मंगलवार को दशा-दिशा बिगड़ गयी
पटना,05 फरवरी। सफाईकर्मियों की हड़ताल का व्यापक असर पड़ने लगा है। सोमवार को कुछ गली-मोहल्लों में सुबह-सुबह सफाई का काम शुरू हुआ भी तो आठ बजते-बजते गंदगी उठाने का काम पूरी तरह ठप हो गया। मंगलवार को दशा-दिशा बिगड़ गयी।पूर्णरूप से नगर विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा उठाए गए आक्रोशित हड़ताली सफाईकर्मियों ने शहर के मुख्य चौराहों को टारगेट कर वहां कूड़ा उड़ेल दिया। डाकबंगला चौराहा, कोतवाली टी प्वाइंट, मौर्यालोक के सामने आदि में मुख्य सड़क पर कूड़ा डाल दिया। बेलीरोड में जगदेव पथ से आशियाना मोड़ के बीच कचरा फेंककर सड़क को गंदा कर दिया। नाला रोड के बड़े भाग में मुख्य सड़क पर गोबर डाल दिया गया, जिसके कारण आम नागरिकों को काफी परेशानी हुई। घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन के तहत मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स स्थित नगर निगम मुख्यालय में कर्मचारियों का हंगामा देर शाम तक जारी रहा। नगर विकास एवं आवास विभाग का आउटसोर्सिग की प्रक्रिया को 31 मार्च तक स्थगित किए जाने के आदेश के बाद भी सफाईकर्मी आक्रोश में दिखे। अपर नगर आयुक्त सफाई शीला ईरानी ने कहा कि सफाई कर्मियों की मांग पटना नगर निगम से नहीं है। सफाई कर्मी हमारे परिवार की तरह हैं। हमलोग उनके साथ हैं। नगर विकास एवं आवास विभाग को उनकी मांगों पर विचार करना है। हमलोग प्रयासरत हैं कि हड़ताल जल्द से जल्द टूटे और शहर की सफाई व्यवस्था सामान्य हो जाए।
मेयर ने बुलाई निगम पार्षदों की बैठक: पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू ने बुधवार को निगम पार्षदों की विशेष बैठक बुलाई है। बांकीपुर अंचल में बैठक दोपहर दो बजे से होगी। बैठक में दैनिक मजदूरों के पक्ष में फैसले लिए जाएंगे।
नगर आयुक्त नहीं आए मुख्यालय: पटना नगर निगम के आयुक्त अमित पांडेय सोमवार को नगर निगम मुख्यालय नहीं आए। वह दिनभर स्मार्ट सिटी कार्यालय में बैठे रहे जबकि कर्मचारी नगर आयुक्त के आने का इंतजार करते रहे।
मौर्यालोक की दुकानें रहीं बंद, पुलिस बनी रही मूकदर्शक:
सफाईकर्मियों के प्रदर्शन के कारण मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स के दुकानदार दिन भर खाली बैठे रहे। आधी से अधिक दुकानें तो बंद रहीं जो खुली भी तो ग्राहक नदारद दिखे। प्रदर्शनकारियों के कारण पूरा मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स भरा रहा। वाहनों को मौर्यालोक के अंदर ले जाने में भी परेशानियां हुई। व्यवसायी सफाईकर्मियों के आंदोलन से परेशान रहे।सफाईकर्मियों के सामने पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। निषेध इलाके में प्रदर्शन के बावजूद बल का प्रयोग नहीं किया गया। पुलिस प्रशासन घोषणा करता रह गया कि आम जनों को परेशानी हो रही है, इस क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है। कृपया स्थल खाली कर दें। बावजूद कर्मचारी टस से मस नहीं हुए।
सफाईकर्मियों को स्थायी करे सरकार : चंद्रप्रकाश
पटना नगर निगम स्टाफ यूनियन के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि सरकार सफाईकर्मियों को स्थायी करे। किसी भी स्थिति में इन्हें नहीं हटने दिया जाएगा। मांगे माने जाने तक शहर का सफाई कार्य ठप रहेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि नियमित कार्य करने वालों को समान कार्य के लिए समान वेतन देना है। इस आदेश पर ध्यान नहीं गया। निगम ने सफाईकर्मियों को नियमित करने का भी कार्य शुरू कर दिया है। 112 मजदूर स्थायी कर दिए गए हैं, जबकि 400 को स्थायी करने की प्रक्रिया चल रही है।
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