जयनगर इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित अकौनहा गांव के लोगों को लॉक डाउन के समय में किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिलने से लोगो में भी भोजन का संकट गहराया ।
जयनगर/मधुबनी (अनुराग कुमार) वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर विश्व समेत संपूर्ण भारत में लोकडौन कर्फ्यू लागू है जिसमें इस संक्रमण से बचने को लेकर अधिक से अधिक लोगों को अपने घरों में रहना है इस प्रकार लोग एक दूसरे के संपर्क में नहीं आएंगे वह संक्रमित होने से बचेंगे गौरतलब हो कि जयनगर प्रखंड के indo-nepal इनरवा के समीप एक गांव में अकोनहा स्थित है एकमात्र मुख्य सड़क वर्तमान में बिहार सरकार ग्राम योजना अंतर्गत बना है जो पिछले वर्ष 2019 जुलाई माह में नेपाल की ओर से आई बाढ़ ने उस मुख्य सड़क पीसीसी को तकरीबन हजार मीटर बहा ले गया था जिसको लेकर जयनगर से जुड़ने वाली मार्ग बंद हो चुकी थी उस समय बिहार सरकार आपदा प्रबंधन के निर्देश पर जयनगर प्रशासन के द्वारा तकरीबन 10 दिनों तक कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों को भोजन करवाया गया था क्योंकि इस गॉव में तकरीबन सभी प्रकार के लोग 300 से ₹400 कमाने वाले बिहारी मजदूर हैं आज लोकडौन का 17 दिन हो चुका है सरकार के मुलाजिम व सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा गांव वालों ने बताया कि अभी तक किसी भी प्रकार की सहायता मदद सरकार या अन्य लोगों के द्वारा इस गांव में नहीं पहुंचाया गया साथ ही वर्तमान मुखिया सरपंच प्रमुख जयनगर प्रशासन के लोगों ने कुछ देने की बात तो दूर देखने भी झांकने भी नहीं आया हम सबों के साथ हमारे बूढ़े मां बाप व बच्चे बच्चों के सामने खाने का संकट गहराने लगा है हम लोग लोकडौन का पालन करने को लेकर सरकारी आदेशानुसार कार्य पर भी नहीं जा पा रहे हैं ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें