नालंदा : डीएम, एसपी, सीएस समेत जिले के 30 पदाधिकारी होम क्वारंटाइन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 20 अप्रैल 2020

नालंदा : डीएम, एसपी, सीएस समेत जिले के 30 पदाधिकारी होम क्वारंटाइन

बिहारशरीफ पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसको लेकर अस्पताल के डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों में हड़कंप मच गया है। नालंदा के सिविल सर्जन ने कहा है कि वे अब अपनी भी कोरोना जांच कराएंगे……
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नालंदा,20 अप्रैल (आर्यावर्त संवाददाता) बिहारशरीफ में है सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र। इस केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पाॅजिटिव होते ही जिला में हंगामा मच गया है। डीएम, एसपी, सीएस समेत जिले के 30 पदाधिकारियों के जांच के लिए सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट आने तक सभी होम क्वारंटाइन रहेंगे। बीडीओ व सीओ, सदर अस्पताल के डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी आदि के भी सैम्पल लिए जा रहे हैं। बताते चले कि दुबई से बीते 22 मार्च को लौटे युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसके संपर्क में आए लोगों के संक्रमित होने का सिलसिला जारी है। रविवार को इस युवक के संपर्क में आने वाले चार और कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें बिहारशरीफ सदर पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर भी शामिल हैं। डॉक्टर ने अलावा पॉजिटिव मिले मरीजों की उम्र 12,18 व 22 है। डॉक्टर में कोरोना पॉजिटिव मिलने से सदर अस्पताल में कार्यरत सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह सहित तमाम चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया है। डॉक्टर के संपर्क में आए डीएम-एसपी, सीएस सहित ढाई दर्जन अफसरों की जांच कराई जा रही है। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। इसमें दो ठीक हो चुके हैं। बिहारशरीफ में सदर पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पॉजिटिव होते ही जिला व पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। डॉ. डीएम-एसपी के साथ बैठक में शामिल हुए थे। कई वरीय पदाधिकारी भी थे। स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत कुमार ने बताया कि डीएम, एसपी, सीएस समेत जिले के 30 पदाधिकारियों के जांच के लिए सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट आने तक सभी होम क्वारंटाइन रहेंगे। बीडीओ व सीओ, सदर अस्पताल के डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी आदि के भी सैम्पल लिए जा रहे हैं। नालंदा के सर्जन डॉ राम ङ्क्षसह ने पीएचसी प्रभारी के संक्रमित होने की पुष्टि की है। जिले में डॉक्टर के अलावा जो तीन अन्य पॉजिटिव मिले हैं उनकी उम्र 12, 18 व 22 वर्ष है। तीनों बिहारशरीफ के शेखाना मोहल्ले के रहने वाले हैं, दुबई से आए युवक के सम्पर्क में आए थे। सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने ही पीएचसी प्रभारी 55 वर्षीय डॉ. में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। पूरे बिहार में नालंदा जिला के एक डॉ. में कोरोना पॉजिटिव मिलने का पहला मामला है। सीएस के अनुसार सोहसराय थाना के खासगंज निवासी दुबई से आए युवक से 11 अप्रैल को सदर पीएचसी के डॉक्टर सम्पर्क में आए थे संभवतरू उसी से यह वायरस उनमें आया है। इस तरह नालंदा जिले में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 8 हो गई। इसमें एक ही परिवार के छह लोग हो गए। इसमें दो लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले डॉ. भी दुबई से आए युवक का रिश्तेदार बताया जा रहा है। बहरहाल डॉ. में पॉजिटिव मिलने से सदर अस्पताल में कार्यरत सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह के अलावा तमाम चिकित्सक व सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटाइन किया जाएगा। सीएस ने बताया कि यहां के तमाम चिकित्सक व कर्मियों का सैंपल कोरोना जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। 11 अप्रैल से लेकर आज तक इस डॉक्टर के संपर्क में आए तमाम लोगों का पता लगाया जा रहा हैं।

दुबई युवक के संपर्क में आए एक के बाद कुल छह लोग अब तक कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। रविवार को डॉ. में पॉजिटिव पाए जाने के बाद  यह जिला डेंजर जोन में चला गया है। लॉकडाउन में कोरोना का चेन तोड़ने की कोशिश हो रही थी लेकिन यह चेन टूटने के बजाए फेज थर्ड की ओर चला गया। फिलहाल सीएस ने बताया कि पॉजिटिव केस मिलने के बाद खासगंज, शेखाना आदि मोहल्ले में उनके सम्पर्क में आए लोगों को फिर से क्वरंटाइन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नालंदा अब थर्ड स्टेज की ओर बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए हम तमाम जनता को एकजुट होकर सरकार के गाइड लाइन का शक्ति से पालन करना होगा। सदर पीएचसी प्रभारी डॉ. में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर सीएस कार्यालय सहित पूरे अस्पताल को सैनिटाइज कराया गया। सीएस ने खुद भी अपने कमरे के साथ अन्य कर्मियों के बैठने वाले कमरे, बरामदे व मुख्यद्वार का भी पूरी तरह से सैनिटाइज कराया। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर के हर कमरे का सैनिटाइज कराया जाएगा ताकि लोग कोरोना से प्रभावित न हो। बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के महासचिव डाक्टर रंजीत कुमार ने सदर प्रखंड बिहार शरीफ नालंदा के चिकित्सक डाक्टर मोहम्मद जहांगीर के सैंपल के कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद राज्य के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मिंयों में हड़कंप मच गया है। बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने राज्य के चिकित्सकों एवं कर्मिंयों में व्याप्त भय के मद्देनजर स्क्रीनिंग जांच एवं अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों एवं कर्मिंयों के लिए आवश्यक सुरक्षा उपकरण के रूप में पर्याप्त संख्या में ‘ एन95 मास्क‘ एवं पीपीइ तुरंत आपूर्ति किए जाने की मांग की है ताकि सुरक्षित वातावरण में कोरोना महामारी के विरूद्ध लड़ाई जारी रखी जा सके। संघ ने सरकार से आग्रह किया है कि उक्त महामारी के विरूद्ध जान जोखिम में डालकर जूझ रहे चिकित्सकों की दुर्भाग्यवश मृत्यु पर उनके परिवार को पांच करोड़ की क्षतिपूर्ति राशि मुआवजे के रूप में देने की घोषणा हो। कोरोना महामारी में जान जोखिम में डालकर जूझ रहे 60 साल से अधिक उम्र के चिकित्सकों को तुरंत क्वारंटाइन में रखा जाए तथा चिकित्सकों की भारी कमी को देखते हुए राज्य की तकनीकी आयोग से नियुक्ति हेतु प्राप्त आवेदन की सूची प्राप्त कर चिकित्सकों की अविलम्ब एकमुश्त बहाली की घोषणा की जाए। बिहार में रविवार को एक और कोरोना पॉजिटिव केस मिला। हां वह मामूली शख्स नहीं है, बल्कि धरती के भगवान हैं। अभी तक नालंदा जिला के बिहारशरीफ प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में पदास्‍थापित डॉक्‍टर हैं। बिहार में किसी डॉक्‍टर के कोरोना संक्रमित होने का यह पहला मामला है। वैसे, संक्रमित डॉक्‍टर दुबई से लौटे कोरोना संक्रमित युवक के रिश्तेदार हैं। उधर, बक्‍सर में भी दो नए कोरोना मरीज मिले हैं। बिहार में किसी डॉक्‍टर के कोरोना संक्रमित होने के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को उचित सुरक्षा सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जाने पर हो हल्ला होने लगा है। खुद ए.एन.एम., आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बगैर ने प्रोपर सुरक्षा नहीं देने के बावजूद जिंदगी दांव पर लगाकर क्षेत्र में सर्वे के लिए जा रही हैं। वहीं जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी सदृश्य साहब लोग अपने सरकारी व आवासीय चेम्बर में बैठकर  हुक्म पे हुक्म का गोला दागे जा रहे हैं,लेकिन अपने अधीनस्थ कर्मियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोई दिलचस्पी  नहीं ले रहे हैं जिसके कारण सुरक्षा कवच उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।यह आपदा है और आपदा के लिए आवंटित राशि में कितना लूट पाट होता है यह सर्वविदित है।

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