लखनऊ, 23 जनवरी, उत्तर प्रदेश में अपनी खोयी जमीन वापस पाने की जद्दोजहद में लगी कांग्रेस किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर अगले महीने से पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन शुरू करेगी। प्रदेश कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पार्टी आगामी फरवरी माह से किसानों से जुड़ी समस्याओं को लेकर चरणबद्ध तरीके से 'किसान बचाओ अभियान' शुरू करेगी। यह मुहिम करीब तीन महीने तक चलेगी। इस आंदोलन के तहत होने वाली पांच विशाल रैलियों में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की केन्द्रीय भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण के तहत फरवरी में पार्टी कार्यकर्ता हर गांव में जाकर किसानों से बाकायदा फार्म भरवाएंगे। उस फार्म में किसानों से पूछकर यह जानकारी भरी जाएगी कि उन्हें उपज का सही दाम मिल रहा है या नहीं। उन्हें खाद, पानी, बीज, बिजली इत्यादि ठीक ढंग से मिल रही है या नहीं। उनका बकाया गन्ना मूल्य दिया गया या नहीं, क्या वे कर्ज से परेशान हैं और उनकी अन्य क्या समस्याएं हैं। सूत्रों ने बताया कि दूसरे चरण में प्रदेश के हर ब्लॉक में नुक्कड़ सभाएं की जाएंगी। उसके बाद तहसील मुख्यालयों और जिला मुख्यालयों पर किसानों की समस्याओं को लेकर पदयात्राएं निकाली जाएंगी। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में सांगठनिक लिहाज से उपयुक्त चार—पांच जिलों में विशाल रैलियां आयोजित की जाएंगी। इसमें प्रियंका गांधी की अहम भूमिका होगी। इन रैलियों में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के भी शामिल होने की सम्भावना है। सूत्रों ने बताया कि आंदोलन के तहत पार्टी आवारा पशुओं की समस्या को लेकर पूरे प्रदेश में अभियान शुरू करेगी। इसके अलावा प्रदेश में गन्ना किसानों के बकाया मूल्य भुगतान के लिये भी आंदोलन की रणनीति तय की गयी है। साथ ही पूर्वांचल में धान की खरीद में बिचौलियों की घुसपैठ को लेकर भी कांग्रेस किसानों के बीच जाएगी। उन्होंने बताया कि पार्टी किसानों के लिये बिजली की दरें आधी करने और पूर्ण कर्जमाफी को लेकर भी सड़कों पर उतरेगी।
गुरुवार, 23 जनवरी 2020
फरवरी से जोर पकड़ेगा कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में आंदोलन
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