने प्रार्थना की महापुरुषों की जयंतियां और पुण्यतिथि हमारे और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी द्वारा दिए गए संदेशों का पालन करना आज के समय में बहुत जरूरी है।हम सभी को उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए। हमे हर धर्म का मर्म समझना है ताकि पूरे देश में भाईचारा एवं शांति का माहौल कायम रहे। इसके लिए प्रार्थना हे परमपिता ईश्वर इस पवित्र बेला के लिए हम विशेष रूप से आपको ह्दय से धन्यवाद देते हुए स्मरण करते हैं, आपको धन्य कहते हैं तथा आपकी स्तुति करते हैं आपको आराधना करते हैं आपकी महिमा और सामर्थ्य के सामने हम अपना सिर झुकाते हैं
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