बिहार : प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

बिहार : प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

nitish-join-pm-vc-meeting
अरुण कुमार (बेगूसराय)  कोरोना वायरस पर आयोजित प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बिहार मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के रोकथाम से निपटने में केंद्र राज्य सरकार और आम जनता के सामूहिक प्रयास की सराहना की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यो तथा भविष्य की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुनः सभी लोग के साथ उपयोगी कार्यक्रम में भाग लेने का और कई बिंदुओं पर चर्चा करने का मौका मिला है। इसके अलावा भी प्रधानमंत्री जी से अलग से बातचीत होती रहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी और केंद्र सरकार के पास विभिन्न देशों की सूचनाएं विशेषज्ञों के सुझाव एवं राज्य के अन्य हिस्सों की सूचनाएं प्राप्त होती है जिनके माध्यम से हम लोगों को भी जानकारी मिलती रहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में 14 अप्रैल के पहले राज्य में कोरोना संक्रमण के 66 पॉजिटिव मामले थे और आज तक 290 मामले हो चुके हैं।शुरु में विदेश से आए लोगों के कारण राज्य में कुछ कोरोना संक्रमण के मामले आए उनकी जांच की गई और उनका इलाज भी कराया गया अब तक कोरोना संक्रमित 58 मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौट चुके हैं।राज्य के 22 जिलों के 48 प्रखंडों में कोरोना से संबंधित मामले सामने आए हैं।उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना की जांच के लिए 06 लैब काम कर रहे हैं।जिससे जांच में तेजी आई है उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए हम लोगों ने पूरे राज्य में पल्स पोलियो अभियान की तरह पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग करा रहे हैं अब तक 75 लाख परिवारों के 4 करोड़ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है हम लोगों ने पूरे बिहार में एक-एक घर की जांच का निर्णय लिया है वर्ष 2006 में पूरे राज्य में पल्स पोलियो अभियान चलाया गया था जिससे राज्य से पोलियो का उन्मूलन हुआ था जिसकी प्रशंसा सभी जगह हुई थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के कोटा में कोचिंग संस्थान में बिहार के छात्र भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं कुछ राज्य अपने छात्रों को यहां से वापस बुलाए हैं सोशल मीडिया के माध्यम से कोटा के छात्रों के संबंध में कई तरह की बातें सामने आ रही है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के गाइड लाइन के अनुरूप हम लोग लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं,जब तक नियमों में संशोधन नहीं होगा तब तक किसी को भी वापस बुलाना संभव नहीं है। केंद्र सरकार इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करें ।कोटा ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी बिहार के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं,इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में बिहार के लोग जो बाहर फंसे हैं उन्होंने फोन के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग स्थानिक आयुक्त के कार्यालय बिहार भवन नई दिल्ली और मुख्यमंत्री कार्यालय में अपनी समस्याएं बताएं अब तक एक लाख से अधिक फोन कॉल एवं मैसेजेस आ चुके हैं ऐसे लोगों से फीडबैक लेकर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए काम किए जा रहे हैं हम लोगों ने राज्य के बाहर फंसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए सहायता राशि के रूप में मुख्यमंत्री विशेष सहायता अंतर्गत ₹1000 देने का निर्णय किया था इस संबंध में अब तक 25 लाख आवेदन आ चुके हैं जिनमें से 15 लाख लोगों के खाते में 1000 रुपए की राशि अंतरित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एकजुट जोकर अच्छा काम कर रहे है।केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुरुप तो काम किए ही जा रहे हैं,साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हमलोग भी अपने स्तर से राज्य में अतिरिक्त कार्य कर रहे हैं।राज्य के अधिकारीगण,पुलिस पदाधिकारी,चिकित्सकगण पूरी मिहनत से काम कर रहे हैं।और इसमें राज्यवासियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है।उन्होंने कहा कि लॉक डाउन कबतक जारी रहना है यह केंद्र सरकार को तय करना है।इस मामले में विशेषज्ञोंकि राय ली जा रही है।उन्होंने कहा कि मेरा विनम्र निवेदन है कि जो भी लोग बाहर से भेजे जा रहे हैं उनकी पहले स्वास्थ्य जांच करवा ली जाए।संक्रमितों की इलाज के लिए हम लोग अपने स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ा रहे हैं इसके लिए बिहार को अतिरिक्त संस्था में वेंटिलेटर तथा टेस्टिंग किड्स की आवश्यकता है राज्य में क्वॉरेंटाइन केंद्र की संख्या बढ़ाई गई है जिसमें बड़ी संख्या में लोग रह रहे हैं और उन्हें भोजन आवासन एवं चिकित्सीय जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य में स्वयं सहायता समूह जीविका के माध्यम से मास्क का निर्माण कराया जा रहा है कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग हो यह हमारा प्रयास है उन्होंने कहा कि राज्य में बाहर से कुछ लोग अभी भी आ रहे हैं जिनमें कई संक्रमित पाए गए हैं और उनके माध्यम से अन्य लोग भी संक्रमित हो रहे हैं उन्होंने कहा कि मेरा विनम्र निवेदन है कि जो भी लोग बाहर से भेजे जा रहे हैं उनके पहले स्वास्थ्य जांच करवाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन के अनुरूप कुछ आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिए अनुमति दी गई है उसके अनुरूप राज्य में कुछ कार्य शुरू किए गए हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्य किए जा रहे हैं मनरेगा के माध्यम से भी कार्य कराए जा रहे हैं जल संसाधन विभाग के माध्यम से बाढ़ निरोधक कार्य कराए जा रहे हैं।मजदूर वर्ग के लोगों एवं जरूरतमंदों के जीवीको पालन के लिए जो जरूरी आर्थिक गतिविधियां है उसे संचालित कराया जा रहा है।कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जो भी जरूरी कदम है उठाए जा रहे हैं,साथ ही एईएस और जेई के प्रकोप से बचाव के लिए जरूरी उपाय किए जा रहे हैं और उसके लिए पहले से ही सावधानी बरती जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: