पटना,26 अप्रैल। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वज्रपात (आकाशीय बिजली) से सारण में नौ, जमुई में दो और भोजपुर जिले में एक व्यक्ति की मृत्यु पर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हुये वज्रपात की तीव्रता काफी अधिक थी। लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में थे इस कारण ऐसी तीव्रता वाले वज्रपात से संभवतः क्षति कम हुयी है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें। मुख्यमंत्री ने अपील करते हुये कहा कि लोग धैर्य रखें, सचेत रहें, सतर्क रहें, तभी स्वस्थ रहेंगे। लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुये घरों में रहें और सुरक्षित रहें। बिहार के सारण जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खलपुरा और मखदूम गंज के बीच दियारे में रविवार की सुबह एक झोपड़ी के पास ठनका गिरने से उसमें छिपे 9 लोगों की मौत हो गई जिसमें बाप- बेटे भी शामिल हैं। मृतकों की संख्या अभी बढ़ भी सकती है। इस दौरान लगभग 7 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। सभी झुलसे हुए लोगों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। सभी लोग दियारे में जमीन की मापी व सब्जी की खेती के लिए गए थे। सामाजिक कार्यकर्ता मंतोश कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि जमुई जिला के अगहरा बरूअट्टा पंचायत के अभयपुर गांव के निवासी महादलित पारों मांझी के पुत्र की मौत वज्रपात से हो गयी।इसी जिले एक और व्यक्ति की भी मौत हो गयी है।
सोमवार, 27 अप्रैल 2020

बिहार : रविवार को वज्रपात (आकाशीय बिजली) से 12 लोग मरे
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें