नयी दिल्ली, 14 फरवरी, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव के समय सैनिकों के शौर्य, शहादत और वीरता का इस्तेमाल करती है और फिर उन्हें भूल जाती है इसलिए पुलवामा के शहीदों के परिजन एक साल बाद भी दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा सेना तथा उनके शौर्य और बलिदान का राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करना जानती है। चुनाव के समय और उसके बाद सैनिकों के प्रति उसका रवैया बदल जाता है। चुनाव के समय भाजपा कहती है ‘हम हैं साथ-साथ’ और चुनाव खत्म होने के बाद कहती है ‘हम अापके हैं कौन।’ उन्होंने कहा कि किस तरह से भाजपा सैनिकों की शहादत को भुला देती है, इसका उदाहरण पुलवामा में शहीद हुए सैनिक की विधवा संजू देवी हैं जो सरकार से पूछ रही हैं कि उसने एक साल पहले पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये तथा नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अब तक यह वादा पूरा नहीं किया है। इसी तरह का दूसरा उदारहण कौशल कुमार रावत की पत्नी हैं, जिनका कहना है कि शहादत के बाद जब उनके पति की चिता जल रही थी तो फोटो खिंचवाने भाजपा के कई प्रमुख नेता पहुंच गये थे और कई वादे किए थे लेकिन अब एक साल हो गया है, अब तक उन्हें न तो 25 लाख रुपए मिले और न ही नौकरी मिली है। प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि भाजपा शहीदों के परिजनों की पुकार नहीं सुन रही है। सैनिकों के प्रति भाजपा का वसूल है कि सैनिकों का इस्तेमाल करो और उसके बाद उन्हें उनके हाल पर छोड़ दो। उनका कहना था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर भाजपा सिर्फ इस्तेमाल करना जानती है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले को लेकर भाजपा सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं लेकिन वह चुप्पी साधे है। भाजपा काे बताना चाहिए कि इस मामले में हुई खुफिया चूक, सूचना को गृह मंत्रालय द्वारा नजरअंदाज करने तथा आईईडी का भारत की धरती पर पहुंचने का जिम्मेदार कौन है और पुलिस अधिकारी देवेंदर सिंह की इसमें क्या भूमिका रही है। सरकार काे यह भी बताना चाहिए इस घटना की जांच हो रही है या नहीं और अगर हो रही है तो इसकी रिपोर्ट कब तक आयेगी।
शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020
राजनीति के लिए भाजपा करती है सैनिकों का इस्तेमाल: कांग्रेस
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