महंगाई पर विपक्षी दलों की बैठक बुलायें मोदी : कांग्रेस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 15 जनवरी 2020

महंगाई पर विपक्षी दलों की बैठक बुलायें मोदी : कांग्रेस

congress-demand-meeting-on-inflation
नयी दिल्ली, 14 जनवरी, कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई पर सरकार को घेरते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसे लेकर विपक्षी दलों की बैठक बुलानी चाहिए और एक व्यापक योजना बनानी चाहिए। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा को न महंगाई की परवाह है और न ही जनमानस की कोई चिंता है। उन्होंने खुदरा महंगाई के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि नवंबर 2013 के मुकाबले खाद्य पदार्थों की महंगाई चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा, “ हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री फौरन विपक्षी दलों की बैठक बुलाएं। पूरे देश को विश्वास में लेकर अगले 15-30 दिन में महंगाई कम करने का रोडमैप बताएं। मोदीजी मौन रहकर देश की जनता को महंगाई, बेरोजगारी, विभाजन की आग में झोंककर अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते।” उन्होंने कहा कि सब्जियों के दाम 60 प्रतिशत, दालों के 15.5 प्रतिशत, खाद्य और पेय पदार्थों के 12.5 प्रतिशत और मसालों के छह प्रतिशत बढ़त में हैं। उन्होंने कहा, “ अब शाकाहारी होना भी अपराध हो गया।” बाद में उन्होंने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ देंगे हर साल दो करोड़ रोज़गार और करेंगे महंगाई पर वार। खा गई डायन महंगाई, खुदरा महंगाई आठ प्रतिशत तक पहुँचाई। मोदी जी हैं कि न सुनते, न बोलते, न हल ढूँढते।” इस बीच पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार गरीब के पेट पर लात मार रही है। उन्होेंने कहा, “ सब्जियां, खाने पीने की चीजों के दाम आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। जब सब्जी, तेल, दाल और आटा महंगा हो जाएगा तो गरीब खाएगा क्या? ऊपर से मंदी की वजह से गरीब को काम भी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है।” 

कोई टिप्पणी नहीं: