लोकल अधिकारियों का सहयोग लिया जा रहा है कि बेहतर स्थिति में समानों को वितरण कर सके। अभी तक मुंगेर जिले के बरियारपुर और नालंदा जिले के सिलाव में वितरण करने की अनुमति मिली है।उन्होंने आशा व्यक्त किये कि अन्य जिलों के अधिकारी जरूर ही अनुमति प्रदान कर देंगे....
पटना,10 अप्रैल (आर्यावर्त संवाददाता) । पटना महाधर्मप्रांत में है सेवा केंद्र।इस केंद्र में है बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी। बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी के निदेशक फादर अमल राज ने बताया कि हमलोगों ने ग्रामीण पल्ली के माध्यम से 850 परिवारों के बीच में 20 किलोग्राम चावल, 3 किलोग्राम और 1लीटर तेल वितरित कर दिये हैं।लोग जाने-पहचाने किराने की दुकानों से राशन इकट्ठा करते हैं।उसके बाद सोसाइटी के द्वारा दुकानदार को राशि भुगतान कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से लोग परेशान हो रहे हैं। संपूर्ण लॉकडाउन के कारण कामकाज बंद है।ऐसी परिस्थिति में नागरिकों का दायित्व बनता है कि गरीब व जरूरतमंद लोगों की सहायता करें।इसके आलोक में बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी के सदस्यों ने वितरण का दायरा बढ़ाने का निश्चय किया है। उन्होंने कहा कि लोकल अधिकारियों का सहयोग लिया जा रहा है कि बेहतर स्थिति में समानों को वितरण कर सके। अभी तक मुंगेर जिले के बरियारपुर और नालंदा जिले के सिलाव में वितरण करने की अनुमति मिली है।उन्होंने आशा व्यक्त किये कि अन्य जिलों के अधिकारी जरूर ही अनुमति प्रदान कर देंगे। मालूम हो कि केंद्र सरकार जनधन योजना के तहत महिला खाताधारियों के खाता में 500 रूपये डाल दी है। वहीं राज्य सरकार पीडीएस खाताधारकों के खाता में राशन खरीदने के लिए 1000 रू.डाल दी है।
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