नयी दिल्ली, 30 मार्च, देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के 92 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1071 हो गयी हैं और चार मरीजों की मौत हो जाने से इस वायरस की चपेट में आकर मरने वालों का आंकड़ा 29 रिपीट 29 तक पहुंच गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के कल 106 नये मामले सामने आए थे और छह मरीजों की मौत हुई थी जिससे लगता है कि लाॅकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का कड़ाई से पालन कराने के कुछ सकारात्मक नतीजे सामने आये हैं। अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 99 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि जिन चार मरीजों की मौत हुई है, उनकी उम्र ज्यादा थी और उनका कोरोना वायरस के मरीज से संपर्क का इतिहास भी था। उन्होंने बताया कि इस समय देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार का ध्यान कोरोना वायरस से अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों पर है और सभी राज्यों के साथ मिलकर कम्युनिटी सर्विलांस, अत्यधिक संपर्क ट्रेसिंग जैसे प्रयासों पर हैं और लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेन्सिंग के पालन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर यूरोप और अन्य विकसित देशों की बात की जाए तो हम उनके मुकाबले बेहतर स्थिति में है और हमें 100वें मामले से एक हजार की संख्या में आने में 12 दिन का समय लगा है जबकि इतनी अवधि में उनके यहां तीन से आठ हजार के बीच मामले सामने आ गए थे। हमारे देश में सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का सख्ती से इस्तेमाल होने के कारण नये संक्रामक मामलों में थोड़ा सुधार देखा जा सकता है लेकिन इसके लिए जनता को अलर्ट रहना होगा क्योंकि एक व्यक्ति की लापरवाही भी अब तक की सारी मेहनत को बेकार कर सकती है। इसके अलावा हमें यह भी समझना होगा कि हम एक ऐसी संक्रामक बीमारी का सामना कर रहे हैं जिसकी फैलने की दर बहुत अधिक है और एक छोटी असावधानी भी काफी भारी पड़ सकती है। श्री अग्रवाल ने बताया कि सरकार देश में आवश्यक वस्तुओं को आपूर्ति और लॉक डाउन के पूरे पालन को सुनिश्चित करने पर भी ध्यान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि देश में मास्क, वेंटीलेटर और अन्य सामग्री व्यापक स्तर पर बनाने का काम शुरू हो चुका हैं और शनिवार को बाहर से ऐसे सामान की एक बड़ी खेप भारत आई हैं और केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 10 सशक्तीकरण समूह बनाये हैं जिनमें सचिव स्तर के सभी अधिकारियों को सम्मिलित किया गया हैं। ये सभी देश के विभिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आइसोलेशन बेड क्वारंटीन, मेडिकल सप्लाई सुनिश्चित करने, मानव संसाधन को अपग्रेड करने जैसे विषयों पर निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति अभी स्थानीय स्तर है और सामुदायिक स्तर पर संक्रमण नहीं फैला है। लोगों को दहशत में आने के बजाय सावधानी बरतनी है क्योंकि इसके 80 प्रतिशत मरीज ही ठीक हो जाते हैं और 20 प्रतिशत मरीज जिनमें पहले से ही दिल,गुर्दे, मधुमेह, उच्च रक्त चाप आदि गंभीर बीमारियां होती हैं, उनके इलाज में अस्पताल में अतिरिक्त सावधानी बरती जाती है ।
मंगलवार, 31 मार्च 2020
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 92 नये मामले, चार मरीजों की मौत
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