बेगूसराय : अपने लक्ष्य को प्राप्तकर गौरवान्वित हुआ गौरव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 14 मार्च 2020

बेगूसराय : अपने लक्ष्य को प्राप्तकर गौरवान्वित हुआ गौरव

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अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) जिला बेगूसराय,शाम्हो प्रखंड के अकबरपुर चालीस निवासी प्राइवेट शिक्षक फुलेंद्र कुमार और गृहणी वीणा देवी के पुत्र गौरव कुमार ने अपने जी तोड़ मिहनत से यह साबित कर दिया कि इन्सान के लिए कुछ भी मुश्किल नहीं,बशर्ते कि वो कुछ करने की जिद्द पर आ जाए और लगन के साथ लक्ष्य को साधकर ईमानदारी से कर्म करे। बेगूसराय की धरती में इतनी उर्वरा शक्ति है कि इस माटी से अनेकों नायाब रत्न अवतरित हुए और देश विदेश में अपने नाम,कुल-वंश,नगर-बस्ती के साथ साथ देश के नामों का भी परचम लहराया।ऐसे में ही एक नाम आता है गौरव कुमार का।जैसा कि नाम है गौरव कुमार तो अपने नामाकूल काम भी करके दिखला दिया।जी हाँ गौरव ने एक बार फिर देश में अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है।गौरव ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग में देश में प्रथम स्थान लाया है।भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली द्वारा जारी ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विषय में गौरव को 76.67 % अंक प्राप्त हुआ।जिससे गौरव को देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने का गौरव मिला है।वहीं ऑल ओवर ब्रांच में गौरव को 1000 में 1000 अंक प्राप्त हुआ जिससे उसमें भी टॉपर छात्र रहा।परीक्षाफल की जानकारी मिलते ही परिजनों के साथ साथ इष्टमित्रों में भी खुशी की लहर फैल गई,सभी मिठाई,बुके के साथ अपने अपने खुशी और अपनेपन का इजहार करने मशगुल हैं सभी।

गौरव के पढ़ाई का सफरनामा :-
2013 में विकास विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा दिया था,जिसमें उसे 9.4 सीजीपीए अंक प्राप्त हुए थे। जबकि इंटर की परीक्षा 2015 में बिहार बोर्ड से बीएसएस कॉलेजिएट स्कूल से दिया तथा उसमें 80.4 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे।इंटर करने के बाद आईआईटी धनबाद में पेट्रोलियम ब्रांच में एडमिशन हुआ।2019 में वहाँ से पास आउट होने के बाद गौरव ने दिल्ली के एक मल्टीनेशनल कंपनी में लगी नौकरी को छोड़कर गेट परीक्षा की तैयारी करने लगा,क्योंकि गौरव को अभिमान नहीं,पूर्ण विश्वास था खुद पर कि की वह गेट का एग्जाम भी निकाल लेगा। अब वह पूरे देश के टॉपर बन गये है। गौरव ने बताया कि परिणाम आने के बाद अब कुछ दिन नौकरी करेंगे तथा नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी करेंगे। गौरव आईएएस ऑफिसर बन देश सेवा की तमन्ना संजोए हैं। 

कहते हैं न कि :-

लहरों से डरकर नौका पार नही होती 
कोशिश करनेवालों की कभी हार नहीं होती।

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