वैश्विक महामारी और राष्ट्रीय आपदा कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने केंद्र के साथ राज्य सरकार ने भी कई तैयारियां की हैं. संक्रमित लोगों के बेहतर इलाज किए जाने को लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर अब सरायकेला जिले में कोविड-19 अस्पताल बनाए जा रहे हैं.
सरायकेला/जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) कोरोना संक्रमण रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने भी तैयारियां कर ली हैं. संक्रमित लोगों की सहायता और इलाज किए जाने को लेकर जिले में चार अस्पतालों को स्पेशल कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है. कोरोना महामारी से निपटने जिले में 4 अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित कर लिया गया है. जहां आधुनिक सुविधाओं के साथ जीवन रक्षक वेंटिलेटर, हाई डेफिनेशन यूनिट वार्ड, पल्स ऑक्सीमीट्री, ऑक्सीजन, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था मौजूद है. वहीं कोरोना संक्रमित मरीजों के आने के बाद उनके इलाज में तैनात डॉक्टर और पारा मेडिकल कर्मचारियों के लिए भी इन स्पेशल अस्पतालों में प्रचुर मात्रा में सर्जिकल मास्क, पीपीई किट, हैंड सैनिटाइजर समेत अन्य जरूरी उपकरण भी स्थापित कर दिए गए हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोणा से निपटने के लिए बनाए गए कोविड-19 स्पेशल अस्पतालों में आउटडोर पेशेंट यानी ओपीडी पूरी तरह बंद कर दिया गया है, ताकि इन अस्पतालों में आने वाले लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके. इसके अलावा इन अस्पतालों में कोविड-19 के साथ-साथ सिर्फ आपातकाल की सुविधा और इलाज होंगे. वहीं इन अस्पतालों में डॉक्टरों के साथ पारा मेडिकल स्टाफ को भी ट्रेनिंग दिया जा रहा है. सरायकेला जिले के ईएसआईसी कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल को प्रमुख रूप से कोविड-19 स्पेशल अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है इसके साथ साथ ट्रिपल वन सेव लाइफ अस्पताल, मेडीटरीना अस्पताल, ब्रह्मानंद नारायण अस्पताल भी स्पेशल अस्पताल के रूप में चिन्हित है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी अस्पतालों को जरूरी मशीन उपकरण आदि तैयार रखने को कहा है. ताकि कोरोना महामारी से संभावित विपरीत परिस्थिति में बेहतर सहायता उपलब्ध हो सके. देश भर के साथ-साथ राज्य और सरायकेला जिले में भी भारतीय महामारी अधिनियम और राष्ट्रीय आपदा प्रबंध अधिनियम के तहत कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सभी कारगर उपाय किए जा रहे हैं
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