- कोटा में फंसे छात्रों के परिजनों की सरकार से गुहार, आर्यावर्त के माध्यम से की छात्रों के वापसी की अपील
कोविड 19 को लेकर लॉकडाउन में झारखंड के सैकड़ों छात्र राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं. उनका मुख्यमंत्री को बार बार ट्वीट करने के बावजूद कोई रिस्पॉन्स नहीं मिलने पर जमशेदपुर में रहने वाले छात्रों के परिजनों ने आर्यावर्त संवाददाता से आस लगाई है.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) झारखंड के हजारों छात्र लॉकडाउन में राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं. जिनमें जमशेदपुर के रहने वाले सैकड़ों छात्र है, जो वर्तमान में परेशानी का सामना कर रहे हैं. दरअसल जमशेदपुर के रहने वाले एक ही परिवार के 5 छात्र कोटा में फंसे हुए हैं जिनके परिजन बार-बार सरकार प्रशासन से छात्रों को वापस लाने की अनुमति मांग रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है ऐसे में छात्र के परिजन अब तनाव में है. गौरतलब है कि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक की पहल पर 12 छात्र कोटा से झारखंड लौटे हैं. वहीं कोटा में फंसे छात्र के परिजन आशुतोष सिंह ने आर्यावर्त संवाददाता को बताया है कि जमशेदपुर के सौ से ज्यादा छात्र कोटा में फंसे हुए हैं, जबकि दूसरे प्रदेश के छात्रों को प्रदेश की सरकार ने व्यवस्था कर वापस अपने प्रदेश बुला लिया है लेकिन झारखंड सरकार से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है. परिजनों ने आर्यावर्त को इस मुद्दे को सरकार के सामने लाने की सराहना की है. उन्होंने बताया कि छात्रों ने सीएम को कई बार अपने प्रदेश वापसी के लिए व्यवस्था करने के लिए ट्वीट किया लेकिन कोई रिस्पॉन्स नही मिला. ऐसे में छात्रों में मानसिक तनाव है फोन पर बात करते वक्त वह यही पूछते हैं कि कब घर लौटेंगे. छात्र के परिजनों ने कहा कि जब एक विधायक की पहल पर 12 छात्र आ सकते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री को पहल करने की जरूरत है जिससे छात्र सुरक्षित वापस अपने प्रदेश लौट सके.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें