विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 26 अप्रैल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 27 अप्रैल 2020

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 26 अप्रैल

विदिशा स्थित बडे नालों को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की विधायक भार्गव ने

विदिशाः सागर पुलिया के पास खाठू श्याम मंदिर के समीप नाले एवं वैशाली नगर स्थित नाले पर से अतिक्रमण हटाकर नालों का चैडीकरण एवं गहरीकरण करने के लिए विधायक शशांक भार्गव ने पत्र के माध्यम से पुनः पूर्व में दिए गए पत्रों का हवाला देते हुए याद दिलाया की पूर्व में भी दिनांक 28.03.2020 को एवं 17.04.2020 को पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर महोदय को सूचित किया गया था। विधायक भार्गव ने बताया कि कुछ समय पहले पूर्व कलेक्टर महोदय के समक्ष बैठक आयोजित कर तय किया गया था कि विदिशा शहर के सभी नालों को अतिक्रमण मुक्त किया जावे क्योंकि विगत वर्ष में वर्षाकाल में शहर के सभी नालों के आस-पास की कालोनियों में रहवासियों के घरों मे ंपानी भरने की वजह से शहर में बाढ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई थी जिन के घरों में पानी भरा था सरकार द्वारा उन्हें पाॅच-पाॅच हजार रूपये सहायता राशि प्रदान की गई थी करोडों की राहत राशि बांटने के बाद भी वह ऊँट के मुॅह में जीरा साबित हुई।  विधायक शशांक भार्गव ने कलेक्टर महोदय को लिखे पत्र में लिखा है कि वैशाली नगर नाले पर अतिक्रमण हटाकर नाले का चैडीकरण एवं क्षमता अनुसार गहरीकरण करने का कार्य शुरू किया जा रहा था इसी बीच म.प्र. में सरकार बदल गई, 24 मार्च के बाद से ही वहाॅ पर नाले पर अतिक्रमण हटाने का कार्य रोक दिया, जो कि आज तक पुनः प्रारंभ नहीं हो सका जबकि मेरे द्वारा 28 मार्च को एवं 17 अप्रेल को इस कार्य को शुरू करने के लिए वैशाली नगर निवासियों द्वारा दिए गए ज्ञापन एवं मेरे द्वारा लिखित पत्र के माध्यम से कार्य प्रारंभ करने के लिए आग्रह किया गया था उसके बाद भी पुनः कार्य प्रारंभ नहीं किया गया। आज वैशाली नगर के आस-पास की कालोनियों में निवासरत लोगों के घरों में लगे हुए हैण्डपंपों में नाले में पानी भरने की वजह से गंदा एवं झागदार पानी आ रहा है। जिसकी जाॅच आप किसी सक्षम अधिकारी को भेजकर करा सकते हैं आप यह जानते हैं कि गर्मीयों में पंेयजल की समस्या अपना विराल रूप ले लेती है इस समस्या की वजह से नागरिक गंदा पानी पीने के लिए विवश हैं जिसे पीने से पीलिया जैसे घातक रोग होने की शुरूआत हो चुकी है। बरसात का मौसम आने में मात्र 35 से 40 दिन का समय शेष है और वक्त रहते नगर पालिका द्वारा यह कार्य नहीं कराया गया तो बीमारी गंदगी, मच्छरों से आस-पास के लोगों का रहना दुश्वार हो रहा है। 

सफलता की कहानी : मुख्यमंत्री ने कहा मामा हूं काहे का धन्यवाद

vidisha news
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से लौटे मजदूरो से आज रविवार को एनआईसी के वीडियो डेस्कटॉप साफ्टवेयर के माध्यम से सीधी चर्चा कर उनका हाल जाना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशा जिले की सिरोंज तहसील में राजस्थान के सवाईमाधौपुर से लौटे मजदूरो में से भगवन्तपुर के दो युवा मजदूरो से संवाद स्थापित किया और वहां क्या कार्य करते थे और कैसे अपने घर तक सुरक्षित पहुंचे इत्यादि बिन्दुओं पर चर्चा की है। भगवन्तपुर के हाई स्कूल में मौजूद सागीर और फैजान ने अपने स्मरणों को मुख्यमंत्री जी से सांझा किया और सुरक्षित घर तक पहुंचने में राज्य सरकार के द्वारा की गई पहल और मदद के प्रति मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद अभिव्यक्त करने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा ‘‘मामा हूूं काहे का धन्यवाद’’। ज्ञातव्य हो कि सिरोंज तहसील के 28 मजदूर जो राजस्थान के सवाईमाधौपुर में सब्जी बेचकर जीवननिर्वाह कर रहे थे लॉकडाउन के दौरान धंधा बंद होने से आर्थिक स्थिति में गिरावट आई और घर आने की चिन्ता सताने लगी। जिसे राज्य सरकार ने पूरा किया है। कुल 28 लोगो में से 22 लोग ग्राम भगवन्तपुर के तथा एक सिरोंज का तथा पांच ग्राम पठेरा के रहने वाले है। 

अब केवल ई-पास जारी होंगे 

लॉकडाउन अवधि के दौरान आवेदको को आने जाने के लिए पहले लिखित और ई-पास दोनो के माध्यम से अनुमतियां प्रदाय की जा रही थी किन्तु अब केवल ई-पास के माध्यम से ही अनुमतियां प्रदाय की जाएगी। ततसंबंध में जारी आदेश का हवाला देते हुए डिप्टी कलेक्टर एवं ई-पास प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी श्री प्रवीण प्रजापति ने बताया कि सोमवार 27 अपै्रल से शासन द्वारा लॉकडाउन अवधि के दरम्यिन केवल ई-पास अनुमतियों को ही मान्य किया गया है अर्थात सोमवार 27 अपै्रल से लिखित पास मान्य नही होंगे।  नोडल अधिकारी श्री प्रजापति ने बताया कि अधिकतम दस मिनिट में ई-पास जारी होने की प्रक्रिया सम्पादित की जाती है। ई-पास प्राप्ति के लिए mapit.gov.in/covid-19/ पर ऑन लाइन आवेदन कर सकते है। मध्यप्रदेश गृह विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार लॉकडाउन पास हेतु निम्नलिखित श्रेणियों में आवेदन किए जा सकते है। तदानुसार खाद्यान्न उपार्जन एवं अन्य अतिआवश्यक सेवाओं हेतु ऐसे नागरिक, संस्था के प्रतिनिधि जो खाद्यान्न उपार्जन एवं उसकी अनुषांगिक गतिविधियों तथा अत्यावश्यक सेवाओं के लिए एक जिले से दूसरे जिले अथवा एक जिले से अन्य राज्यों में आवागमन हेतु तथा अत्यावश्यक सेवाओं से संबंधित सामग्री के डोर-टू-डोर वितरण के लिए ऐसे व्यक्ति, संस्थाएं, कंपनी जो एक जिले से दूसरे जिले में या एक से अधिक जिलो में नागरिकों के लिए अतिआवश्यक सेवाओं से संबंधित सामग्री, सामग्रियों को डोर-टू-डोर वितरण व्यवस्था में कार्यरत हो। परिवहनकर्ताओं हेतु ऐसे परिवहनकर्ता जिन्हें विभिन्न प्रकार की सामग्रियों को मध्यप्रदेश में एक जिले से दूसरे जिले अथवा अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश में सामग्री लाने या मध्यप्रदेश से कच्ची सामग्री अन्य राज्यों में ले जाने के लिए परिवहन करना हो इसके अलावा व्यक्तिगत, आपातिक कार्य के अंतर्गत यदि नागरिकों को पर्सनल एमरजेन्सी से आवागमन करना हो तो वे आवेदन कर सकते है। 

पास जारी करने की प्रक्रिया
नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवीण प्रजापति ने बताया कि ई-पास जारी करने के लिए शासन के द्वारा जो प्रक्रिया निर्धारित की गई है के अनुसार यदि आवेदक द्वारा इन्दौर, भोपाल एवं उज्जैन जिले से या इन जिलो के लिए पर्सनल इमरजेन्सी डेथ या पर्सनल इमरजेन्सी अन्य उद्वेश्य से आवेदन किया जाता है तो सर्वप्रथम उस आवेदन को संबंधित जिला अधिकारी द्वारा राज्य स्तरीय अधिकारी को अनुशंसित किया जाएगा। राज्य स्तर से अनुमोदन प्राप्त होने के पश्चात् जिला अधिकारी पास की हस्ताक्षरित प्रति अपलोड कर सकेंगे। उक्त तीनो जिलो से संबंधित अन्य श्रेणी के आवेदनो का निराकरण संबंधित जिलो के जिला स्तरीय अधिकारी द्वारा किया जाएगा। अन्य जिलो के लिए सभी श्रेणी के आवेदनों पर संबंधित जिला स्तर के अधिकारी द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा। अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश में आने हेतु किए गए आवेदन की अनुमति गंतव्य जिले के जिला स्तर अधिकारी द्वारा दी जाएगी। परंतु प्राप्त आवेदन यदि पर्सनल इमरजेन्सी डेथ या पर्सनल इमरजेन्सी अन्य उद्वेश्य के लिए इन्दौर, भोपाल, उज्जैन जिले के हेतु है तो आवेदन का निराकरण बिन्दु क्रमांक एक पर दिए गए निर्देशो अनुसार किया जाएगा। इन्दौर, भोपाल, उज्जैन के लिए वर्तमान स्थिति में प्रवासी श्रेणी के आवेदन स्वीकृत नहीं किए जाएंगे। 

6885 शिकायतो का निराकरण 

लॉकडाउन अवधि के दौरान आवेदकों के द्वारा टोल फ्री नम्बर 104 पर अब तक 7067 शिकायते दर्ज कराई गई है कि जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी  एवं डिप्टी कलेक्टर श्री लोकेन्द्र सरल ने बताया कि कुल शिकायतों में से 6885 शिकायतो का मौके पर निराकरण किया जा चुका है। रविवार को कुल 96 शिकायते प्राप्त हुई थी जिनमें से 83 शिकायतो का निराकरण किया जा चुका है। 

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