स्वास्थय सम्बन्धी चिंता के सन्दर्भ में एक सर्वे आधारित शोध अध्ययन
गोवा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट में कार्यरत डॉ. दिव्या सिंघल एवं डॉ पदमनाभन विजयराघवन ने हाल ही में COVID-19 लॉकडाउन पीरियड के दौरान भारतीय जनता द्वारा अपनाई "कोपिंग स्ट्रेटेजीज", स्वास्थय सम्बन्धी चिंता के सन्दर्भ में एक सर्वे आधारित शोध अध्ययन किया है ! कुल २३१ उत्तरदाताओं ने इस सर्वे में भाग लिया ! यह सर्वे २४ मार्च से ३० मार्च के दौरान लोगों द्वारा स्वेच्छा से भरा गया था ! ५०% से जयादा लोगों ने स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति चिंता होने की बात की वहीं ८०% से ज्यादा लोग अपनों के स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिन्तित्त रहे ! घर पर अच्छा विश्राम करना, परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना, पाठन (रीडिंग) में समय बिताना, ऑनलाइन फिल्मों को देखने में अधिक समय बिताना, नया सीखने का विचार, अपनो से संपर्क हेतु तकनीक का प्रयोग, सोशल मीडिया का बढ़ता उपयोग, मेडिटेशन का अभ्यास, घर पर ही योगा और व्यायाम की शुरुआत और हास्यपूर्ण सन्देश और मीम पड़ना और शेयर करना लॉकडाउन पीरियड के दौरान भारतीय जनता द्वारा अपनाई "कोपिंग स्ट्रेटेजीज" का उदाहरण है ! यह गौरतलब है लगभग ८०% उत्तरदाताओं ने यह स्वीकार किया कि वे अब अत्यंत सतर्कता से हाथ धोने लग गये हैं और ऐसा उन्होंने पहले कभी नहीं किया ! इस पेपर को इस लिंक से पढ़ा जा सकता है https://psyarxiv.com/jeksn/ और ये इन्फोग्राफिक आसानी से अध्ययन का सार प्रस्तुत करते हैं
डॉ. दिव्या सिंघल
सहायक प्रोफेसर
गोवा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, गोवा
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