स्त्री और पुरूष के अतिरिक्त हमारे समाज में एक और लिंग के लोग रहते हैं जिन्हें समाज में छक्का, हिजड़ा, किन्नर, मामू, बायक्का, थर्ड जेंडर, तृतीयलिंगी, उभयलिंगी, आदि के नामों से जाना जाता है। यह तृतीय लिंगी समाज हाशिये पर जीवन जीते हुए अपनी अस्मिता और जीवन दोनों को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।
पटना, 05 फरवरी। सामाजिक संस्था दोस्तानासफर बिहार के बैनर तले आज 4 फरवरी से पटना जंक्शन परिसर में बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के खिलाफ नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत की जाएगी। यह जानकारी किन्नर कला जत्था दोस्तानासफर बिहार की संयोजिका रेशमा प्रसाद ने दी हैं। पटना जिले के सभी पंचायतों में किन्नर कला जत्था दोस्तानासफर की टीम के द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है इसमें महिला विकास निगम का सहयोग होगा। किन्नर कला जत्था दोस्तानासफर बिहार की संयोजिका रेशमा प्रसाद ने बताया कि प्रथम चरण में पटना जिले के 83 पंचायतों में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।इसके बाद विश्लेषण कर नाकारात्मक व साकारात्मक परिस्थितियाें में सुधार लाकर द्वितीय चरण में प्रवेश किया जाएगा। आगे बताया कि एक किन्नर कला जत्था टीम में 12 ट्रांसजेंडर साथी रहते हैं,उनके ही बल पर अभियान केन्द्रित है। आजका कार्यक्रम है 4 फरवरी समय 1:00 पटना जंक्शन बाहरी परिसर में यह कार्यक्रम होगा।महिला विकास निगम केपरियोजना निदेशक झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।मालूम हो कि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के अंतर्गत संचालित है बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के लिए यह जागरूकता कार्यक्रम महिला विकास निगम समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार के द्वारा संचालित है और सभी पंचायतों में जाकर के इन्हीं मुद्दों पर नुक्कड़ नाटक के द्वारा जागरूकता की जाएगी पूरे पटना में किन्नर कलाकारों के द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुतियां की जाएंगे जिसमें गीत संगीत और नुक्कड़ भी होंगे। स्त्री और पुरूष के अतिरिक्त हमारे समाज में एक और लिंग के लोग रहते हैं जिन्हें समाज में छक्का, हिजड़ा, किन्नर, मामू, बायक्का, थर्ड जेंडर, तृतीयलिंगी, उभयलिंगी, आदि के नामों से जाना जाता है। यह तृतीय लिंगी समाज हाशिये पर जीवन जीते हुए अपनी अस्मिता और जीवन दोनों को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।

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