पटना में जीपीओ गोलंबर से बुद्धा स्मृति तक निकला मार्च, कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करो.भाकपा-माले व इंसाफ मंच ने दिल्ली में शांति व न्याय के लिए पूरे बिहार में मार्च निकाला.
पटना , दिल्ली जनसंहार व हिंसा के जिम्मेवार गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे, कपिल मिश्रा की गिरफ्तारी और दिल्ली में तत्काल अमन व शांति बहाल करने की मांग पर भाकपा-माले व इंसाफ मंच के दो दिवसीय राज्यव्यापी प्रतिवाद के तहत आज पटना में जीपीओ गोलबंर से बुद्धा स्मृति पार्क तक शांति व न्याय मार्च निकाला गया और फिर सभा का आयोजन किया गया. सभा में सबसे पहले दिल्ली हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. राजधानी पटना के अलावा बेतिया, हिलसा, पटना ग्रामीण के पुनपुन, भभुआ, आरा, सिवान, बक्सर के डुमरांव आदि जगहों पर भी मार्च का आयोजन किया गया. पटना में मार्च का नेतृत्व भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, विधायक दल के नेता महबूब आलम, विधायक सुदामा प्रसाद, केंद्रीय कमिटी की सदस्य सरोज चैबे, शशि यादव, इंसाफ मंच के नसीम अंसारी, अनिता सिन्हा, पन्नालाल, समता राय, मधु आदि नेताओं ने किया. जबकि कार्यक्रम का संचालन पार्टी की केंद्रीय कमिटी के सदस्य व नगर सचिव अभ्युदय ने किया. राजधानी पटना में मार्च के उपरांत बुद्धा स्मृति पार्क पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. धीरेन्द्र झा ने कहा कि भाकपा-माले दिल्ली में भाजपा-आरएसएस के गुंडों द्वारा दिल्ली पुलिस की खुलेआम सरपरस्ती में चल रहे हिंसक अभियान और आगजनी की कड़ी निंदा करता है. भाजपा-आरएसएस के गुंडों द्वारा जारी इस हिंसा में कई जानें जा चुकी हैं और दर्जनों लोग बुरी तरह घायल हुए हैं, गाड़ियां, दुकानें जलाई जा चुकी हैं. लोगों की जान और आजीविका दोनों ही खतरे में हैं. बिहार के आरा के भी एक निर्दोष लड़के की मौत की खबर मिल रही है, जो वहां मिल में काम करता था. हम इस जनसंहार, दंगे और आगजनी को उकसाने के जिम्मेवार भाजपा नेता कपिल मिश्रा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं. हम मांग करते हैं कि दोषियों पर फौरन कार्यवाही की जाए और शांति की बहाली की जाए. विधायक महबूब आलम ने कहा कि यह बहुत शर्मनाक है कि जिस जज ने दिल्ली में नफरत भरे बयाने देने वाले भाजपा नेताओं पर मुकदमा दायर करने का आदेश दिया था, उनका मध्यरात्रि में तबादला कर दिया गया. इससे स्पष्ट हो गया कि भाजपा के लोग दिल्ली में 2002 का गुजरात माॅडल दुहराना चाहते हैं. अन्य वक्ताओं ने कहा कि हम मुल्क के तमाम अमन-पसंद लोगों से अपील करते हैं कि वे राजधानी में चल रही इस राज्य प्रायोजित भाजपा नीत साम्प्रदायिक हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं. हम संविधान और नागरिकता पर हो रहे इन हमलों के खिलाफ, विभाजनकारी सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ चल रहे शांतिपूर्ण प्रतिरोध प्रदर्शनों का समर्थन करते हैं. ये प्रदर्शन राज्य दमन और फासीवादी हिंसा के बावजूद बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे हैं. इन प्रदर्शनों को साम्प्रदायिक रंग देकर राजधानी की जनता को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की भाजपा की कोशिशों को हाल के विधानसभा चुनावों में जनता ने करारा जवाब दिया है. अपनी हार से बौखालाए मोदी-शाह अब ये कोशिश कर रहे हैं कि इन शांतिपूर्ण प्रतिरोध प्रदर्शनों के जवाब में दिल्ली की सड़कों पर खून बहाया जाए. हम ऐसे हर प्रयास का पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं.
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