कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी जिलों में लॉकडाउन लागू है. प्रशासन पर इस समय कार्यों को लेकर भारी दबाव है. ऐसे में जनधन योजना से अफवाहों से उसकी परेशानी और बढ़ गई है.
सरायकेला (आर्यावर्त संवाददाता) कोरोना वायरस के बीच जारी लॉकडाउन के दौरान जिले में कई तरह की अफवाहों का दौर जारी है. इसमें जनधन योजना से जुड़ी अफवाह भी शामिल है. देश के कई भागों में इस तरह की अफवाह सामने आई थी. जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा जनधन अकाउंट में भेजी गई राशि वापस लिए जाने की अफवाह पर शहरी समेत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का हुजूम बैंकों की ओर रोजाना उमड़ रहा है. इधर लॉकडाउन के दौरान ऐसी अफवाह उड़ी कि सरकार द्वारा भेजी गई राशि यदि लॉकडाउन के दौरान नहीं निकाली गई तो , राशि पुनः सरकार के खाते में चल जाएगी. इस अफवाह के बीच रोजाना बैंक और जनधन खाता सेंटरों पर लोगों का जबरदस्त तरीके से भीड़ लग रही है. जिले में जनधन खाता को लेकर फैली अफवाह के कारण सभी क्षेत्र में सुबह से दोपहर तक बैंक के बाहर जनधन खाते से पैसे निकालने वाले लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. इस दौरान कोरोना संकट में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार धज्जियां लोगों द्वारा उड़ायी जा रही हैं और यह सब जिला प्रशासन और पुलिस के लिए दिन-ब-दिन परेशानी का सबब बनता जा रहा है. प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से ही लोगों का जमावड़ा बैंक और जनधन खाता सेंटरों के बाहर लग जाता है. पुलिस और प्रशासन द्वारा बार-बार लोगों को इन अफवाह पर ध्यान न देने की बात कही जा रही है ,लेकिन लोग रोजाना इस अफवाह का शिकार हो रहे हैं और जनधन खाते से पैसा वापस जाने के अफवाह पर सरायकेला जिले के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना खाताधारक अपने खातों को या तो अपडेट कराने या सरकार द्वारा लॉक डाउन में भेजी गई 500 रुपए की राशि निकालने बैंकों के सामने जमे रहते हैं. बैकों की ओर रुख कर रहे हैं. जनधन खाता को लेकर विभिन्न बैंक पहुंच रहे लोगों का मानना है कि सरकार द्वारा भेजी गई राशि खाते में अप टू डेट नहीं हुई तो लॉक डाउन खत्म होते ही वह राशि वापस चली जाएगी. इसके बाद आनन-फानन में ग्रामीण खाताधारक अपने खाते की स्थिति जानने और पैसे निकालने भीड़ बनाकर ,बैंक पहुंच रहे हैं. नतीजतन स्थानीय पुलिस को जबरन भीड़ हटाने के लिए रोजाना घंटों मशक्कत करना पड़ता है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने विभिन्न बैंकों से संपर्क स्थापित कर सिर्फ मिस्ड कॉल के जरिए खाते की स्थिति और रकम जानने संबंधित नंबर भी जारी किए हैं. बावजूद इसके लोग अफवाह का शिकार हो रहे हैं. इधर अफवाहों के बीच जिला प्रशासन ने लगातार लोगों के बीच में यह संदेश जारी किया है कि जनधन खाते में आई रकम किसी भी सूरत में वापस नहीं होगी.
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