13 रेड जोन में बेगूसराय, भागलपुर,बक्सर, गया, गोपालगंज, कैमूर,मुंगेर, नवादा,नालंदा,सारण,सीवान, रोहतास और पटना भी है। 20 ग्रीन जोन में है। 05 ऑरेंज जोन में है
धनरूआ,27 अप्रैल। पटना जिले में सफलतापूर्वक डोर टू डोर स्क्रीनिंग जारी है।अभी तक जिले में 4,28,741 घरों का सर्वें हुआ है।एक ही रिंग में रिंग करने वाले के समक्ष मेडिकल टीम पहुंच जाती है। लोग जागरूक हो गये हैं कि बाहर से आने वालों को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। बताते चले कि आज सोमवार को धनरूआ थाना क्षेत्र में स्थित महमदपुर गांव में एक बुर्जुग व्यक्ति आ गया।तब महमदपुर गांव के जागरूक लोगों ने तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के पास मोबाइल से खबर दी गयी,कि यहां कोई अनजान व्यक्ति का आगनन हुआ है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने तुरंत महमदपुर गांव मेडिकल टीम भेज दी। महमदपुर गांव में मेडिकल टीम पहुंच गयी। यहां की स्थिति नियंत्रण में नहीं थी । यहां के ग्रामीण क्रोधित होकर अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने लगे। ग्रामीण मरीज को देखने के लिए दबाव डालने लगे।मेडिकल टीम से रोगी खेत में था। जो लगभग 1/2 किमीमीटर की दूरी पर था। टीम को देखकर वह अनजान व्यक्ति दूर भागने की कोशिश करने लगा। एक विशेष जगह से रोगी के पीछे भागना असंभव लगने लगा। टीम के साथ कोई पुलिसकर्मी नहीं थे। तो टीम ने ग्रामीणों से कहा कि मरीज को पकड़ने में सहयोग करें। उसे पकड़कर टीम के पास लेकर आए।कोरोना काल में ग्रामीणों ने अनजान व्यक्ति को पकड़कर लाने में असमर्थता व्यक्त कर साफ इंकार कर दिया। इस बीच ग्रामीण आक्रामक तरीके से बात करना शुरू कर दिया। टीम का ग्रामीण पीछा करने लगे है। इस बीच पुलिस आ गयी। तब जाकर अजीबोगरीब स्थिति समाप्त हो सकी। उसे काफी मेहनत मशक्क करने के बाद वह अनजान व्यक्ति काबू में आ सका। जांच करने पर पता चला कि कोरोना का लक्षण नहीं है और न ट्रैबर्ल्स हिस्ट्री ही है। बता दे कि कोरोना से बचाव व रोकथाम को पटना जिले में अभी तक 4,28,741 (चार लाख, अठाइस हजार, सात सौ इकतालीस) घरों का सर्वे किया जा चुका है। इस कार्य में 914 टीमें व 256 सुपरवाइजर लगाये गये हैं।इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, समेकित बाल विकास परियोजना व नगर निगम के कर्मियों को शामिल किया गया है। मालूम हो कि बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिये हैं कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल कलेक्शन तथा टेस्टिंग एडवांस प्लानिंग के साथ की जाये ताकि संसाधनों का दक्षतापूर्वक उपयोग हो सके। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिये चलाये जा रहे सभी जिलों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग का कार्य गहनता से कराया जाये। इस समय पटना में 39 कोरोना मरीज है।
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